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पुजारा और रहाणे के फ़ॉर्म ने बढ़ाई भारत की मुश्किलें

टीम को उनके बल्ले से रनों की यह कमी खल रही है

दूसरे दिन के खेल में भारत ने बहुत जल्दी अजिंक्य रहाणे को खो दिया। इसके बाद ईएसपीएनक्रिकइन्फ़ो पर लाइव रिपोर्ट चला रहे वरुण शेट्टी और लॉर्ड्स के मैदान पर मौजूद नागराज गोलापुड़ी के बीच भारत के मिडिल ऑर्डर पर एक बातचीत हुई, जिसमें आंकड़ों का सहारा मिला गौरव सुंदरारमन से। यह उल्लेखनीय है कि रहाणे का टेस्ट जीवन ऐसे समय पर आया है जब गेंदबाज़ हावी रहें हैं।
वरुण: क्या चेतेश्वर पुजारा और रहाणे के वर्तमान फ़ॉर्म को देखते हुए भारत उन पर एक बल्लेबाज़ कम खिलाने से ज़्यादा दबाव बना रहा है?
नागराज: दरअसल ट्रेंट ब्रिज से ही दोनों ख़ासा दबाव में थे...पुजारा का तो इंग्लैंड में रिकॉर्ड काफ़ी ख़राब है। पुजारा इस सीरीज़ में ज़बरदस्त गेंदबाज़ी का शिकार बने हैं। लेकिन आपने यह भी देखा होगा कि इस दौरे पर वो ज़्यादा सकारात्मक बल्लेबाज़ी करने की कोशिश कर रहें हैं।
पुजारा चौथे स्टंप पर अपना संतुलन नहीं बनाए रख पा रहें हैं, क्योंकि उनके कमर का दाहिना हिस्सा खुल जा रहा है। आज सुबह बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ भी उन्हें घुटनों को मोड़ने की हिदायत दे रहे थे। लेकिन हां, पुजारा को नंबर 3 पर बने रहने के लिए दूसरी पारी में कुछ ख़ास करना पड़ेगा।
वरुण: और रहाणे?
नागराज: शायद वह ड्रॉप होने की कगार पर ना हों। वह आजकल पारी की अच्छी शुरुआत करते हैं लेकिन फिर आउट हो जाते हैं। शायद पुजारा और रहाणे दोनों की कमज़ोरियां साफ़ नज़र नहीं आ रहीं क्योंकि विराट कोहली ख़ुद 2018 के लाजवाब फ़ॉर्म में नहीं हैं।
वरुण: आंकड़ों के हिसाब से तो कोहली, पुजारा और रहाणे तीनों 2020 के बाद से लगभग बराबर ही चल रहे हैं?
नागराज: जी हां। इस मैच से पहले कोहली ने कहा था कि व्यक्ति विशेष से ज़्यादा इस टीम में "कलेक्टिव" योगदान का महत्त्व है। कोहली पर बीबीसी के लिए काम करते हुए दीप दासगुप्ता ने एक सटीक टिप्पणी दी है।
वरुण: वो क्या?
नागराज: आपको याद होगा कल कोहली ऑफ़ स्टंप पर डिफ़ेंड करते हुए थोड़ी मुश्किल में दिख रहे थे। दीप के अनुसार कोहली का अगला पैर मिड ऑफ़ या कवर कि जगह अब सीधा गेंदबाज़ की ओर बढ़ रहा है। नतीजतन वह संतुलित नहीं रह पा रहे हैं और उनकी कवर ड्राइव सीधे बल्ले से नहीं आ रही है। अर्थात भारत के तीनों स्तंभ फ़िलहाल तकनीकी तौर पर परेशान लग रहे हैं।
वरुण: फिर सवाल यही उठता है कि क्या उन तीनों में से किसी को ड्रॉप किया जा सकता है? भारत ने इतने सालों में नंबर 3 पर किसी और को खिलाया नहीं है। हनुमा विहारी वैसे प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उस स्थान पर खेलने के आदी है। मयंक अग्रवाल के टीम में लौटने पर केएल राहुल को भी उस नंबर पर खिलाया जा सकता है।
नागराज: मुझे लगता है पुजारा को कम से कम एक और टेस्ट मिलेगा। विहारी एक अच्छे विकल्प बन सकते हैं। क्या यह पुजारा के टेस्ट जीवन का अंत हो सकता है? इस सवाल का जवाब तो चयनकर्ता ही दे सकते हैं।

अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन (@debayansen) ने किया है।