अभी वह केवल अपने पहले ओवर में हैं और विश्व के महानतम बल्लेबाज़ रोहित शर्मा को उन्होंने परेशान कर रखा है और वह कुछ नया भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने हमेशा ही पिच को काफ़ी सख़्ती से मारने वाली गेंदें डाली हैं लेकिन अब उनका नियंत्रण एक अलग ही स्तर का है।
एक वक़्त भारत के कई अंडर-19 विश्व कप से उभरने वाले सितारों में आवेश का नाम भी हुआ करता था। 2016 के संस्करण में जब भारत फ़ाइनल में पहुंचा तो उस प्रतियोगिता में आवेश सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। उसी टूर्नामेंट के और खिलाड़ी अपने आप में अब बड़े स्टार हैं - राशिद ख़ान शायद दुनिया के सबसे बेहतरीन टी20 गेंदबाज़ हैं। शादाब ख़ान पाकिस्तान टीम के सफलतम सफ़ेद-गेंद बोलर रूप में आगे आ चुके हैं। इनके अलावा शिमरॉन हेटमायर, अल्ज़ारी जोसेफ़ और संदीप लामिछाने भी विश्व क्रिकेट में अच्छे दर्जे पर स्थित हैं।
आवेश ने आईपीएल में पदार्पण 2017 में किया और 2021 से पहले चार सालों में सिर्फ़ नौ मैच खेले। क्या यह अविश्वसनीय नहीं है? आवेश नई गेंद और डेथ ओवर्स में बराबरी का ख़तरा हैं। वह निरंतर रूप से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार को पार करते हैं और ऊपर से वह भारतीय हैं अर्थात आप उन्हें खिलाने पर एक अतिरिक्त विशेषज्ञ खिलाड़ी को खिला सकते हैं जो विदेशी भी हो सकते हैं। इसके अलावा क्रिकेट की दुनिया में दो दुर्लभ क़िस्म के खिलाड़ी हैं सिक्स-हिटर और ऑलराउंडर।
वैसे पुराने वाले आवेश में थोड़ा फ़र्क़ था। वह आवेश हर चार गेंद पर एक बॉउंड्री खाता था और उसे एक विकेट लेने में लगभग 36 गेंदें लगती थी और वह 10 रन प्रति ओवर की इकॉनमी रखता था।
2021 का आवेश अलग है। अब वह सात गेंदों में बाउंड्री खाता है और उसका स्ट्राइक रेट हर 13 गेंदों का बन गया है और इकॉनमी सात रन प्रति ओवर की है।
पारियों के बीच इंटरव्यू में उनके गेंदबाज़ी के जोड़ीदार अनरिख़ नॉर्खिये ने कहा, "मुझे नहीं पता वह अपने गेम में और सुधार कैसे ला सकते हैं।"
पारी की 19वीं एवं आवेश की आख़िरी ओवर में उन्होंने हार्दिक पंड्या को धराशायी कर दिया। गेंद यॉर्कर थी और वह भी इनस्विंगिंग। रफ़्तार 141 किलोमीटर प्रति घंटे की। हार्दिक ने चहलकदमी करके हेलीकॉप्टर शॉट के लिए ख़ुद को तैयार किया। लेकिन गेंद हवा में तेज़ गति से लहराने लगी। हार्दिक ख़ुद को सटीक तरीक़े से तैयार कर ही रहे थे की गेंद आई और उनके पैरों के बीच से निकलती हुए लेग स्टंप से जा टकराई।
पुराने वाले आवेश ऐसे लम्हे ज़रूर बना सकते थे लेकिन एक टी20 मैच सिर्फ़ 3.75 की इकॉनमी से ख़त्म करना शायद उनके लिए मुश्किल था। उच्च कोटि के फ़ास्ट बोलर वही कहलाते हैं जो नई और पुरानी गेंद दोनों से विकेट लेते हैं। साथ में रन भी रोकते हैं और बल्लेबाज़ों में डर बनाए रखते हैं। ऐसा लगता है 2021 का आवेश ख़ान इन सारे मापदंडों पर खरा उतरने लगा है।