आईपीएल नीलामी में चमक सकते हैं ये छह अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी
शिवम मावी, एन जगदीशन, मुकेश कुमार और ये अन्य खिलाड़ी बड़ी बाज़ी मार सकते हैं
शिवम मावी ने 2022 में संघर्ष करने के बाद से अपनी डेथ गेंदबाज़ी पर काम किया है • BCCI
शिवम 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंदबाज़ी कर सकते हैं, नई गेंद को स्विंग करा सकते हैं और पावरप्ले में विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ हैं। हालांकि वह चोटों और फ़ॉर्म की समस्या से ग्रस्त रहे हैं। उन्होंने आईपीएल 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए छह मैचों में केवल पांच विकेट लिए। उनकी इकॉनमी 10.31 की रही। कोलकाता ने फ़रवरी में हुए नीलामी में उनको 7.25 करोड़ रुपये में ख़रीदा था। सच्चाई यह है कि वह केवल 24 साल के हैं और उनके पास आईपीएल और घरेलू अनुभव है, जो उनके पक्ष में काम करेगा। शिवम ने बाउंसर और यॉर्कर सहित अपनी विविधताओं पर काम किया है, साथ ही उन्होंने अपनी डेथ गेंदबाज़ी कौशल पर भी काम किया है और भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों की हमेशा मांग रहती है।
एक ऐसा नाम जिसे स्काउट्स अक्सर एक उभरती हुई प्रतिभा के रूप में बताते हैं। वह विदर्भ की तेज़ गेंदबाज़ी युनिट के प्रमुख सदस्य हैं। यश ने अपनी डेथ गेंदबाज़ी से प्रभावित किया है और उन्होंने हाल ही में सैयद मुश्ताक़ अली टी20 टूर्नामेंट में ज़बरदस्त किया, जहां उन्होंने 10 मैचों में 7.17 की इकॉनमी से 15 विकेट चटकाए। 24 साल के होने जा रहे यश ने नेट गेंदबाज़ के रूप में कई आईपीएल का हिस्सा रहे हैं और हाल ही में पंजाब किंग्स के दल का हिस्सा थे। वह अभी चोटिल हैं, लेकिन यह उनके ख़िलाफ़ नहीं जाना चाहिए बशर्ते वह आईपीएल के लिए समय पर फ़िट हो जाएं।
स्टंप के पीछे एमएस धोनी की मौजूदगी के कारण जगदीशन को चेन्नई सुपर किंग्स में ज़्यादा गेम टाइम नहीं मिला और चेन्नई ने उन्हें केवल 20 लाख रुपये में ख़रीदने के बावजूद नीलामी से पहले रिलीज़ कर दिया। 27 वर्षीय जगदीशन ने विस्फोटक के बजाय विश्वसनीय बल्लेबाज़ होने की ख़्याति के लिए संघर्ष किया है और उस धारणा को बदलने पर काम किया है। उन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के दौरान लगातार पांच लिस्ट ए शतक बनाया और ऐसा कारनामा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज़ बने। जगदीशन ने इस फ़ॉर्म को रणजी ट्रॉफ़ी में बरक़रार रखा और इस सीज़न के तमिलनाडु के पहले मैच में 77 गेंदों में शतक जड़ दिया। वह पहले ही मैजूदा आईपीएल चैंपियन गुजरात टाइटंस के साथ ट्रायल कर चुके हैं, जो ऋद्धिमान साहा के बाद दूसरे भारतीय विकेटकीपर की तलाश में हैं।
पंजाब के उभरते हुए तेज़ गेंदबाज़ी ऑलराउंडर सनवीर ने हाल के दिनों में घरेलू क्रिकेट में ज़बरदस्त प्रदर्शन से प्रभावित किया है। गेंद के साथ स्विंग और सटीकता उनकी सबसे बड़ी ताक़त है और वह निचले क्रम में आतिशी बल्लेबाज़ी भी कर सकते हैं। सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उन्होंने 205.17 के स्ट्राइक रेट से तीन पारियों में 119 रनबनाए। सनवीर ने इस टूर्नामेंट में ज़्यादा गेंदबाज़ी नहीं की, उन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के दौरान अपनी क्षमता की झलक दिखाई, जहां उन्होंने 156 रन बनाने के अलावा पांच मैचों में सात विकेट चटकाए। 26 वर्षीय सनवीर जब घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे होते हैं तो वह चेन्नई में लीग क्रिकेट का प्रशिक्षण लेते हैं और खेलते हैं, जिसे वह एक ऑलराउंडर के रूप में अपनी प्रगति का श्रेय देते हैं।
बंगाल के 29 वर्षीय तेज़ गेंदबाज मुकेश इंडिया ए के लगातार दो सीरीज़ (न्यूज़ीलैंड और बांग्लादेश के ख़िलाफ़) का हिस्सा रहे हैं और उन्होंने इस मौक़े का पूरा लुत्फ़ उठाया। साथ ही वह सितंबर में अफ़्रीका के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ के दौरान भारतीय वनडे टीम का हिस्सा थे। यह विशेष रूप से प्रभावशाली है कि उन्होंने यहां तक का सफर घरेलू प्रदर्शन के माध्यम से और अब तक बिना आईपीएल खेले तय किया है। अपने नियंत्रण के लिए जाने जाने वाले मुकेश गुड लेंथ पर गेंद करते हैं पिच से हल्का परिवर्तन के साथ बल्लेबाज़ों को चकमा देते हैं। उन्हें पिछले साल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने नेट गेंदबाज़ के तौर पर बुलाया था लेकिन कोविड-19 के कारण वह मिस कर गए थे। उनका बंगाल के लिए सफ़ेद गेंद से भी बढ़िया सीज़न रहा था। उन्होंने सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में ओडिशा के ख़िलाफ़ तीन विकेट लेकर उन्हें 86 रन पर ढेर करने में अपनी टीम की मदद की थी और ध्यान आकर्षित किया था।
आकाश का सपना है कि वह मुंबई इंडियंस के लिए खेलें और शहर का प्रतिनिधित्व करें जहां से उनकी मां हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं और जिस टीम में दाएं हाथ के ज़्यादा खिलाड़ी हों उनके लिए बाएं हाथ का विकल्प प्रदान करते हैं। आकाश ने सैयद मुश्ताक़ अली टी20 टूर्नामेंट में हिमाचल के लिए सबसे ज़्यादा 216 रन बनाए। उनके ये रन 163.63 के स्ट्राइक रेट से आए और उन्होंने बाएं हाथ से अच्छी स्पिन गेंदबाज़ी भी की। उन्होंने बंगाल के ख़िलाफ़ इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फ़ाइनल में कठिन परिस्थितियों में अपनी बल्लेबाज़ी का कौशल दिखाया और 200 के लक्ष्य का पीछा करते हुए 42 गेंदों में 76 रन की मैच जिताऊ पारी खेली।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ़्रीलांसर कुणाल किशोर ने किया है।