अगर
केएल राहुल पूरी तरह से फ़िट होते तो शायद
इशान किशन पाकिस्तान के
ख़िलाफ़ मैच में ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान अपने साथियों को पानी पिला रहे होते। लेकिन राहुल की अनुपलब्धता ने उनके लिए एक सुनहरा मौक़ा खड़ा किया, जिसे उन्होंने दोनों हाथों से लपका। टीम शीट में उन्हें नंबर तीन पर जगह मिली थी, लेकिन वह नंबर पांच पर बल्लेबाज़ी करने आए। इस जगह पर उन्होंने वनडे में कभी भी बल्लेबाज़ी नहीं की थी।
इशान यहां पर सफल होंगे, इसके बारे में बहुत संदेह था। पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री सहित कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि वह पावरप्ले का फ़ायदा उठा सकते हैं, इसलिए उन्हें शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करना चाहिए। लेकिन शनिवार को इशान ने दिखाया कि वह मध्य ओवरों में भी तेज़ी से बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। किशन की इस 81 गेंदों की 82 रन की पारी के बाद भारतीय टीम प्रबंधन के सामने अब एकादश के चयन के फिर से ढेर सारे सवाल खड़े हो गए हैं।
मसलन अगर राहुल फ़िट हो जाते हैं तो विकेटकीपिंग और नंबर पांच पर बल्लेबाज़ी का दारोमदार किसके ऊपर होगा? हालांकि अब एक चीज़ लगभग साफ़ हो गई है कि विश्व कप 15 सदस्यीय दल में अतिरिक्त बल्लेबाज़ के रूप में इशान को ही शामिल किया जाएगा, जबकि तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन को एशिया कप के बाद संभवतः रिलीज़ कर दिया जाएगा।
इससे भारत को भी फ़ायदा होगा। उनके पास शीर्ष पांच में कम से कम एक बाएं हाथ का विकल्प होगा, इसके अलावा वे 15 सदस्यीय दल में एक ऑफ़ स्पिनर को भी शामिल कर सकते हैं। हालांकि फ़िलहाल के लिए इशान ने अपनी पारी से कई लोगों को जवाब दे दिया है।
जब किशन बल्लेबाज़ी के लिए आए तो शाहीन शाह अफ़रीदी दोनों तरफ़ गेंद को स्विंग करा रहे थे, हारिस रउफ़ 140-150 की स्पीड से गेंदबाज़ी कर रहे थे, वहीं नसीम शाह की गेंदों को छूना भी असंभव दिख रहा था।
किशन को जीवनदान भी मिला, जब नसीम की गेंद पर एक बाहरी किनारा स्लिप फ़ील्डर के बगल से गुजरा। लेकिन किशन अपनी योजनाओं पर डटे रहें। उन्होंने पहली बाउंड्री छक्का मारा, जो कि उनके लिए पारी की सातवीं गेंद थी। रऊफ़ ने लेंथ में ग़लती की तो किशन ने गेंद की तेज़ी का उपयोग करते हुए अपर कट स्लैश लगाकर उसे थर्डमैन के ऊपर आधा दर्जन रनों के लिए भेद दिया।
लेकिन इसके बाद उन्होंने स्पिन को भी बख़ूबी खेला, जो इशान की ताक़त नहीं मानी जाती है। उन्होंने शादाब ख़ान की दो फुलटॉस गेंदों पर सीधी ड्राइव बाउंड्री लगाकर पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म को सोचने पर मज़बूर कर दिया।
इसके बाद उन्होंने दूसरे स्पिनर मोहम्मद नवाज़ को निशाना बनाया और कुछ बेहतरीन कट करते हुए ऑफ़ साइड में रन जुटाए। वसीम जाफ़र ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो से बात करते हुए कहा, "उन्होंने जिस तरह से शादाब और नवाज़ पर रन बनाए, यह भारत के लिए सकारात्मक संकेत हैं। आप इशान से इसी तरह की बल्लेबाज़ी देखना चाहते हैं। हमें पता था कि वह गेंद पर आक्रमण कर सकते हैं, लेकिन जिस तरह से उन्होंने हार्दिक पंड्या के साथ साझेदारी बुनी, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है।"
जब वह आउट होकर पवेलियन वापस जा रहे थे तो थकान के कारण वह भले ही लंगड़ाकर चल रहे थे, लेकिन उनके चेहरे पर एक संतोष का भाव था।
इसी इशान ने कुछ सप्ताह पहले सलामी बल्लेबाज़ के तौर पर लगातार तीन अर्धशतक जड़े थे, लेकिन अब वह भारत के मध्य क्रम के एक विकल्प हैं। शायद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा एशिया कप दल की घोषणा के दौरान इसी लचीलेपन (फ्लेक्सबिलिटी) की बात कर रहे थे, जिसे इशान ने करके दिखाया।
इससे पहले 2015-20 के दौरान जब रोहित और शिखर धवन भारत के सर्वश्रेष्ठ सलामी बल्लेबाज़ थे, तो केएल राहुल ने मध्य क्रम में अपनी जगह की तलाश की थी और फिर मध्य क्रम के बल्लेबाज़ बनकर रह गए। क्या इशान भी उसी राह पर हैं?
सवाल तो और भी हैं। क्या यह इशान की सर्वश्रेष्ठ वनडे पारी थी? उनके दोहरे शतक से भी बेहतर? शायद, हां!
शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी सब एडिटर दया सागर ने किया है।