पूर्व भारतीय बल्लेबाज़
संजय मांजरेकर का मानना है कि
रोहित शर्मा एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं और अब उन्हें हर सुबह अपने आप पर अतिरिक्त ज़ोर देना होगा।
IPL 2025 में शनिवार को गुजरात टाइटंस (GT) के ख़िलाफ़
मैच में रोहित सिर्फ़ आठ रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले सीज़न के अपने पहले मैच में वह
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के ख़िलाफ़ चार गेंदों के डक (0) पर आउट हुए थे।
मांजरेकर ने जियोस्टार से बात करते हुए कहा, "अब वह तीन-चार साल पहले वाले रोहित शर्मा नहीं हैं। वह अपने करियर के उस पड़ाव पर हैं, जहां पर उन्हें अपने आप पर हर सुबह अतिरिक्त ज़ोर देना होगा। उन्हें और बेहतर तरीक़े से ट्रेन करना होगा क्योंकि चीज़ें उनके हाथों से फिसल रही हैं। वह अभी भी अपने नैसर्गिक प्रतिभा पर निर्भर करते हैं।"
रोहित का ना सिर्फ़ IPL बल्कि अंतर्राष्ट्रीय करियर भी ख़राब फ़ॉर्म से गुजर रहा है। 2024 में टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने सिर्फ़ एक अर्धशतक के साथ सिर्फ़ 10.93 की औसत से रन बनाए। चैंपियंस ट्रॉफ़ी में उन्होंने लगभग हर मैच में भारत को तेज़ शुरूआत देने की कोशिश की, लेकिन इस टूर्नामेंट में भी उनके नाम सिर्फ़ एक अर्धशतक था, जो कि फ़ाइनल में आया।
पांच बार के चैंपियन मुंबई इंडियंस (MI) ने इस सीज़न के अपने दोनों मैच गंवाए हैं और उनके कप्तान हार्दिक पंड्या का मानना है कि उनके बल्लेबाज़ों को अब जल्द से जल्द लय में आना होगा और
ज़िम्मेदारी लेनी होगी।
मांजरेकर भी लगभग ऐसा ही सोचते हैं। उनका मानना है कि इस साल मुंबई का बल्लेबाज़ी क्रम कुछ ख़ास, स्थिर और कन्विंसिंग नहीं नज़र आ रहा है।
उन्होंने कहा, "इस बल्लेबाज़ी क्रम के अधिकतर बल्लेबाज़ उन पिचों पर निर्भर हैं, जहां गेंद अच्छे से बल्ले पर आती है। इसके अलावा अगर गेंद बल्ले पर सही से आ भी रही हो, जैसा वानखेड़े में होता है, तो भी उन्हें 12 या 13 रन प्रति ओवर बनाने में संघर्ष करना पड़ सकता है।"
हालांकि मांजरेकर का मानना है कि यह अभी सीज़न की शुरुआत है और इससे MI को पूरी तरह से दरकिनार नहीं किया जा सकता है। "वह अब भी वापसी कर ख़िताब जीत सकते हैं, जैसा कि उन्होंने 2014 में किया था।"