विलियमसन : जब आप फ़ाइनल्स में आते हैं तो चीज़ें दोबारा से शुरू होती हैं
वह पिछले दो 50 ओवर के विश्व कप के फ़ाइनल में पहुंचने के बाद भी अपनी टीम को कमतर आंके जाने के आदी हैं
मैट रॉलर
14-Nov-2023
अंगूठे में फ़्रैक्चर के बाद भी खेल रहे हैं केन विलियमसन • Getty Images
केन विलियमसन को मुंबई में होने वाले विश्व कप सेमीफ़ाइनल तक पहुंचने में छह सप्ताह लगे और 45 मैच का इंतज़ार लगा। उनकी न्यूज़ीलैंड टीम ग्रुप स्तर में पांच जीत और चार हार के साथ चौथे स्थान पर रही, जबकि भारत एक भी मैच नहीं हारा और शीर्ष पर रहा, लेकिन विलियमसन इन स्थान को अप्रासंगिक मानते हैं।
मैच से पहले उन्होंने पत्रकार वार्ता में कहा, "फ़ाइनल चरण आता है तो सब फिर से शुरू करना होता है। फ़ाइनल स्तर तक आना अच्छा है, अब ताज़ा अप्रोच लेनी होगी क्योंकि अब सब दोबारा शुरू होगा।"
न्यूज़ीलैंड ने अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत लगातार चार जीत के साथ की थी, लेकिन इसके बाद उनका सेमीफ़ाइनल स्थान मुश्किल में पड़ गया था। उन्हें बेंगलुरु में श्रीलंंका के ख़िलाफ़ नॉकआउट मैच खेलना पड़ा जिसमें उन्हें पांच विकेट से जीत मिली, इससे उनका रन रेट भी अच्छा हो गया। इसके बाद अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान की हार से उनका सेमीफ़ाइनल में पहुंचना तय हो गया।
उन्हें इस दौरान काफ़ी चोटों का भी सामना करना पड़ा। मैट हेनरी सात मैच खेलने के बाद हैमस्ट्रिंग की वजह से स्वदेश लौट गए, वहीं विलियमसन के भी अंगूठे में फ़्रैक्चर हो गया।
विलियमसन ने कहा, "जब आप फ़ाइनल्स में आते हो तो चीज़ें दोबारा शुरू होती हैं। उससे पहले आप छह सप्ताह तक अच्छा क्रिकेट खेलना चाहते हो जिससे राउंड रॉबिन के अंत में आप अच्छी स्थिति में हो। इस स्टेज़ तक पहुंचने के लिए टीम कड़ी मेहनत करती हैं। उन्हें लंबे समय तक टूर्नामेंट में लगातार अच्छा क्रिकेट खेलना होता है।"
एक रिपोर्टर ने जब सवाल किया कि भारत अपने विरोधी टीम को थोड़ा मुश्किल मान रहा है तो उन्होंने कहा, "हर मैच इस टूर्नामेंट का मुश्किल है। जैसा कि हमने देखा है कि किसी भी दिन कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है, दोनों टीमें बेहतरीन है लेकिन बदलती परिस्थितियां भी हैं और देखना होगा कि यह कैसे प्रभाव छोड़ती है।"
उनके सामने एक चुनौती है जिसमें उन्हें टूर्नामेंट की अजेय टीम को हराना है, जो गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों में अच्छा कर रही है। विलियमसन ने कहा, "हम जानते हैं कि यह मुश्किल चुनौती है, वे बहुत ही अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं।"
वह पिछले दो 50 ओवर के विश्व कप के फ़ाइनल्स में पहुंचने के बाद भी अपनी टीम को कमतर आंके जाने के आदी हैं। उन्होंने कहा, "अंडरडॉग वाली बातें जो आप लोग लिखते हो, मुझे नहीं लगता कि यह बदल सकता है। लेकिन ठीक है, भारत अच्छा क्रिकेट खेला है। एक अच्छा क्रिकेट खेलने वाली टीम उनके ख़िलाफ़ खेलने जा रही है, जो मेल खाता है।"
"लेकिन हम यह भी जानते हैं कि हमारा दिन यानि जब हम सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलते हैं तो इससे हमारे पास मौक़ा होगा और अंतिम समय में कुछ भी हो सकता है। दोबारा से क्रिकेट पर बहुत फ़ोकस करना है। हम बेहतरीन क्रिकेट खेले हैं, हमें कुछ नज़दीकी हार मिली और कुछ जीतों ने हमें यहां पहुंचाया है।"
विलियमसन टूर्नामेंट में चोट की वजह से केवल तीन ही मैच खेले हैं, लेकिन इस साल शुरुआत में आईपीएल में चोटिल होने के बाद उनके विश्व कप तक ठीक होने की उम्मीद भी नहीं थी। उन्होंने कहा, "यह एक दिलचस्प यात्रा रही है, मौक़ा न मिलने से लेकर क़रीब आने और वास्तविकता में तब्दील होने वाली। मैं यहां पर आकर अच्छा महसूस कर रहा था और तभी मेरा अंगूठा टूट गया। यह बहुत हताश करने वाला था। इसने मुझे पूरे टूर्नामेंट से बाहर नहीं किया, तो यह अच्छा रहा कि मैंने वापसी की और कल बेहतर महूसस कर रहा था। यह टूर्नामेंट ख़ास होते हैं और भारत में होने वाला विश्व स्तरीय टूर्नामेंट इसको और ख़ास बना देता है।"
बुधवार का सेमीफ़ाइनल चार साल पहले का दोहराव होगा जहां पर न्यूज़ीलैंड ने बारिश से प्रभावित मैच केा 18 रन से जीता था। विलियमसन ने कहा, "मुझे लगता हे कि यह मैच थोड़ा अलग होगा। यह दो की जगह एक दिन में खेला जाएगा। यह बेहतरीन मौक़ा है।"
2019 सेमीफ़ाइनल में मैदान पर भारत के समर्थक अधिक थे, लेकिन वानख़ेडे़ में बुधवार की रात और भी अधिक भारतीय समर्थकों वाली होगी। विलियमसन ने कहा, "हम यहां पर पूरा नीला क्राउड की उम्मीद कर रहे हैं, जो अपनी टीम का समर्थन करेंगे।"
"जब आपको ऐसे क्राउड के बीच खेलने का मौक़ा मिलता है तो यह ख़ास होता है। हमें वर्षों से याद है कि हमारे पास अपने प्रशंसक नहीं रहे हैं, अलग-अलग देशों के प्रशंसक हमें सपोर्ट करते हैं, हमारा एक छोटा देश है जहां हमेशा स्टेडियम नहीं भरते हैं। भारत में खेलने का लोगों के पास अलग-अलग स्तर का अनुभव है, लेकिन मेरे लिए यह इसे अपनाने के बारे में है। बहुत से लोगों को भारत में क्रिकेट, विश्व कप सेमीफ़ाइनल में भारत के ख़िलाफ़ खेलने का मौक़ा नहीं मिलता।"
मैट रॉलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।