एबी डीविलियर्स : मुझे सच में लगता है इस बार साउथ अफ़्रीका की बारी है
डीविलियर्स को साउथ अफ़्रीका के विविध गेंदबाज़ी आक्रमण और बल्लेबाज़ी पर भरोसा है
ESPNcricinfo स्टॉफ़
15-Nov-2023
विश्व कप 2023 में साउथ अफ़्रीका की बल्लेबाज़ी ने किया है काफ़ी प्रभावित • AFP/Getty Images
1992 से ही साउथ अफ़्रीका का विश्व कप के सेमीफ़ाइनल से रिश्ता अच्छा नहीं रहा है। 2015 में एबी डीविलियर्स का भी दिल विश्व कप में टूटा था और अब उन्हें भरोसा है कि वर्तमान टीम उनके देश के सभी पुराने दर्द को मिटाएगी। गुरुवार को साउथ अफ़्रीका का सामना दूसरे सेमीफ़ाइनल में पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से होना है।
डीविलियर्स ने इस मैच से पहले कहा, "सभी दर्द और दिल टूटने के बाद मुझे वास्तव में लग रहा है कि अब हमारा समय है। यह ऐसी टीम है जिसके ऊपर इतिहास का दबाव नहीं है। सेमीफ़ाइनल होने की वजह से दबाव होगा, लेकिन ऐसा कोई कारण नहीं है कि क्यों वे टीम को पहली बार ख़िताब के क़रीब लेकर जाएं।"
पूर्व साउथ अफ़्रीकी बल्लेबाज़ का कहना है कि अगर उन्हें पिच पहले इस्तेमाल करने का मौक़ा मिले तो तेम्बा बवूमा को ऑस्ट्रेलियाई टीम को बल्लेबाज़ी करानी चाहिए। डीविलियर्स का ये भी मानना है कि साउथ अफ़्रीकी टीम टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया को पहले हरा चुकी है और उन्हें उसी से प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "लीग स्तर में हमने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ बड़ी जीत हासिल की थी और इससे टीम को आत्मविश्वास मिलेगा, लेकिन इस बार परिस्थितियां काफ़ी अलग होंगी। हम जानते हैं कि टॉस अहम होगा। जब साउथ अफ़्रीका ने पहले बल्लेबाज़ी की है तो उन्होंने बड़ी जीत हासिल की है। हर बार वे 300 के पार गए हैं। स्कोर का पीछा करना कठिन रहा है और अगर वे आधे मैच तक ऑस्ट्रेलिया को पीछे नहीं छोड़ पाए तो उनकी धड़कनें ज़रूर बढ़ेंगी।"
डीविलियर्स को साउथ अफ़्रीका के विविध आक्रमण पर भी काफ़ी भरोसा है।
उन्होंने कहा, "गेंदबाज़ी आक्रमण भी काफ़ी अच्छा है। मार्को यानसन और लुंगी एनगिडी नई गेंद से विकेट ले सकते हैं तो वहीं कगिसो रबाडा और जेराल्ड कोएत्ज़ी बाद में आकर घाव देते हैं। ये सब केशव महाराज की स्पिन के पास जाने से पहले होंगे। अगर ये पांचों खेले तो ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ा ख़तरा पैदा करेंगे।"
साउथ अफ़्रीका की तारीफ़ करते हुए डीविलियर्स इस बात से को भी नहीं भूले कि ग्लेन मैक्सवेल जैसे खिलाड़ी के रहते हुए विश्व कप के नॉकआउट में ऑस्ट्रेलिया को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया हमेशा मज़बूत रही है और पहली दो हार के बाद उन्होंने शानदार प्रतिक्रिया दी है। अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैक्सवेल की पारी अद्भुत थी। यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि साउथ अफ़्रीका को उन्हें आंख ज़माने का मौक़ा नहीं देना चाहिए।"