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अंडर-19 विश्व कप टीम ऑफ़ द टूर्नामेंट में भारत के चार खिलाड़ी शामिल

ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो टीम द्वारा चुने गए दल में पाकिस्तान के भी दो खिलाड़ी

टीग वायली ने इस टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया  •  ICC/Getty Images

टीग वायली ने इस टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया  •  ICC/Getty Images

1. टीग वायली (ऑस्ट्रेलिया)
वायली ने वेस्टइंडीज़ और स्कॉटलैंड के ख़िलाफ़ ग्रुप मैचों में क्रमशः 86 और 101 रन की पारी खेल अपनी टीम को जीत दिलाई और अगले राउंड तक पहुंचाया। क्वॉर्टर फ़ाइनल में उन्होंने 71 गेंदों में 97 रन बनाकर अपनी टीम का सेमीफ़ाइनल में स्थान पक्का कराया। हालांकि सेमीफ़ाइनल और तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में उनका बल्ला नहीं चल सका और वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहे।
2. हसीबउल्लाह ख़ान (पाकिस्तान, विकेटकीपर)
ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 135 रन की शानदार पारी खेलने वाले हसीबुल्लाह ने अगले तीन मैच में अधिक रन नहीं बनाए। हालांकि क्वार्टर फ़ाइनल में पाकिस्तान के हारने के बाद उन्होंने बांग्लादेश के विरुद्ध 79 और श्रीलंका के ख़िलाफ़ 136 रन बनाए। वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने छह मैचों में आठ कैच भी पकड़े और दो स्टंपिंग भी की।
3. डेवाल्ड ब्रेविस (साउथ अफ़्रीका)
अंडर-19 विश्व कप के प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे डेवाल्ड ब्रेविस ने छह मैचों में सर्वाधिक 506 रन बनाए। उनके नाम छह पारियों में चार शतक भी रहते लेकिन वह दो मैचों में नर्वस नाइंटीज़ का शिकार होते हुए 96 और 97 पर आउट हो गए। उन्होंने अपने लेग स्पिन से सात विकेट भी लिए।
4. शेख़ रशीद (भारत)
कोरोना के कारण दो मैच नहीं खेलने के बावजूद भारतीय उपकप्तान शेख़ रशीद इस टीम में अपना जगह बनाने में सफल रहे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मौक़ों पर टीम के लिए अपना योगदान दिया। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले मैच में भारत एक समय 11 रन पर दो विकेट गंवाकर संघर्ष कर रहा था, लेकिन रशीद ने 31 रन बनाकर टीम को संकट से उबारा। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सेमीफ़ाइनल में उन्होंने 94 रन तब बनाए, जब दोनों सलामी बल्लेबाज़ सस्ते में आउट हो चुके थे। इसी तरह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ फ़ाइनल में भी उन्होंने अर्धशतक लगाया।
5. यश ढुल (भारत, कप्तान)
रशीद की ही तरह यश भी कोरोना के कारण दो मैच नहीं खेल सके थे। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले मैच में उन्होंने 82 रन बनाए, क्वार्टर फ़ाइनल में उनका योगदान नाबाद 20 रन का था। सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ उन्होंने 110 रन की धमाकेदार पारी खेली और टीम को फ़ाइनल तक पहुंचाया। फ़ाइनल में उनकी कप्तानी में टीम ने कप हासिल किया।
6. दुनिथ वेल्लागे (श्रीलंका)
अपने कप्तान वेल्लालगे के हरफ़नमौला खेल की बदौलत श्रीलंकाई टीम ने टूर्नामेंट में छठा स्थान हासिल किया। स्कॉटलैंड और ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध उन्होंने पांच तो वेस्टइंडीज़ और अफ़ग़ानिस्तान के विरुद्ध उन्होंने तीन-तीन विकेट लिए। 17 विकेट लेकर वह टूर्नामेंट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने। बल्ले से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 52, साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ 113 और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ 40 रन बनाए।
7. राज बावा (भारत)
विश्व कप फ़ाइनल में हरफ़नमौला खेल के अलावा राज ने दो और मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले मैच में चार विकेट लिए और फिर आयरलैंड के ख़िलाफ़ नंबर तीन पर आते हुए महत्वपूर्ण 42 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाते हुए 150 के स्ट्राइक रेट से 162 रन बनाए। फ़ाइनल में तो उन्होंने कमाल करते हुए 31 रन देकर पांच विकेट लिए और फिर महत्वपूर्ण 35 रन भी बनाए।
बाएं हाथ के इस स्पिनर ने टूर्नामेंट में सिर्फ़ 3.63 की इकॉनमी से रन दिए और महत्वपूर्ण मौक़ों पर विकेट भी चटकाए। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले मैच में उन्होंने पांच विकेट लिए और फिर बांग्लादेश व ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ क्रमशः दो और तीन विकेट लेकर विपक्षी टीम को 200 रन के अंदर ही रोका।
9. आवैस अली (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के इस दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ ने टूर्नामेंट में 15 विकेट लिए, जो कि तीसरा सर्वाधिक था। उन्होंने ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ 56 रन देकर छह विकेट लिए, जो कि टूर्नामेंट का दूसरा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी प्रदर्शन था। उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ भी महत्वपूर्ण तीन विकेट लिए और पाकिस्तान को ग्रुप में शीर्ष पर रखा। क्वार्टर फ़ाइनल में उनकी टीम को हार मिली लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ दो विकेट झटके। इसके बाद फिर बांग्लादेश के ख़िलाफ़ प्ले ऑफ़ में उन्होंने तीन और विकेट लिए।
10. जॉशुआ बॉयडेन (इंग्लैंड)
बाएं हाथ के स्विंग गेंदबाज़ बॉयडेन ने इस टूर्नामेंट में 9.86 की बेहतरीन औसत से 15 विकेट लिए, जो कि टूर्नामेंट में दूसरा सर्वाधिक था। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल नौ मेडेन फेंके और नई गेंद को बेहतरीन ढंग से नियंत्रित किया। डेथ ओवरों में उन्होंने सटीक यॉर्कर भी डाले। बांग्लादेश के ख़िलाफ़ उन्होंने चार विकेट लेकर उन्हें 100 के भीतर आउट कर दिया, फिर कनाडा के ख़िलाफ़ भी चार विकेट लिए। साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ क्वॉर्टर फ़ाइनल में भी उन्होंने उनके दोनों सलामी बल्लेबाज़ों को पवेलियन में भेजा।
मोंडल ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ नाबाद 33 रन बनाकर इस टूर्नामेंट की शुरुआत की। इसके बाद अगले दो मैचों में उन्होंने क्रमशः चार और तीन विकेट लिए। भारत के ख़िलाफ़ क्वार्टर फ़ाइनल मैच में भी उन्होंने चार विकेट लिया और एक समय वह चैंपियन भारतीय टीम के लिए ख़तरा खड़ा कर चुके थे।
12th man: टॉम प्रेस्ट (इंग्लैंड)

श्रेष्ठ शाह ESPNcricinfo के सब एडिटर हैं, अनुवाद ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है