जब
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने अपने 18वें प्रयास में पहली बार IPL खिताब जीता, उस समय
विराट कोहली की आंखों में ख़ुशी के आंसू थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले दो दशकों में इस टीम को अपनी जवानी, अपना स्वर्णकाल और अपना अनुभव दिया है।
कोहली एकमात्र खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सभी 18 IPL सत्रों में एक ही टीम के लिए खेला है। जब RCB ने
फ़ाइनल में छह रन से जीत दर्ज की और
IPL 2025 का खिताब जीता, तो कोहली घुटनों पर थे, सिर ज़मीन की ओर झुका हुआ था और उनकी आंखों में आंसू थे।
कोहली ने मैच के बाद कहा, "यह जीत जितनी टीम के लिए है, उतनी ही फ़ैंस के लिए भी है। यह 18 साल लंबा सफ़र रहा है। मैंने इस टीम को अपना युवापन, अपना स्वर्णकाल और अपना अनुभव दिया है। मैं हर सीज़न जब आता हूं, तो इसे जीतने की पूरी कोशिश करता हूं और सब कुछ झोंक देता हूं। इस पल को जीना एक अविश्वसनीय अहसास है।
"मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह दिन आएगा। जैसे ही आख़िरी गेंद फेंकी गई, मैं भावनाओं में बह गया। इसका मेरे लिए बहुत गहरा मतलब है। मैंने इस टीम के लिए अपनी हर ऊर्जा लगा दी है।"
कोहली ने IPL जीत को अपने सभी अन्य खिताबों के बराबर का पल बताया और बेंगलुरु और इस फ़्रेंचाइज़ी के प्रति अपने प्यार का इज़हार किया, जिसने हमेशा उनका साथ दिया।
उन्होंने कहा, "अगर मैं ईमानदारी से कहूं तो यह जीत सबसे ऊपर है। मैंने पिछले 18 सालों में अपनी पूरी ताक़त झोंक दी है। मैं इस टीम के प्रति वफ़ादार रहा, चाहे जो भी हालात रहे हों। कई बार ऐसे पल आए जब मैं अलग सोचने लगा था, लेकिन मैं इस टीम से जुड़ा रहा। मैंने टीम का साथ दिया और उन्होंने मेरा। मैं हमेशा से इस टीम के साथ यह कप जीतने का सपना देखता था।"
"किसी और के साथ कप जीतने की तुलना में यह बहुत ज़्यादा ख़ास है, क्योंकि मेरा दिल बेंगलुरु के साथ है, मेरी आत्मा बेंगलुरु के साथ है। जैसा मैंने कहा, यह वही टीम है, जिसके लिए मैं IPL में अपना आख़िरी मैच खेलूंगा। इसलिए यह जीत सबसे ऊपर है।"
"खिलाड़ी होने के नाते हम किसी चीज़ के लिए लगातार मेहनत करते हैं और यह एक बहुत ही उच्च स्तर का, तीव्र प्रतिस्पर्धा वाला टूर्नामेंट है, जिसकी आज विश्व क्रिकेट में बहुत बड़ी अहमियत है। मैं ऐसा व्यक्ति हूं, जो बड़े टूर्नामेंट, बड़े मौक़े जीतना चाहता हूं। यह एक अधूरा ख़्वा था और आज रात मैं चैन की नींद सोऊंगा।"
कोहली भले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों, लेकिन उन्होंने अपनी लगातार बेहतर बनने की कोशिश को लेकर सकारात्मक बात की। उन्होंने यह भी कहा कि वह जितनी मेहनत कर सकते हैं, कर रहे हैं और साथ ही "नम्र" बने रहने की भी कोशिश करते हैं। इस सीज़न में कोहली RCB के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने आठ अर्धशतक लगाए और इन सभी मैचों में टीम को जीत मिली।
"मेरे पास इस खेल को खेलने का ज़्यादा समय नहीं है," उन्होंने कहा। "जैसा कि आप जानते हैं, हमारे करियर की एक समाप्ति का दिन होता है। जब मैं जूते टांग दूंगा, तो मैं यह घर बैठकर कह सकूं कि मैंने सब कुछ दिया। मैं हमेशा सुधार की राह तलाशता हूं।"
उन्होंने इस जीत के बाद एबी डिविलियर्स और बाक़ी के खिलाड़ियो के योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "ABD ने इस फ़्रैंचाइज़ी के लिए जो किया है, वो अद्भुत है। मैंने उनसे कहा--'ये जीत तुम्हारी भी है, आपको हमारे साथ जश्न मनाना चाहिए। वह चार साल पहले रिटायर हुए हैं, फिर भी सबसे ज़्यादा बार प्लेयर ऑफ़ द मैच का ख़िताब उन्हीं के पास हैं। इससे पता चलता है कि उन्होंने लीग, टीम और मुझ पर क्या प्रभाव डाला है। वह इस कप को उठाने लायक़ हैं।"
विराट के लिए इस जीत के मायने सिर्फ़ एक ट्रॉफ़ी नहीं, बल्कि 18 साल के समर्पण, संघर्ष और भरोसे की जीत है। उन्होंने कहा, "यह टूर्नामेंट बहुत हाई-इंटेंसिटी का है। मैं हमेशा बड़े मुक़ाबले, बड़े मौक़े जीतना चाहता हूं। यह जीत अब तक की सबसे बेहतरीन फ़ीलिंग है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं इम्पैक्ट प्लेयर बनकर नहीं खेल सकता, मुझे 20 ओवर मैदान पर रहना होता है, फ़ील्डिंग में असर डालना होता है। भगवान ने मुझे नज़रिया और टैलेंट दिया है, बस सिर झुकाकर मेहनत करता हूं।"
उन्होंने नीलामी के बारे में और टीम की रणनीति के बारे में बात करते हुए कहा, "नीलामी में लोग हमारी रणनीति पर सवाल उठा रहे थे, पर हमें अपने खिलाड़ियों पर भरोसा था। मैनेजमेंट ने हमें पॉज़िटिव बनाए रखा। हर खिलाड़ी, हर सपोर्ट स्टाफ़ इस जीत का हक़दार है। मैं ख़ुद के बारे में बात नहीं करना चाहता। बहुत कुछ पहले ही कहा जा चुका है। यह जीत बेंगलुरु के लिए है।"