खेल में बेहतर परिणाम पाने के लिए बिरयानी का त्याग करने को तैयार हूं : यास्तिका
इस भारतीय बल्लेबाज़ ने बटर चिकन के लिए अपने प्रेम और भाटिया परिवार के ख़ास व्यंजनों पर चर्चा की
"मेरी पोषण विशेषज्ञ ने मुझे अपने आहार से चावल को पूरी तरह से बाहर करने को कहा" • Albert Perez/Getty Images
बटर चिकन और रोटी। मैं इसे घर पर खाती हूं जब मेरे पिता बनाते हैं, और हर बार जब मैं किसी रेस्तरां में जाती हूं और मेरे साथ कोई और नॉन-वेज ऑर्डर करता है, तो मैं सीधे बटर चिकन मंगवाती हूं।
चिकन बिरयानी। मुझे वह बहुत पसंद है लेकिन मेरी पोषण विशेषज्ञ ने मुझे अपने आहार से चावल को पूरी तरह से बाहर करने को कहा। उन्होंने बताया कि कैसे ये मेरी फ़िटनेस को प्रभावित कर सकता है और चोट के संबंध में मुझे धीमा कर सकता है। तो चिकन बिरयानी को दूर जाना पड़ा।
जब मुझे पता चला कि मुझे चावल खाने को नहीं मिलेंगे, मेरा दिल टूट गया। लेकिन मैं अपने खेल में बेहतर प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए ऐसे कई त्याग करने को तैयार हूं। वैसे जब भी मुझे अपनी पसंद का खाना खाने की छूट दी जाती है, तो मैं चिकन बिरयानी और बटर चिकन अवश्य खाती हूं।
पानी पुरी। मैं बचपन में बहुत खाती थी लेकिन पिछले सात सालों में मैंने सिर्फ़ घर पर बनी पानी पुरी खाई हैं। हालांकि पिछले साल दिसंबर में बड़ौदा के लिए सीनियर वनडे प्रतियोगिता में शतक जड़ने के बाद मैंने नागपुर की सड़कों पर पानी पुरी का आनंद लिया था।
मैं हल्का भोजन करना पसंद करती हूं, इसलिए मैं आमतौर पर बाजरे की रोटी खाती हूं। वर्कआउट के बाद मुझे पीनट बटर के साथ प्रोटीन शेक या ब्राउन-राइस केक खाना पसंद है।
मैंने अभी तक अपनी भारतीय टीम की साथियों द्वारा बनाई गई किसी भी चीज़ का स्वाद नहीं चखा है, लेकिन मैंने सुना है कि स्मृति मांधना काफ़ी अच्छी हैं, इसलिए मैं उनके द्वारा बनाई गई कुछ चीज़ों को आज़माना चाहती हूं। मेरी बड़ौदा टीम की साथी चार्मी शाह मैगी और पॉपकॉर्न बनाने में माहिर हैं।
मैं पिज़्ज़ा बना सकती हूं। मैंने एक बार अमूल कुकिंग कॉन्टेस्ट में पिज़्ज़ा बनाया था। हालांकि नियमित रूप से, मुझे लगता है कि मैं ब्रेड-आमलेट और भिंडी की सब्ज़ी बनाने में अधिक सहज महसूस करूंगी - यह एक ऐसी डिश है जिसे मैं समय-समय पर खाना पसंद करती हूं।
पालक, मैं इसे नहीं बना सकती लेकिन मेरी माँ इसे बहुत अच्छा बनाती है। भिंडी और रोटी के साथ इसका बहुत अच्छा संयोजन बन जाएगा।
बड़ौदा से तनवीर शेख़। वह अक्सर मिठाइयां खाती हैं और बावजूद इसके दौड़ने में अव्वल रहती हैं। हम अक्सर उससे पूछते हैं, "आप जो इतना सब खाती हो, वो जाता कहां है?" मैं भारतीय टीम में नई हूं इसलिए मुझे ज़्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि स्नेह राणा (तनवीर) के जैसी है। उनकी फ़िटनेस लाजवाब है और इस वजह से वह जो भी खाती है, उसका असर शरीर पर दिखाई नहीं पड़ता।
पीनट बटर - डार्क-चॉकलेट फ़्लेवर। मैंने पहली बार [पिछले साल मार्च में] साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ के दौरान पहली बार पीनट बटर का सेवन किया था और मुझे इसका स्वाद भा गया। अब मुझे व्यायाम के बाद पीनट बटर चाहिए ही चाहिए।
हमें पिंक बॉल टेस्ट मैच के दौरान लज़ान्या परोसा गया था, जो मुझे बहुत पसंद आया। उस दौरे पर हमें दाल, चावल और चिकन भी परोसा गया। इसके अलावा हम पनीर की सब्ज़ी के साथ रोटियां मंगवाते थे। ऑस्ट्रेलिया में खाना स्वादिष्ट था।
एक घरेलू मैच के लिए हम रांची में थे और मुझे उस स्टेडियम का खानपान (ख़ासकर चिकन) बहुत पसंद आया था।
काठियावाड़ी व्यंजन गुजरात में काफी प्रसिद्ध है, विशेष रूप से काठियावाड़ी थाली, जो कई प्रकार के व्यंजन परोसती है। वे आमतौर पर गुजराती थालियों की तुलना में थोड़ी अधिक मसालेदार होती हैं। बड़ौदा का स्ट्रीट फ़ूड भी काफ़ी लोकप्रिय है और यहां के लोग ख़ासतौर पर पानी पुरी के दीवाने हैं। सेव उस्सल, सेव टमाटर की सब्ज़ी, कढ़ी-खिचड़ी कुछ अन्य व्यंजन हैं जिनकी मैं सिफ़ारिश करूंगी।
मेरी माँ शाकाहारी है, लेकिन मेरे पिताजी, [बड़ी] बहन, और मैं मांसाहारी खाती हूं। इसलिए सप्ताह के दिनों में खाना आमतौर पर शाकाहारी होता है, जिसका ध्यान या तो मेरी माँ या हमारे रसोइए रखती है। मांसाहारी खाना आमतौर पर शुक्रवार और रविवार को मेरे पिता द्वारा बनाया जाता है।
घर का बना चिकन और मटन मेरे पापा के ख़ास व्यंजन हैं, लेकिन हमारे घर की अपनी एक भाटिया कढ़ी है। यह साधारण कढ़ी की तरह होती है लेकिन इसमें हम आलू और भिंडी मिलाते हैं। हमारे घर आए सभी मेहमानों को चावल और पालक के साथ यह स्पेशल कढ़ी खिलाई जाती है।
दाल चावल। इसे बनाना बहुत आसान है और यह मुझे घर की सादगी की याद दिलाती है। वैसे तो आपको भारत और विदेशों में रेस्तरां में या अक्सर मैच के स्थानों पर दाल मिल जाती है, लेकिन यह कभी भी घर की दाल की तरह नहीं होती है।
ऑन्नेशा घोष (@ghosh_annesha) ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।