जुलाई में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ से बढ़िया फ़ॉर्म में चल रहे हैं लियम लिविंगस्टन • BCCI
देखो-देखो, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का कारवां एक बार फिर से आ गया। हालांकि टूर्नामेंट वहीं से जारी रहेगा जहां से इसे स्थगित किया गया था, लेकिन इसके इर्द-गिर्द एक नया जोश और एक नई ऊर्जा उभर कर आ रही है। टीमें अलग हैं, कई स्टार खिलाड़ियों ने अपने नाम वापस ले लिए हैं, और तो और मैदान भी बदल चुके हैं। नए खिलाड़ी प्रभाव डालने के नए अवसर अपने साथ लेकर आते हैं। यहां हम कुछ ऐसे खिलाड़ियों पर नज़र डाल रहे हैं, जो आईपीएल के दूसरे चरण में अपनी छाप छोड़ सकते हैं।
आईपीएल के पहले चरण के दौरान लिविंगस्टन लंबे छक्के लगाने वाले एक होनहार बल्लेबाज़ थे, जो राजस्थान रॉयल्स की शुरुआती एकादश में जगह नहीं बना सके। इतना ही नहीं, टूर्नामेंट के स्थगित होने से पहले ही बायो-बबल में रहने की कठिनाइयों के चलते उन्होंने घर वापस जाने का फ़ैसला कर लिया था। अब लिविंगस्टन गेंदबाज़ों की उम्मीदों और हर तरह की लेंथ गेंदों को धराशाई करने फिर से वापस आ रहे हैं। पिछले दो महीनों में उनके खेलने के अंदाज़ और धारणा में परिवर्तन आया है। पाकिस्तान के ख़िलाफ़ उन्होंने मात्र 43 गेंदों में 103 रनों की पारी खेली थी।
इन दो महीनों में उन्होंने "द हंड्रेड" के नौ मुक़ाबलों सहित कुल 13 टी20 मैच खेले हैं, जहां 190.47 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए उनकी औसत 52 की रही है। उन 13 पारियों में से एक भी पारी 100 या उससे कम के स्ट्राइक रेट से नहीं आई है। अगर रॉयल्स जोफ़्रा आर्चर, बेन स्टोक्स और जॉस बटलर को खोने के बाद किसी तरह के उद्धार के लिए प्रार्थना कर रही थी, तो लगता है कि लिविंगस्टन के रूप में उस प्रार्थना का जवाब उनको मिल गया है।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: उपलब्ध रहने पर लिविंगस्टन निश्चित तौर पर रॉयल्स के लिए हर मैच में शुरुआत करेंगे। उनके अन्य विदेशी खिलाड़ी भी सक्षम हैं, लेकिन उनमें से कोई भी लिविंगस्टन की तरह ताबड़तोड़ अंदाज़ में बल्लेबाज़ी नहीं कर सकता है। लेग-स्पिन और ऑफ़-स्पिन गेंदबाज़ी करने की उनकी क्षमता को भी ना भूलें।
यह थोड़े आश्चर्य की बात थी कि इस साल की शुरुआत में हुए नीलामी में हसरंगा के लिए कोई बोली नहीं लगाई गई। ऐडम ज़ैम्पा के आईपीएल के दूसरे चरण से बाहर होने के बाद उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) में जगह मिली। आरसीबी ऐसी स्थिति में है, जहां उन्हें खोए हुए खिलाड़ी से बेहतर खिलाड़ी रिप्लेसमेंट के रूप में मिल गया है। हसरंगा पिछले कुछ वर्षों में अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं। 2019 में पहली बार टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने के बाद से उन्होंने टी20 क्रिकेट में 45 मैच खेलते हुए 71 विकेट झटके हैं। वह गेंदों में बढ़िया मिश्रण करते हैं और फ्लाइट करने से कतराते नहीं है। साथ ही वह निचले क्रम में 131.62 की स्ट्राइक रेट के साथ बड़े शॉट्स लगाने की भी क्षमता रखते हैं। बल्लेबाज़ी में उनकी यह क्षमता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उभरकर नहीं आई है, लेकिन यह भी याद रखना चाहिए की श्रीलंका ने ऐसी पिचों पर क्रिकेट खेला है जहां बल्लेबाज़ी करना इतना आसान नहीं होता।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: हसरंगा को एबी डीविलियर्स, ग्लेन मैक्सवेल और काइल जेमीसन के साथ ज़्यादातर समय आरसीबी की शुरुआती XI में होना चाहिए। आईपीएल के पहले चरण के दौरान आरसीबी डेनियल क्रिस्टियन के साथ गया था, लेकिन हसरंगा गेंद के साथ एक अधिक शक्तिशाली विकल्प पेश करते हैं और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में उन्हें पिच से मदद भी मिलेगी।
टी20 विश्व कप के लिए मिल्न न्यूजीलैंड के रिज़र्व खिलाड़ी है, लेकिन सबसे छोटे प्रारूप में उनकी हालिया फ़ॉर्म को देखते हुए उनके शुरुआती एकादश का हिस्सा बनने की उम्मीद की जा सकती है। मिल्न ने 2021 में टी20 क्रिकेट में किसी भी अन्य वर्ष की तुलना में अधिक गेंदें फेंकी हैं, जो इस तेज़ गेंदबाज़ के लिए एक उत्साहजनक संकेत है। "द हंड्रेड" में उन्होंने कमाल की गेंदबाज़ी की थी। वह न केवल संयुक्त चार शीर्ष विकेट लेने वालों में से एक थे, बल्कि सभी गेंदबाज़ों में उनकी इकॉनमी सबसे अच्छी थी।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: "द हंड्रेड" के फ़ॉर्म को देखते हुए मिल्न को मुंबई इंडियंस की पहली XI में जगह बनाने का बहुत अच्छा मौक़ा मिलना चाहिए। वह आईपीएल में नए नहीं है, उन्होंने 2016-17 में आरसीबी के लिए पांच मैच खेले हैं और पहले चरण में मुंबई के लिए एक मैच खेला है। उनकी गति हमेशा तेज़ रही है, लेकिन वह किसी भी पिच पर खतरा बन सकते है। वह मुंबई के लिए चौथे विदेशी स्थान पर निशाना साधेंगे, जिसमें तीन क्विंटन डिकॉक, कायरन पोलार्ड और ट्रेंट बोल्ट द्वारा लिए जा चुके हैं। यदि मुंबई चाहता है कि उन्हें बल्लेबाज़ी में अधिक गहराई की आवश्यकता है, तो वह मिल्न की जगह जिमी नीशम, नेथन कुल्टर-नाइल या मार्को यानसन की तरफ़ देख सकते हैं।
इस सूची के सभी नामों में से लुईस ऐसे खिलाड़ी हैं, जो हालिया मैचों में दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वह कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) 2021 के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ बनकर उभरे और उन्होंने अपनी टीम सेंट किट्स एंड नीविस पेट्रियट्स को ख़िताब भी दिलाया। उन्होंने क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुल 38 छक्के भी लगाए। जब आप गेल से ज़्यादा छक्के लगा रहे हो, तब आप बढ़िया फ़ॉर्म में होंगे ही। लुईस भी आईपीएल में नए नहीं है। वह 2018 और 2019 में मुंबई इंडियंस के लिए 16 मैच खेल चुके हैं। हालांकि इस दौरान उनका फ़ॉर्म कुछ ख़ास नहीं रहा था। राजस्थान रॉयल्स चाहेंगे कि 2018 और 2019 वाले लुईस की बजाए इस बार 2021 वाले लुईस टूर्नामेंट में चार चांद लगा दें। वह 160 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, जो जॉस बटलर की ग़ैर मौजूदगी में रॉयल्स के लिए बहुत फ़ायदेमंद होगा।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: रॉयल्स के एकादश में विदेशी स्लॉट में पहले दो नाम क्रिस मॉरिस और लिविंगस्टन होने की संभावना है। बल्लेबाज़ों में लुईस को डेविड मिलर और ग्लेन फ़िलिप्स के साथ एक स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा करना होगी। फ़िलिप्स इस मामले में ज़्यादा मायने नहीं रखेंगे क्योंकि कप्तान संजू सैमसन विकेटकीपिंग कर सकते हैं, इसलिए बात बल्लेबाज़ी की स्थिति और भूमिकाओं पर आ जाएगी। बाएं हाथ का इन फ़ॉर्म सलामी बल्लेबाज़ होना लुईस को टीम में जगह बनाने का एक प्रबल दावेदार बनाता है।
आरसीबी का एक और रिप्लेसमेंट खिलाड़ी जो इस टीम में बाहर हुए फ़िन ऐलेन से बेहतर फ़िट बैठता है। हालांकि डेविड को डीविलियर्स या मैक्सवेल से आगे नहीं चुना जाएगा, लेकिन सलामी बल्लेबाज़ ऐलेन के विपरीत मध्य क्रम का बल्लेबाज़ होने के नाते वह एक बढ़िया बैक-अप हो सकते हैं। डेविड को इस साल बीबीएल और पीएसएल में पहले ही सफलता मिल चुकी है। उन्होंने सीपीएल में एक कदम और आगे बढ़ाया, निचले मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने आए और नियमित रूप से तेज पारियां खेलते चले गए। मुख्य रूप से नंबर छह पर बल्लेबाज़ी करने के बावजूद वह सीपीएल 2021 में तीसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बनकर उभरे। उन्होंने दिखाया कि वह एक कठिन भूमिका को अच्छी तरह से निभा सकते हैं - एक मध्य-क्रम का खिलाड़ी जो न केवल बड़े हिट लगा सकता है बल्कि लंबे समय तक क्रीज़ पर टिके भी रह सकता है।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: मध्य क्रम में डीविलियर्स और मैक्सवेल के होने के कारण डेविड इस समय तो बैक-अप विकल्प हैं। अन्य दो स्थानों के लिए टीम में जेमीसन और हसरंगा के आने की उम्मीद, है जो उन्हें एक बढ़िया संतुलन प्रदान करेगा। हालांकि अगर टीम अपनी बल्लेबाज़ी को मज़बूत करना चाहेगी तो किसी एक गेंदबाज़ी ऑलराउंडर की जगह डेविड को खेलने का मौक़ा मिल सकता है।
दुनिया के नंबर एक रैंकिंग वाले टी20 गेंदबाज़ शम्सी 2016 में आईपीएल का हिस्सा रह चुके हैं। तब शम्सी वह गेंदबाज़ नहीं थे, जो अब अपनी कला में बहुत अधिक महारत हासिल कर चुके हैं। आईसीसी रैंकिंग हमेशा किसी खिलाड़ी की स्थिति का सही प्रतिबिंब नहीं होती है - विशेष रूप से T20I में - लेकिन रैंकिंग को अनदेखा करते हुए भी, आप शम्सी के प्रदर्शनों को अनदेखा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने साउथ अफ़्रीका और कैरेबियन, आयरलैंड, द हंड्रेड और फिर श्रीलंका में फ्रेंचाइज़ियों की ओर से इस साल बहुत सारे टी20 मैच खेले हैं। इन सभी मैचों में उन्हें पढ़ना या उनके ख़िलाफ़ स्कोर करना मुश्किल बना रहा है। टी20 क्रिकेट के मध्य ओवरों में सटीक कलाई-स्पिन हमेशा बेहतरीन होती है और शम्सी ने इस साल 28 मैचों में केवल 6.60 प्रति ओवर की दर से 41 विकेट लिए हैं। उन्होंने जो 607 गेंदें फेंकी हैं, वह भी उनके लिए एक साल में सबसे अधिक हैं। इसके चलते वह अलग-अलग परिस्थितियों में और विरोधियों के ख़िलाफ़ अच्छे फ़ॉर्म के साथ यहां आ रहे हैं।
अंतिम एकादश में शामिल होने के मौक़े: जबकि शम्सी रॉयल्स के किसी भी भारतीय स्पिनर से बेहतर विकल्प हैं, शुरुआती एकादश में उनका शामिल होना इस बात पर निर्भर करेगा कि टीम को किस संतुलन की ज़रूरत है। उनकी बल्लेबाज़ी थोड़ी कमज़ोर है और ऐसे में लिविंगस्टन के साथ लुईस अथवा मिलर को खेलने का मौक़ा मिल सकता है। मॉरिस टीम का हिस्सा ज़रूर होंगे और आख़िरी स्थान के लिए शम्सी को दूसरे विदेशी खिलाड़ियों से प्रतिस्पर्धा करनी होगी।