"इस मैच का उतना हाइप नहीं है, यह अच्छी बात है।"
भारत के प्रमुख कोच
राहुल द्रविड़ ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फ़ाइनल के पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस को कुछ इन शब्दों में समाप्त किया। उनका मानना है कि यह भारत के लिए अच्छी बात है कि इस मैच का उतना हाइप नहीं है।
ग़ौरतलब है कि ऑस्ट्रेलियन मीडिया डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल की जगह ऐशेज़ की अधिक बात कर रही है और उनके मुताबिक डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल ऐशेज़ से पहले इंग्लैंड की परिस्थितियों के अनुकूल होने के लिए एक अभ्यास मैच की तरह है। हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान
पैट कमिंस का मानना है कि हालिया कुछ समय में जिस टीम ने ऑस्ट्रेलिया को सबसे अधिक परेशान किया है, वह भारत ही है। जहां वसीम अकरम और रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गजों का मानना है कि इस फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया को बढ़त प्राप्त होगी, वहीं द्रविड़ इसके इतर सोचते हैं।
उन्होंने कहा, "आपकी कोई भी फ़ेवरिट टीम हो, लेकिन इन पांच दिनों में जो टीम अच्छा खेलेगी, वही जीतेगी। हमें पूरी उम्मीद है कि हम अपनी योग्यता के साथ इन पांच दिनों में अच्छी क्रिकेट खेलेंगे। हमारे पास क्षमता है, योग्यता है, हमारे गेंदबाज़ 20 विकेट ले सकते हैं, हमारे बल्लेबाज़ जीतने के लिए पर्याप्त रन बना सकते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि हम यह मैच जीतेंगे। अगर इस मैच की हाइप उतनी नहीं है, तो यह भारत के लिए ठीक बात है।"
द्रविड़ ने यह भी कहा कि भारत इस बोझ के साथ नहीं उतरेगी कि उसने पिछले 10 सालों में कोई आईसीसी ट्रॉफ़ी नहीं जीता है। उन्होंने कहा, "हमारे पास आईसीसी ट्रॉफ़ी जीतने का कोई दबाव नहीं है। हां, हम ऐसा ज़रूर करना चाहते हैं। आईसीसी के टूर्नामेंट जीतना बहुत अच्छी चीज़ है। लेकिन यह भी देखिए कि यह पिछले दो सालों की मेहनत का नतीजा है कि हम यहां तक पहुंचे हैं। इन सालों में हमारे लिए काफ़ी सकारात्मक चीज़ें हुई हैं। हम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ जीतकर आए, इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ ड्रॉ कराया और जहां कहीं भी हमने क्रिकेट खेला है, हमने प्रतिस्पर्धा दी है। अगर आपके पास एक अदद आईसीसी ट्रॉफ़ी नहीं है, तो भी आपके पास इतनी सारी सकारात्मक चीज़ें हैं। यह एक बड़ी तस्वीर है। लेकिन हां, अगर आप क्रिकेट खेलते हो तो कोई भी मैच जीतना चाहते हो। अगर फ़ाइनल में ऐसा होता है तो यह हमारे लिए अच्छी बात होगी।"