चंदू सर के ख़िलाफ़ खेलना हम सभी के लिए एक चुनौती होगी : पृथ्वी शॉ
फ़ाइनल से पहले मुंबई के कप्तान ने बताया कि वह रणजी ट्रॉफ़ी घर ले जाना चाहते हैं
अफ़्ज़ल जिवानी
21-Jun-2022
41 बार चैंपियन रह चुकी मुंबई रणजी ट्रॉफ़ी की सबसे सफल टीम है। हालांकि पिछले चार सालों में टीम असफलता से जूझ रही थी। 2016-17 में जब पिछली बार मुंबई फ़ाइनल में पहुंची थी तब चंद्रकांत पंडित टीम के कोच थे और पृथ्वी शॉ अपना दूसरा रणजी मैच खेल रहे थे। अब एक तरफ़ जहां पृथ्वी, मुंबई का नेतृत्व करेंगे तो वहीं चंदू सर विपक्षी ख़ेमे में होंगे। इसलिए इस मैच को मुंबई बनाम चंदू सर की तरह भी देखा जा रहा है।
फ़ाइनल से पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में पृथ्वी ने इस बारे में कहा, "मुंबई की रणजी ट्रॉफ़ी टीम की कप्तानी करना गर्व की बात है। पांच साल पहले जब हम फ़ाइनल खेले थे, चंदू सर हमारे कोच थे और अब उनके ख़िलाफ़ खेलना हम सब के लिए एक चुनौती होगी। हमें बहुत मज़ा भी आएगा। 2016-17 में मैंने अपना डेब्यू किया था और अब मैं इस सीज़न में यह ट्रॉफ़ी घर ले जाना चाहता हूं।"
चंदू सर के बारे में आगे बताते हुए पृथ्वी ने कहा कि वह आख़िरकार पांच साल बाद उनसे आंखें मिलाकर बात कर पाए। उन्होंने कहा, "2016-17 में जब मैं उनकी छत्रछाया में खेला तब ऐसा नहीं था। लंबे समय बाद उनसे मिलकर अच्छा लगा। उन्होंने एमपी के लिए अच्छा किया है और मैं उन्हें और उनकी टीम को बधाई देता हूं। हमने चंद मिनिटों के लिए ही बातें की, शायद हम फ़ाइनल से पहले सही ज़ोन (मानसिकता) में आना चाहते हैं।"
मुंबई को फ़ाइनल तक पहुंचाने में कई खिलाड़ियों ने अपना अहम योगदान दिया हैं। 133.83 की दमदार औसत के साथ 803 रन बनाकर सरफ़राज़ ख़ान इस सीज़न के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ रहे हैं। वहीं सर्वाधिक विकेट लेने वालों की सूची में शम्स मुलानी शीर्ष पर हैं। इसके अलावा यशस्वी जायसवाल और सुवेद पारकर ने नॉकआउट मैचों में अपनी छाप छोड़ी हैं। एक युवा टीम होने के कारण उनपर फ़ाइनल का दबाव होना सामान्य है लेकिन कप्तान को लगता है कि उनकी टीम इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
महामुक़ाबले से पहले हाथ मिलाते हुए दोनों कप्तान•ESPNcricinfo Ltd
उन्होंने कहा, "मुझे अपनी टीम पर गर्व है। जिस तरह से उन्होंने लीग स्टेज में और उससे पहले अभ्यास के दौरान मेहनत की (वह सराहनीय है)। उन्हें बस मैदान पर जाकर आनंद लेना होगा। मैं युवा खिलाड़ियों से यही कह रहा हूं कि यह अंडर-19 अथवा अंडर-25 के मैच की तरह ही होगा। मेरे लिए नतीजा मायने नहीं रखता, जिस तरह आप प्रयास करते हैं वह महत्वपूर्ण है। सभी को वही करना है जो वह इतने सालों से करते आए हैं।"
टीम का प्रदर्शन तो बेहतरीन रहा है लेकिन पृथ्वी इस सीज़न में उम्मीदानुसार बल्लेबाज़ी नहीं कर पाए हैं। वह ख़ुद इस बात को जानते हैं और उनका कहना है कि क्रिकेट में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
अपने निजी फ़ॉर्म को लेकर पृथ्वी ने कहा, "मैंने कुछ अर्धशतक लगाए लेकिन वह मेरे लिए संतोषजनक नहीं है। (हंसते हुए) 50 बनाने के बाद अब कोई मुझे बधाई भी नहीं देता है। मैं ख़ुश हूं कि मेरी टीम अच्छा कर रही है।"
2020/21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद से पृथ्वी ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। तो क्या वह फ़ाइनल जीतने के साथ-साथ भारतीय टीम में वापसी का सपना देख रहे हैं?
उन्होंने बताया, "भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करना इस समय मेरे दिमाग़ के आसपास भी नहीं है। मेरा ध्यान सिर्फ़ और सिर्फ़ यह ट्रॉफ़ी जीतने पर है। हमने इसके लिए जमकर तैयारी की थी और यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।