आयरलैंड के लिए सबसे ज़्यादा मैच खेलने वाले
केविन ओब्रायन ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस के साथ उनका 15 साल का करियर ख़त्म हो गया। ओब्रायन को उनकी 2011 विश्व कप में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ बेंगलुरु में 63 गेंद में 113 रनों की पारी की वजह से याद किया जाता है, जहां आयरलेंड ने आख़िरी ओवर में तीन विकेट से जीत हासिल की थी।
ओब्रायन ने अपने ट्विटर पर लिखा, "मैंने आयरलैंड के लिए खेलते हुए हर मिनट लुत्फ़ लिया है, मैदान से बाहर कई दोस्त बनाए और देश के लिए खेलते हुए मेरे पास बहुत सारी यादें हैं। मेरे सभी गर्व के क्षण और पसंदीदा यादें आयरिश प्रशंसकों के सामने रही, चाहे यह आयरलैंड में हो या विदेशों में, वर्षों से अविश्वसनीय समर्थन के लिए धन्यवाद।"
आयरलैंड ने अब तक तीन टेस्ट खेले हैं और तीनों में ही ओब्रायन टीम का हिस्सा रहे। इसके अलावा उन्होंने 153 वनडे और 110 टी20 भी खेले। उन्होंने अपना आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच पिछले साल यूएई में टी20 विश्व कप क्वालीफ़ाइंग में
नामीबिया के ख़िलाफ़ खेला था।
यह उनके लिए ख़राब साल गया था। 2021 में वह 14 टी20 पारियों में केवल 301 रन ही बना पाए थे। आयरलैंड टी20 विश्व कप के सुपर 12 में नहीं पहुंच पाई थी, जहां उन्हें श्रीलंका और नामीबिया से हार मिली थी। इन तीन पारियों में उन्होंने केवल 9, 5 और 25 का स्कोर किया।
इसके बाद उन्हें कभी आयरलैंड के लिए खेलने का मौक़ा नहीं मिला।
ओब्रायन ने आगे लिखा, "मैंने उम्मीद की थी अपने करियर का अंत 2022 में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के बाद करूंगा, लेकिन पिछले विश्व कप से मैं टीम में नहीं चुना गया हूं। मुझे लगता है कि चयनकर्ता और टीम प्रबंधन अब किसी ओर जगह देख रहे हैं।"
वह
वनडे से पिछले साल संन्यास ले चुके हैं। ओब्रायन ने आयरलैंड के लिए पदार्पण 2006 में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे में किया था। इसके बाद वह लगातार खेले। उन्होंने अपना आख़िरी वनडे नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ 2021 में खेला था।
हालांकि, जो पारी उन्होंने बेंगलुरु में खेली थी ऐसी कभी नहीं खेल पाए। उन्होंने 50 गेंद में जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, टिम ब्रेसन, ग्रीम स्वान और अन्य गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ खेलते हुए शतक लगा दिया था। यह अभी भी वनडे विश्व कप का सबसे तेज़ शतक है, जबकि किसी आयरलैंड के बल्लेबाज़ का सबसे तेज़ शतक। इसका मतलब था कि इंग्लैंड ने जो 327 रनों का लक्ष्य दिया था, उसको आयरलैंड ने 49.1 ओवर में पा लिया था। इस विश्व कप में आयरलैंड ने दूसरा मैच नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ जीता था।
वहीं 2007 विश्व कप में भी ओब्रायन की बेहतरीन यादें जुड़ी हैं। इस बार उन्होंने पाकिस्तान को किंगस्टन में हराया था और ओब्रायन 52 गेंद में 16 रन बनाकर नाबाद रहे थे। इस जीत के साथ आयरलैंड ने सुपर 8 में क्वालीफ़ाई किया था और पाकिस्तान बाहर हो गई थी।
उनका टी20 में बेहतरीन साल 2019 में रहा, जब उन्होंने 155 के स्ट्राइक रेट से 729 रन बनाए थे। वह उस वर्ष टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे ज़्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर थे। उस साल उन्होंने
हांग कांग के ख़िलाफ़ 62 गेंद में 122 रनों की पारी खेली थी।
टैस्ट में उनका औसत 51.60 का रहा। 2018 में
पाकिस्तान के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट में उन्होंने 118 रन बनाए थे, जो आयरलैंड की ओर से इस प्रारूप में एकमात्र शतक है।