बर्थडे ब्वॉय विराट कोहली का शतक : विनोद कांबली, सचिन तेंदुलकर और रॉस टेलर भी इस श्रेणी में
कोहली ने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अपने 35वें जन्मदिन पर शतक जड़ा
1998 में सचिन तेंदुलकर ने अपने जन्मदिन पर वनडे इतिहास की सबसे यादगार पारियों में से एक खेली • AFP
जयपुर में चमके मुंबई के सितारे (18 जनवरी, 1993)
डेज़र्ट स्टॉर्म का दूसरा अध्याय (24 अप्रैल, 1998)
जवाब में सौरव गांगुली 23 बनाकर दिन के दूसरे बर्थडे ब्वॉय डेमियन फ़्लेमिंग का शिकार बने। इसके बाद नयन मोंगिया ने तेंदुलकर का अच्छा साथ दिया, जब मास्टर ब्लास्टर शेन वॉर्न पर ख़ासा आक्रमण करने लगे। मोंगिया के आउट होने के बाद कप्तान अज़हर ने एक तेज़ अर्धशतक लगाया, हालांकि तब तक तेंदुलकर पूरे लय में बल्लेबाज़ी करते हुए अपना सैकड़ा जड़ चुके थे। माइकल कैस्प्रोविट्ज़ की राउंड द विकेट कोण से एक ख़राब पगबाधा के फ़ैसले ने तेंदुलकर को 134 रन के बाद पवेलियन लौटाया, लेकिन तब तक वह भारतीय जीत की नींव रख चुके थे।
विपक्षी कप्तान स्टीव वॉ ने कुछ साल बाद 'टेन स्पोर्ट्स' को कहा था, "मैंने टीम मीटिंग में कहा था कि हमारी टीम इतनी संतुलित थी कि भारत हमें नहीं हरा सकता था। यह बात सही साबित हुई। हम भारत से नहीं, सचिन तेंदुलकर से हार गए।"
जब रॉस बने बॉस (8 मार्च, 2011)
यहां से टेलर ने ख़ासकर स्पिन के विरुद्ध तेज़ बल्लेबाज़ी की शुरुआत की और 45वें ओवर तक टीम को 200 तक पहुंचाया। आख़िर के पांच ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी हुई, टीम का स्कोर 302 तक पहुंचा और टेलर 131 पर नाबाद रहे। आख़िर में पाकिस्तान 110 रन से हारा और नौ ओवर में 1/70 के विश्लेषण वाले शोएब अख़्तर फिर कभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले।
देबायन सेन ESPNcricinfo में सीनियर सहायक एडिटर हैं और स्थानीय भाषा प्रमुख हैं @debayansen