भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष
सौरव गांगुली के अनुसार भारतीय तेज़ गेंदबाज़
जसप्रीत बुमराह के टी20 विश्व कप में खेलने पर टिप्पणी करना अभी भी जल्दबाज़ी होगी।
बुमराह को इस सप्ताह तिरुवनंतपुरम में होने वाले टी20 मुक़ाबले में खेलने के बजाय बेंगलुरु के राष्ट्रिय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में भेजा गया था जहां उनकी पीठ का स्कैन करवाया गया थी। चोट के चलते उन्हें साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध चल रहे तीन मैचों के टी20 सीरीज़ के लिए भारतीय दल से बाहर होना पड़ा है।
शुक्रवार को गांगुली ने कोलकाता के 'एक्स्ट्रा टाइम' डिजिटल चैनल से बात करते हुए कहा, "बुमराह अब तक विश्व कप दल से बाहर नहीं हुए हैं।" उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अभी भी "उम्मीद का दामन" नहीं छोड़ा है और "अगले दो या तीन दिनों" में इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
गांगुली के इस बयान से कुछ घंटे पहले बीसीसीआई के एक मीडिया रिलीज़ के मुताबिक़ बुमराह के पीठ की चोट की पुष्टि की गई थी और यह भी बताया गया था कि एनसीए की मेडिकल टीम उनकी देखभाल में व्यस्त थी।
बीसीसीआई ने बुमराह की चोट पर कोई ख़ास विवरण साझा नहीं किया है, लेकिन ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के पास जानकारी है कि बुमराह पर तिरुवनंतपुरम में रहते बुधवार को ही पीठ का स्कैन करवाया गया था। इस स्कैन से उनकी पीठ पर स्ट्रेस-संबंधी चोट की पुष्टि हुई थी। इसके बाद बेंगलुरु पहुंचने पर उनकी पीठ का दोबारा स्कैन करवाया गया था। ग़ौरतलब है कि एशिया कप अभियान से वह पीठ की चोट के चलते ही बाहर रहे थे, और ऐसे में भारतीय टीम के चिकित्सक और एनसीए का मेडिकल स्टाफ़ कोई जोखिम नहीं लेना चाहता था।
गुरुवार को लिए गए स्कैन की जांच कुछ स्वतंत्र चिकित्सा सलाहकारों द्वारा करवाई जाएगी और बीसीसीआई उन्हीं की सिफ़ारिश के आधार पर अगला क़दम उठाएगा।
मौजूदा हाल में बुमराह के लिए 6 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया जाने वाली भारतीय दल में शामिल होने के लिए फ़िट करार किए जाने के लिए एक हफ़्ते से भी कम का समय बचा है। भारत 13 अक्तूबर तक पर्थ में रहेगा और वहां से ब्रिस्बेन जाएगा जहां अभ्यास के अंतर्गत 17 अक्तूबर को ऑस्ट्रेलिया और 19 अक्तूबर को न्यूज़ीलैंड से मैच खेले जाएंगे। इसके बाद टीम मेलबर्न के लिए रवाना होगी जहां 23 अक्तूबर को टूर्नामेंट के पहले मैच में उनका सामना पाकिस्तान से होगा।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्यूज़ एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।