पाकिस्तान के दिग्गज तेज़ गेंदबाज़ वसीम अकरम ने सोमवार को कहा है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी इकाई को नई गेंद के साथ संयमित रहने की आवश्यकता है। साथ ही उन्हें विकेट लेने के लिए ज़्यादा उत्साहित नहीं होना चाहिए।
टेस्ट क्रिकेट में विश्व की नम्बर एक टीम भारत 7 जून से द ओवल में डब्ल्यूटीसी के फ़ाइनल में दूसरे स्थान पर काबिज़ ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगा।
इन दोनों टीमों में से किसी भी टीम ने पिछले 2 महीने में कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। अधिकतर खिलाड़ी आईपीएल के चलते व्यस्त थे। अब उन खिलाड़ियों को टी20 क्रिकेट से टेस्ट क्रिकेट के माहौल में शिफ़्ट होना पड़ेगा। साथ ही अब मैदान पर कोकोबुरा गेंद की जगह पर ड्यूक गेंद होगी।
अकरम ने उम्मीद जताई है कि भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज एक बेहतर रणनीति और समझ के साथ गेंदबाज़ी करेंगे।
अकरम ने आईसीसी से कहा, "ये लोग अनुभवी हैं और उन्हें नई गेंद के साथ ज़्यादा उत्साहित नहीं होना चाहिए। हम सभी जानते हैं कि गेंद 10 से 15 ओवर तक स्विंग होती है। इसलिए पहले 10 से 15 ओवरों में अतिरिक्त रन न दें। उन्होंने कहा, "(शुरुआत में) अगर थोड़ा उछाल रहता है तो तब भी ज़्यादा उत्साहित न हों क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी यही चाहते हैं।"
अपने 140 वर्षों के इतिहास में यह पहली बार है कि द ओवल, जो आमतौर पर अंग्रेज़ी गर्मियों में देर से टेस्ट आयोजित करता है, जून की शुरुआत में यह मैच आयोजित करेगा। इसलिए पिच के साथ-साथ परिस्थितियां और खिलाड़ियों के हालिया असाइनमेंट (टी20 क्रिकेट में भागीदारी) इस प्रतियोगिता को और भी पेचीदा बना देंगी।
अकरम ने कहा, "यह पिच आम तौर पर उप-महाद्वीप की टीमों के पक्ष में होती है, लेकिन हमने अधिकांश समय अगस्त के अंत में या सितंबर के शुरुआत में यहां का दौरा किया था जबकि यह मैच जून में है। साथ ही ड्यूक गेंद के इस्तेमाल के चलते यह पूरी तरह से अलग है।"