मैच (13)
IPL (2)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
QUAD T20 Series (MAL) (2)
PSL (1)
ख़बरें

ड्रेसिंग रूम की ख़बरों पर गंभीर : 'सबकुछ नियंत्रण में है'

भारतीय कोच ने कहा कि मेलबर्न में हार के बाद उन्होंने टीम से "ईमानदारी से बात" की थी

Gautam Gambhir addresses the media, Australia vs India, Sydney, January 2, 2025

Gautam Gambhir ने ड्रेसिंग रूम की ख़बरों का खंडन किया  •  AFP/Getty Images

भारतीय कोच गौतम गंभीर ने कहा कि ड्रेसिंग रूम में "सब कुछ नियंत्रण में है" लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि MCG टेस्ट हारने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी में 2-1 से पिछड़ने के बाद उन्होंने टीम के साथ "ईमानदारी" से बातचीत की थी। मेलबर्न में उस हार और सिडनी में नए साल के टेस्ट के बीच के दिनों में, एक रिपोर्ट में कहा गया था कि गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया में भारत के खेलने के तरीके़ के चलते धैर्य खो दिया था।
"गंभीर ने पांचवें टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, "मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी रिपोर्ट का जवाब देने की ज़रूरत है। कुछ ईमानदार शब्द हैं। मैं बस इतना ही कह सकता हूं। अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं और कुछ बड़ी चीज़ हासिल करना चाहते हैं तो ईमानदारी बेहद ज़रूरी है।"
हालांकि गंभीर को "बेहद, बेहद भरोसा" था कि भारत सिडनी में जीत हासिल कर सकता है, जिससे सीरीज़ बराबर हो जाएगी और ट्रॉफ़ी बरक़रार रहेगी। "अगर किसी ने 40-45 दिन पहले कहा होता कि हम इस स्थिति में होंगे, कि हम सिडनी आकर सीरीज़ बराबर कर सकते हैं, तो यह एक अच्छी स्थिति है। और मुझे नहीं लगता कि कुछ भी नियंत्रण से बाहर है।"
"जब आप इस तरह के टेस्ट की बात करते हैं, तो ऐसा नहीं है कि बल्लेबाज़ी अच्छी नहीं रही या गेंदबाज़ी अच्छी नहीं रही। अगर बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी अच्छी नहीं होती, तो हम टेस्ट मैच नहीं जीत पाते या हम 2-1 से पीछे नहीं होते। हम इससे भी बदतर स्थिति में हो सकते थे। इसलिए, जैसा कि मैंने कहा मुझे नहीं लगता कि कुछ भी चिंताजनक है।"
"हम जानते हैं कि हमारे पास कौशल है। हमारे ड्रेसिंग रूम में वह सब कुछ है जो यहां टेस्ट मैच जीत सकता है। सिर्फ़ यहां ही नहीं, शायद भविष्य में भी हम कुछ अविश्वसनीय चीज़ें कर सकते हैं।"
भारत के कुछ वरिष्ठ खिलाड़ी जैसे रोहित शर्मा फ़ॉर्म में नहीं हैं। गंभीर ने पुष्टि नहीं की कि वह शुक्रवार को खेलेंगे या नहीं। विराट कोहली और ऋषभ पंत, सभी का ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन ख़राब रहा है।
गंभीर ने कहा, "सबसे पहले, सभी जानते हैं कि उन्हें किस क्षेत्र में काम करना है। और ऐसा नहीं है कि मैं यहां व्यक्तियों के बारे में बात कर रहा हूं। क्योंकि आख़‍िरकार, आप एक टीम के रूप में जीतते हैं और एक टीम के रूप में हारते हैं। और जब आप अपने देश के लिए खेल रहे होते हैं, तो हर कोई अपना अधिकतम योगदान देने की कोशिश करता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है।"
"और ऐसा नहीं है कि खिलाड़ी और कोच के बीच की बहस हर किसी को पता होनी चाहिए। यह सिर्फ़ उनके बीच ही होनी चाहिए। आप [बाहरी लोग] सिर्फ़ नतीजे देखते हैं। और, सौभाग्य से या दुर्भाग्य से, यह खेल सिर्फ़ नतीजों के लिए जाना जाता है। लेकिन व्यक्तियों और ड्रेसिंग रूम के बीच की बातचीत वहीं रहनी चाहिए।"
मेलबर्न में जब भारत टेस्ट मैच को ड्रॉ करने की कोशिश कर रहा था, तो रोहित से लेकर कोहली, यशस्वी जायसवाल और पंत तक उनके कई बल्लेबाज़ों ने आक्रामक शॉट खेले और आउट हो गए। पिछले साल सितंबर में भारत के टेस्ट कोच के रूप में अपनी पहली सीरीज़ से पहले गंभीर ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि वह एक ऐसी टीम का हिस्सा बनना चाहते हैं जो विभिन्न परिस्थितियों के अनुकूल हो सके, चाहे वह एक दिन में 400 रन बनाना हो या ड्रॉ सुनिश्चित करने के लिए अधिक समय तक बल्लेबाज़ी करना हो। गुरुवार को उनसे पूछा गया कि क्या अपना स्वाभाविक खेल खेलने वाला बल्लेबाज़ मैच की स्थिति के साथ खिलवाड़ कर सकता है।
गंभीर ने कहा, "टीम-प्रथम विचारधारा ही मायने रखती है। यह एक टीम खेल है और आपको वही खेलना है जो टीम को आपसे चाहिए। यह बहुत आसान है। लोग स्वाभाविक खेल खेल सकते हैं। लेकिन फिर भी एक टीम खेल में व्यक्ति ही योगदान देते हैं। अगर आपको एक निश्चित तरीके से खेलने की ज़रूरत है, तो मुझे लगता है कि आपको ऐसा करना होगा।"
"जैसा कि मैंने अभी बताया है, एक टीम खेल में यह केवल टीम है। आपको खिलाड़ियों से यह अपेक्षा करनी होगी कि वे वही करें जो टीम को आपसे करने की आवश्यकता है। चाहे वे ख़राब सत्र खेलें, चाहे वे आक्रामक हों, क्योंकि मेरे लिए टीम खेल में यही सब मायने रखता है।"
गंभीर ने दोहराया कि भारतीय क्रिकेट अपने उतार-चढ़ाव (पिछले वर्ष टी20 विश्व कप में जीत और न्यूज़ीलैंड के ख़‍िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में सफाया) के दौर में होने के बावजूद हमेशा मज़बूत रहेगा।
उन्‍होंने कहा, "मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट हमेशा सुरक्षित हाथों में रहेगा जब तक आपके पास उस कमरे में ईमानदार लोग बैठे हैं। और किसी भी बदलाव के लिए ईमानदारी सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। और यह वरिष्ठ खिलाड़ियों को बाहर करने या युवाओं को लाने के बारे में नहीं है।"
"आख़‍िरकार, एकमात्र चीज़ जो आपको ड्रेसिंग रूम में बनाए रख सकती है, वह प्रदर्शन है। और इसकी शुरुआत हम सभी से होती है। सिर्फ़ खिलाड़ियों से ही नहीं, बल्कि कोचों से भी।"

अलगप्‍पन मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं।