भारत के लिए कैसा रहा यह साल?
आइए देखते हैं कि इस साल भारतीय पुरुष और महिला टीम का प्रदर्शन कैसा रहा
रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी के लिए यह साल अच्छा नहीं रहा • PTI
भारत की महिला टीम वनडे विश्व कप की उपविजेता इंग्लैंड के घर बिना किसी उम्मीद के गई। हालांकि कॉमनवेल्थ गेम्स के सेमीफ़ाइनल में उन्हें हराने के बाद भारतीय टीम ने द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ में अपनी अच्छी फ़ॉर्म बरक़रार रखी, जिससे झूलन को शानदार विदाई मिली। कप्तान हरमनप्रीत कौर सिर्फ़ एक बार आउट हुईं और 221 रन बनाए, रेणुका सिंह एक नई तेज़ गेंदबाज़ी की उम्मीद में उभरीं और भारतीय महिला टीम ने एक बल्लेबाज़, जो गेंद के गेंदबाज़ के हाथ से छूटने से पहले ही क्रीज़ से काफ़ी आगे निकल जा रहा था, को रन आउट कर कुछ बंदिशों को तोड़ा।
भारतीय पुरुष टीम को साउथ अफ़्रीका में सीरीज़ जीत की ख़ुशबु आ रही थी। दरअसल पहले टेस्ट में ज़बरदस्त जीत के बाद दूसरे टेस्ट की तीन पारियों के बाद ऐसा लग रहा था कि भारत की जीत निश्चित है। टॉस जीतने पर यह टीम जीतने के लिए जानी जाती है, ख़ासकर जब उनके पास अंतिम पारी में बचाने के लिए 200 से ज़्यादा रन हों। हालांकि टीम इंडिया उस दूसरे टेस्ट में 239 और उसके बाद अगले टेस्ट में 211 रन का बचाव करने में विफल रही वह भी तेज़ और उछाल वाली पिच पर। ऐसा नहीं था कि भारत को बस हार मिली; उन्हें दोनों मैच में सात विकेट से हार मिली और उन्होंने तेज़ी से रन दिए। भारत के पास एक अच्छा आक्रमण था, लेकिन पिच साउथ अफ़्रीका के लंबे गेंदबाज़ों के अनुकूल थी, जिससे मेहमानों का साउथ अफ़्रीका में सीरीज़ जीतने का अब तक का सबसे अच्छा मौक़ा हाथ से निकल गया।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।