न्यूज़ीलैंड 125 पर 2 (विलियमसन 40*, कॉन्वे 36*) ने अफ़ग़ानिस्तान 124 पर 8 को (नज़ीबउल्लाह 73, बोल्ट 3-17, साउदी 2-24) को आठ विकेट से हराया
न्यूज़ीलैंड शानदार रही है। अब वह चार विश्व कप में लगातार सेमीफ़ाइनल में पहुंच चुकी है (वनडे विश्व कप समेत) और हां इसमें कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है।
अंतिम चार में जगह बनाने के लिए उन्हें इस जीत की दरकार थी और गेंदबाज़ी करते हुए पावरप्ले में ही उन्होंने इस मैच को अपना बना लिया था। केन विलियमसन ने अपने तीन तेज़ गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी और ऐडम मिल्न को लगाया और पहले छह ओवरों में तीनों ने एक-एक विकेट लेकर अफ़ग़ानिस्तान की मुश्किलें बढ़ा दी। इसका नतीजा यह हुआ कि शुरुआती छह ओवरों में अफ़ग़ानिस्तान चार रन प्रति ओवर से कम बना पाया। आठ विकेट से न्यूज़ीलैंड यह मुक़ाबला जीत गया और इसका मतलब था कि अफ़ग़ानिस्तान के साथ ही भारत भी सेमीफ़ाइनल की दौड़ से बाहर हो गया और न्यूज़ीलैंड ख़ुद सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने वाली चौथी टीम बनी।
अफ़ग़ानिस्तान ने नजीबउल्लाह के अर्धशतक की बदौलत संभलने का प्रयास किया, लेकिन मिचेल सेंटनर के ओवर में 19 रन निकालने के अलावा वह टीम को मोंमेंटम प्रदान नहीं कर सके। इसकी वजह से अफ़ग़ानिस्तान 20 ओवर में आठ विकेट पर 124 रन ही बना सकी और अब उनके लिए इस स्कोर का बचाव करना मुश्किल हो गया।
जवाब में न्यूज़ीलैंड ने पावरप्ले के अंत तक एक विकेट पर 45 रन बनाए। इसके बाद केन विलियमसन और डेवन कॉन्वे ने मिलकर टीम को जीत दिला दी। उन्होंने 56 गेंद में नाबाद 68 रनों की साझेदारी की और 11 गेंद शेष रहते टीम को जीत दिलाई।
इस जीत के साथ ना सिर्फ़ उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को झटका दिया, बल्कि भारत का भी इस विश्व कप में सफ़र समाप्त कर दिया।
न्यूज़ीलैंड ने अफ़ग़ानिस्तान के शीर्ष क्रम को हिलाया
अफ़ग़ानिस्तान ने अपने आक्रमण पर भरोसा किया था, यही वजह थी कि उन्होंने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। वैसे भी मिस्ट्री स्पिनर मुजीब उर रहमान चोट से उबरने के बाद लाइनअप में वापस आ गए थे। इसके बाद अफ़ग़ानिस्तान की टीमों को पावरप्ले में तेज़ी से रन बनाने की ज़रूरत थी, लेकिन मोहम्मद शहज़ाद आउट हुए, जो तेज़ गेंदबाज़ ऐडम मिल्न को अपर कट करने गए थे और मिस टाइम करके कीपर को कैच थमा बैठे। ट्रेंट बोल्ट ने हज़रतउल्लाह ज़ज़ई को शॉर्ट मिडविकेट पर कैच कराया। इसके बाद टिम साउदी ने रहमानउल्लाह को एलबीडब्ल्यू कर दिया। छह ओवरों के बाद, अफ़ग़ानिस्तान तीन विकेट पर 23 रन बना चुका था और उसने केवल तीन चौके लगाए थे।
डेथ ओवरों में बिखरी अफ़ग़ानिस्तान की बल्लेबाज़ी
पहले पावरप्ले और इसके बाद डेथ ओवर। नजीबउल्लाह और गुलबदीन नई के बीच 37 रन की साझेदारी और बाद में नजीबउल्लाह की मोहम्मद नबी के साथ 59 रनों की साझेदारी ने अफ़ग़ानिस्तान की टीम को संभलने का मौक़ा दिया, लेकिन डेथ ओवरों में वह आक्रामक शॉट नहीं खेल सके। आख़िरी छह ओवरों में अफ़ग़ानिस्तान ने केवल 37 रन बनाए और चार विकेट खोए। ट्रेंट बोल्ट ने अपने आख़िरी ओवर में दो विकेट लिए और न्यूज़ीलैंड के लिए सबसे ज़्यादा तीन विकेट लिए।
लक्ष्य का पीछा करने में नंबर वन न्यूज़ीलैंड
125 रनों का लक्ष्य ज़्यादा नहीं था। मुजीब ने चौथे ओवर में कैरम बॉल पर डैरिल मिचेल को आउट कर दिया था। इसके बाद अफ़ग़ानिस्तान को पावरप्ले में कुछ विकेट जल्दी निकालने की आवश्यकता थी। केन विलियमसन क्रीज़ पर आए और बेहद शांत तरीक़े से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। उन्होंने सिंगल से डील किया और अहम मौक़ों पर ही बाउंड्री लगाई। वह 42 गेंद में 40 रन बनाकर नाबाद रहे, लेकिन राशिद की गुगली पर गप्टिल बोल्ड हुए और उसके बाद कॉन्वे ने अफ़ग़ानिस्तान को कोई मौक़ा नहीं दिया। वह 32 गेंद में 36 रन बनाकर नाबाद लौटे।