कप्तान के जन्मदिन पर मुंबई इंडियंस ने खोला जीत का खाता
अर्धशतकवीर सूर्यकुमार और युवा तिलक वर्मा रहे जीत के हीरो
शशांक किशोर
30-Apr-2022
मुंबई इंडियंस 161 पर 5 (सूर्यकुमार 51, तिलक 35, अश्विन 1-21) ने राजस्थान रॉयल्स 158 पर 6 (बटलर 67, मेरेडिथ 2-24, शौकीन 2-47) को पांच विकेट से हराया
नौ मैचों के बाद आख़िरकार अंक तालिका में मुंबई इंडियंस के नाम के आगे पहली जीत लिखी जा चुकी है। कप्तान रोहित शर्मा को अपने 35वें जन्मदिवस पर राजस्थान रॉयल्स के विरुद्ध यह जीत का तोहफ़ा मिला। सबसे अच्छी बात यह रही कि इस जीत का नायक वह खिलाड़ी रहा जो अपने आईपीएल करियर का पहला मैच खेल रहा था।
मुंबई की निराशाजनक शुरुआत
मैच के दूसरे ओवर में डेनियल सैम्स ने जॉस बटलर को जीवनदान दिया जब वह गेंद की गति को पढ़ नहीं पाए। वह कैच लेने के लिए डीप स्क्वेयर लेग से आगे भागकर आ गए और गेंद उनके सिर के ऊपर से चली गई चौके के लिए। अगर वह सीमा रेखा पर खड़े होते तो गेंद सीधे उनके हाथों में जाती। आठ पारियों में चार बार बटलर का शिकार करने वाले जसप्रीत बुमराह एक बार फिर उसे दोहराते दोहराते रह गए।
अगले ओवर में, डेवाल्ड ब्रेविस की जगह टीम में लाए गए टिम डेविड ने डीप प्वाइंट पर एक आसान कैच का गुड-गोबर कर दिया। इस बार जीवनदान मिला देवदत्त पड़िक्कल को। इस बार सैम्स गेंदबाज़ी कर रहे थे और अपर कट शॉट के बाद गेंद डेविड के हाथों पर लगकर ज़मीन पर जा गिरी।
शौकीन और कार्तिकेय की शानदार एंट्री
अपनी स्काउटिंग प्रणाली के दम पर मुंबई इंडिंयस ने कई वर्षों से बुमराह, तिलक वर्मा, राहुल चाहर, हार्दिक पंड्या और क्रुणाल पंड्या जैसे अनदेखे हीरे तराशे हैं। ऑफ़ स्पिनर ऋतिक शौकीन और बाएं हाथ के स्पिनर कार्तिकेय सिंह इस सूची में जुड़ने वाले नए सितारे हैं।
अपना तीसरा ही मैच खेल रहे शौकीन एक चालाक क्रिकेटर हैं। उन्हें इस बात से डर नहीं लगता कि बल्लेबाज़ उन पर प्रहार करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने फ़्लाइट देकर पड़िक्कल को अपने जाल में फंसाया और लॉन्ग ऑफ़ पर कैच करवाया। कार्तिकेय भी कहां पीछे हटने वाले थे। बाएं हाथ के इस मिस्ट्री स्पिनर ने अपनी सटीक गेंदबाज़ी से सभी को प्रभावित किया। तीन ओवरों में केवल एक बाउंड्री देकर उन्होंने संजू सैमसन का विकेट लिया।
संघर्ष के बाद बटलर ने लय पकड़ी
सैमसन के आउट होने और पिच पर गेंद के घूमने के चलते राजस्थान को पहले अपनी पारी को संभालना पड़ा। इसका अर्थ यह था कि अपनी पारी के अधिकतर समय में 100 से भी कम के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की। दूसरे छोर पर डैरिल मिचेल भी रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे।
पारी में छह ओवर शेष थे और बटलर 46 गेंदों पर 43 बनाकर खेल रहे थे। शौकीन द्वारा डाले गए अगले ओवर में उन्होंने अपने हाथ खोले और लगातार चार छक्के जड़े। पांचवीं गेंद डॉट रही जबकि अंतिम गेंद पर एक और छक्का लगाने के प्रयास में वह लॉन्ग ऑफ़ पर कैच आउट हुए। रियान पराग के सस्ते में आउट होने के बाद राजस्थान की ओर से किसी एक बल्लेबाज़ को फ़िनिशिंग टच देना था और आर अश्विन ने आठ गेंदों पर 21 रन बनाकर टीम को 158 के स्कोर तक पहुंचाया।
सूर्यकुमार की सफल पारी
स्पिनरों को मिल रही मदद को ध्यान में रखते हुए अश्विन तीसरे ही ओवर में गेंदबाज़ी करने आ गए। अपनी फिरकी से उन्होंने रोहित को स्क्वेयर लेग पर कैच करवाया। इशान किशन के अपर कट पर छक्का लगाकर अपनी पारी की शरुआत की। वह बढ़िया लय में बल्लेबाज़ी कर रहे थे लेकिन अतिआक्रामकता उन्हें ले डूबी। ट्रेंट बोल्ट की छोटी गेंद को आड़े हाथों लेने के प्रयास में गेंद उनके बल्ले पर लगकर हवा में टंग गई और सैमसन ने काम पूरा किया।
सूर्यकुमार यादव और तिलक वर्मा ने पारी को संभाला और स्कोर को आगे बढ़ाया। सूर्यकुमार ने स्पिनरों के विरुद्ध स्वीप का सहारा लिया और तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ अपनी कलाइयों को काम पर लगाया। अश्विन की गेंद को सातवें स्टंप से लॉन्ग ऑन पर छक्के के लिए भेजकर उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया। इस समय मुंबई को जीत के लिए छह ओवर में 46 रन बनाने थे।
डेविड ने अपना जलवा दिखाया
हालांकि मैच इतना आसान नहीं था। बड़ा शॉट लगाने के प्रयास में सूर्यकुमार और तिलक लगातार गेंदों पर आउट हुए और मुंबई के ख़ेमे में चहल पहल होने लगी। टिम डेविड ने अपने आक्रामक खेल का परिचय देते हुए चहल के ख़िलाफ़ एक छक्का और कुलदीप सेन के विरुद्ध फ़्रेंच कट का चौका लगाया। अंतिम ओवर में चार रनों की आवश्यकता होने पर कायरन पोलार्ड के आउट होने से राजस्थान के पास वापसी करने का मौक़ा था लेकिन सैम्स ने अपनी पहली गेंद को मैदान से बाहर भेजकर टीम को पहली जीत दिलाई।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।