विराट कोहली लेना चाहते हैं टेस्ट से संन्यास, BCCI को दी जानकारी
हालांकि, यह समझा जा रहा है कि टीम मैनेजमेंट कोहली के अनुभव को इंग्लैंड दौरे पर बेहद अहम मानता है, जहां भारत एक नए कप्तान की अगुआई में खेलने उतरेगा।
विराट कोहली ने 30 टेस्ट शतकों के साथ विदा ली • Associated Press
इसके बावजूद, यह समझा जा रहा है कि टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता इस दौरे पर कोहली के अनुभव को बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं, जहां भारत एक नए कप्तान की अगुआई में खेलेगा। शुभमन गिल सबसे आगे हैं रोहित शर्मा की जगह लेने की दौड़ में, जिन्होंने इसी सप्ताह की शुरुआत में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है।
रोहित के अलावा भारत के पास आर अश्विन भी नहीं हैं, जिन्होंने 2024-25 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे इस समय टीम में नहीं हैं, और मोहम्मद शमी की फ़ॉर्म भी लंबे समय की चोट के बाद वापसी में सवालों के घेरे में है। ऐसे में कोहली, रविंद्र जाडेजा और जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर गिने-चुने सीनियर खिलाड़ियों में शामिल हैं।
इससे पहले कि रोहित ने कोहली से टेस्ट कप्तानी की कमान संभाली, भारत ने कोहली की कप्तानी में खेले गए 68 टेस्ट मैचों में से 40 में जीत हासिल की, और केवल 17 में हार मिली। ये 40 जीतें कोहली को भारत का सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाती हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने 60 में से 27 और सौरव गांगुली ने 49 में से 21 टेस्ट जीते थे। सबसे अधिक टेस्ट जीत वाले कप्तानों की सूची में कोहली विश्व में चौथे स्थान पर हैं। उनसे आगे ग्रीम स्मिथ (109 में से 53 जीत), रिकी पोंटिंग (77 में से 48) और स्टीव वॉ (57 में से 41) हैं।
इंग्लैंड की ज़मीन पर ही कोहली ने टेस्ट बल्लेबाज़ के रूप में अपने करियर की सबसे यादगार पारियों में से एक खेली थी, 2018 के दौरे पर। पांच टेस्ट की उस सीरीज़ में वह दोनों टीमों में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने 59.30 की औसत से 583 रन बनाए और दो शतक जड़े। यह प्रदर्शन ख़ास इसलिए भी था क्योंकि इससे पहले, 2014 में इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने 10 पारियों में केवल 134 रन बनाए थे। 2018 उनके करियर का सबसे सफल कैलेंडर वर्ष भी रहा, जिसमें उन्होंने 1322 टेस्ट रन बनाए।
अपने स्वर्णिम दौर के दौरान कोहली ने 2016 में 75.93, 2017 में 75.64, 2018 में 55.08 और 2019 में 68.00 की औसत से रन बनाए। 2016 से 2018 के बीच उन्होंने 35 टेस्ट में 66.59 की औसत से 3596 रन बनाए, जिसमें 14 शतक और 8 अर्धशतक शामिल थे।