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वेंकटेश: अब गेंदबाज़ी से भी ख़ुद को साबित करना चाहता हूँ

इस रणजी सीज़न में वेंकटेश यह दिखाने के लिए उत्सुक हैं कि उन्होंने अपने खेल में कितना सुधार किया है

Venkatesh Iyer shows off his India cap on international debut, 1st T20I, India vs New Zealand, Jaipur, November 17, 2021

वेंकटेश ने 2022 में भारत के लिए डेब्यू किया था  •  BCCI

वेंकटेश अय्यर के लिए 2022 का साल काफ़ी अच्छा रहा था। पहले उन्होंने भारतीय वनडे टीम में डेब्यू किया। हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में टी20 में नंबर छह पर कुछ तेज़ पारियां खेली। साथ ही उनको यह भी लग रहा था कि 2022 के IPL में उनकी फ़िटनेस बहुत अच्छी थी। हालांकि यह अलग बात है कि उस टूर्नामेंट में उन्होंने ज़्यादा रन नहीं बनाए थे लेकिन सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी (SMAT) में उन्होंने कुछ धमाकेदार पारियां खेली थीं।
उसके बाद दुर्भाग्य से एक दिन वह टीम होटल की सीढ़ियों से गिर गए और उनका टखना टूट गया।
IPL 2022 में वेंकटेश ने कोलकाता नाईट राइडर्स के लिए खेलते हुए, अपनी 12 पारियों में सिर्फ़ 182 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद SMAT में उन्होंने बेहतरीन शुरुआत की। राजस्थान के ख़िलाफ़ नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करते हुए, 31 गेंदों में 62 रनों की आतिशी पारी खेली और सिर्फ़ 20 रन देकर छह विकेट लिए। वह यहीं नहीं रूके, इसके बाद मुंबई के ख़िलाफ़ नंबर चार पर उन्होंने 35 गेंदों में 57 रनों की बेहतरीन पारी खेली और नंबर पांच पर बल्लेबाज़ी करते हुए उत्तराखंड के ख़िलाफ़ 29 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली। इस उम्दा फ़ॉर्म के बीच वेंकटेश ने सुना कि उनका चयन न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ होने वाली टी20 सीरीज़ में होने वाला है लेकिन वह चोटिल हो गए और यह मौक़ा उनके हाथ से निकल गया।
जाहिर है कि मुझे चोट लगी थी लेकिन जब मैं तीनों विभागों में योगदान दे पाऊंगा तो मुझे चैन की नींद आएगी। यह एक ऐसी चीज़ हैं, जिसका इतज़ार मैं लंबे समय से कर रहा हूं।
वेंकटेश अय्यर
इसके बाद मैदान में वापसी करने में उन्हें चार महीने लग गए। फ़रवरी 2023 में उन्हें एक बल्लेबाज़ के तौर पर रणजी मैच में हिस्सा लेने के लिए अनुमति मिल गई। हालांकि गेंदबाज़ी करने के लिए अभी भी वह फ़िट नहीं थे और इसमें लगभग पांच महीनों का समय लग गया।
उन्होंने 2023-24 रणजी ट्रॉफ़ी सीज़न से पहले ESPNcricinfo को बताया, "मैं हमेशा से खेल के तीनों विभागों में योगदान देना चाहता था। अगर इन तीनों में से एक भी विभाग में मैं योगदान नहीं दे पाता हूं तो ऐसा लगता है कि मैं अपनी टीम के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध नहीं हूं। जाहिर है कि मुझे चोट लगी थी लेकिन जब मैं तीनों विभागों में योगदान दे पाऊंगा तो मुझे चैन की नींद आएगी। यह एक ऐसी चीज़ हैं, जिसका इतज़ार मैं लंबे समय से कर रहा हूं। हालांकि अब जब मैं गेंदबाज़ी कर रहा हूं तो मुझे काफ़ी अच्छा महसूस हो रहा है। मैंने SMAT में नई गेंद के साथ भी गेंदबाज़ी की थी।"
2023 IPLपहला ऐसा टूर्नामेंट था, जिसमें वेंकटेश ने चोट के बाद पूरी तरह से हिस्सा लिया था। पिछले सीज़न में ख़राब प्रदर्शन करने के बाद उन पर दबाव भी था। वह गेंदबाज़ी भी नहीं कर पा रहे थे और उस समय उन्हें हार्दिक पंड्या के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था। हालांकि IPL के शुरू होते ही उन्हें दो फ़ायदे मिले, एक फ़ायदा तो यह था कि IPL में इम्पैक्ट प्लेयर का नया नियम आया था, जिसके कारण वेंकटेश पर गेंदबाज़ी करने का ज़्यादा दबाव नहीं था। दूसरा फ़ायदा यह था कि चंद्रकांत पंडित KKR के नए कोच बन गए थे। ऐसे में घरेलू क्रिकेट में और IPL में वेंकटेश एक ही कोच के अंडर में खेल रहे थे।
चंद्रकांत और KKR के सहायक कोच अभिषेक नायर ने वेंकटेश को नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी कराने का फै़सला किया क्योंकि उनके नियमित नंबर तीन और कप्तान श्रेयस अय्यर चोट के कारण बाहर थे।
वेंकटेश कहते हैं, ''इसका मतलब था कि मैं टीम में कई भूमिकाएं निभाऊंगा। अगर हम पहले बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, तो मैं एंकर की भूमिका निभा सकता हूं। अगर हम 200 के आसपास का पीछा कर रहे हैं, तो मुझे पहली गेंद से ही हिट करना होगा। मुझे मेरी भूमिका में बारे में काफ़ी अच्छे से समझा दिया गया था। साथ ही इस सीज़न में मैंने ख़ुद ज़्यादा कुछ नहीं सोचा, मैंने बस वही करने का प्रयास किया जो मुझे करने को कहा गया था। अभिषेक नायर ने मुझे जो करने के लिए कहा था, वह मेरे लिए बहुत कारगार साबित हुआ। यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण काम था लेकिन मैं इसका आनंद भी ले रहा था। अभिषक नायर मुझे यह समझाने में सक्षम थे कि मुझे कब, क्या और क्यों करना चाहिए।"
वेंकटेश को जिस तरह से समर्थन मिला, उन्होंने उसके अनुरूप प्रदर्शन भी किया। 14 मैचों में 404 रन और लगभग 146 के स्ट्राइक रेट के साथ रन बनाते हुए उन्होंने मुंबई के ख़िलाफ़ शतक भी लगाया। उन्होंने यह साफ़ तौर पर कहा कि 2023 के सफल सीज़न के बीज 2022 में बोए गए थे। पहले IPL में अभिषेक ने और फिर घरेलू सीज़न के दौरान चंद्रकांत पंडित ने उनका काफ़ी समर्थन किया।
वह कहते हैं, ''मैंने कभी भी खेल को मेरे द्वारा बनाए गए रनों या मेरे द्वारा लिए गए विकेटों के आधार पर नहीं मापा है। मुझे लगता है कि अनुशासन के दृष्टिकोण से 2022 मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ [आईपीएल] था, मैंने ख़ुद के प्रति जो अनुशासन दिखाया था, वह शानदार था। मैंने कभी भी एक भी अभ्यास सत्र नहीं छोड़ा, मैं हमेशा अपने बल्लेबाज़ी कौशल पर काम करने के लिए अभिषेक नायर के साथ घंटों बिताता था। गेंदबाज़ी, क्षेत्ररक्षण, फ़िटनेस, और अपने खाने पर भी मैं पूरा ध्यान दे रहा था। वह एक ऐसा चरण था जब मैंने अपने खाने के साथ 1% भी अनुशासनहीनता नहीं की। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा था लेकिन रन नहीं आ रहे थे। IPL 2022 के दौरान अभिषेक नायर ने यह जान लिया था कि मेरी कड़ी मेहनत के बावजूद मेरी बल्लेबाज़ी अच्छी नहीं चल रही है।"
एक बार वेंकटेश नेट्स में बल्लेबाज़ी कर रहे थे और उनकी तकनीक में कुछ ख़ामियां थीं। तभी अभिषेक ने उन्हें टोका और इसके बारे में उनसे बात की।
वेंकटेश कहते हैं कि अभिषेक और उनके बीच यहीं से एक मित्रतापूर्ण रिश्ते की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा, "जब मैं पिछले IPLसे पहले घायल हो गया था तो मैं लगातार उनके संपर्क में था। वहां से उन्होंने मेरी काफ़ी मदद की और मानसिक बल दिया। मैंने मुंबई में उनके साथ बहुत समय बिताया। मेरे जिम ट्रेनिंग से लेकर सभी तरह के अभ्यास के दौरान वह मेरे साथ रहे। उन्होंने खेल के कई पहलुओं को कवर किया और मेरी मदद की। जाहिर तौर पर इस चोट के कारण मैं कुछ शॉट्स नहीं खेल पा रहा था क्योंकि टखना अभी भी उस तरह की स्थिति में नहीं था। तो उस चीज़ को कैसे कवर किया जाए, क्या प्लानिंग की जाए, इसमें भी उन्होंने मेरी मदद की।"
"2022 के IPL में भी बायो-बबल था। इसके कारण थोड़ा मानसिक दबाव भी था, क्योंकि यह बहुत डिप्रेसिंग होता है। अभिषेक नायर ने उस समय हमें एक साथ लाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सिर्फ़ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि वह जिस तरह से अपने जीवन में आगे बढ़ते हैं और उनका जो नज़रिया है, वह मुझे बहुत प्रभावित कर रहा था। उनके पास लगभग हर चीज़ का उत्तर था। मैं उस समय उनके कमरे में उनके साथ गहरी बातचीत करता था। अच्छा खाना, अच्छी चर्चाएं, कुछ प्रेरणादायक फ़िल्में देखना। हम ऐसी कई चीज़ें करते थे।"
मैं अब सिर्फ़ गेंदबाज़ी करने के बारे में नहीं बल्कि विकेट चटकाने के बारे में भी सोच रहा हूं। साथ ही इस पर विचार कर रहा हूं कि अपनी गेंदबाजी से मैं दबदबा कैसे बनाऊं।
वेंकटेश अय्यर
2022 IPL के कुछ महीने बाद वेंकटेश मध्य प्रदेश की टीम से SMAT खेलने चले गए। वहां चंद्रकांत उन्हें एक ऐसा बल्लेबाज़ बनाना चाहते थे, जो किसी भी पोज़ीशन में बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार हो।
वेंकटेश कहते हैं, ''मैंने पिछले साल मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में सिर्फ़ तीन-चार मैच खेले थे। मैं नंबर चार और नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी कर रहा था, और मुझे अगले दिन ओपनिंग करनी थी लेकिन मुझे चोट लग गई। अलग-अलग स्थानों पर बल्लेबाज़ी करना, चंदू सर की सोची-समझी रणनीति थी। यह टीम के लिए भी बेहतर निर्णय था। मुझे तब बहुत खु़शी हुई थी, जब उन्होंने मुझसे कहा, 'मैं तुम्हे कई भूमिकाएं दूंगा, मैं बस यह देखना चाहता हूं कि तुम उसे कैसे निभाते हो।' एक बल्लेबाज़ के रूप में आप यही चाहते हैं कि आप इस तरह की परिस्थितियों में परिपक्व हों।"
इसमें चंद्रकांत की दूरदर्शिता थी ताकि वेंकटेश अपनी अगली भारत श्रृंखला में मध्य-क्रम की भूमिका के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकें। साथ ही मध्य प्रदेश और KKR की टीम के लिए भी वह वेंकटेश को तैयार करना चाह रहे थे।
2021 में जब वेंकटेश ने टी20आई में डेब्यू किया था तब उन्हें फ़िनिशर की भूमिका निभाई पड़ रही थी, जबकि वह मूल रूप से वह घरेलू क्रिकेट में शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ थे। वेंकटेश को लगता है कि वह अब मध्य क्रम के लिए काफी बेहतर ढंग से तैयार हैं। अब उनके पास न केवल अधिक अनुभव है बल्कि वे विभिन्न तरीक़ों की भूमिकाओं से भी वाकिफ़ हैं। साथ ही उन्होंने गेंदबाज़ी करना भी शुरू कर दिया है और एक बढ़िया ऑलराउंडर के रूप में वापसी कर हैं।
वह बहुत आत्मविश्वास से कहते हैं, "अब मुझे पता है कि वहां (भारतीय टीम) जाने के लिए क्या करना होगा। अगर मेरा एक भी IPL सीज़न या घरेलू सीज़न अच्छा जाता है तो मुझे वहां मौक़ा मिल सकता है।, हालंकि यह भी ज़रूरी है कि मैं गेंदबाज़ी करता रहूं। एक बार जब आप घरेलू स्तर पर और आईपीएल में बहुत सारे रन बना लेते हैं तो भारतीय टीम में जाने का रास्ता थोड़ा आसान हो जाता है। मान लीजिए अगर मैं आईपीएल में ओपनिंग करते हुए बहुत सारे रन बनाता हूं, और मैं भारतीय टीम में जाता हूं और मुझे पता है कि मैं नंबर 6 पर खेलने जा रहा हूं, तो तैयारी भी उसी हिसाब की होगी। हालांकि वहां जाने के लिए तो मुझे पहले यहां रन बनाना होगा। अब मुझे पता है कि नंबर छह, पांच या चार पर बल्लेबाज़ी करने के लिए कैसे तैयारी करना होता है। साथ ही मुझे ऐसा लगता है कि ज़्यादा से ज़्यादा रन बनाने के लिए ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करना ज़रूरी है, तभी आपको ज़्यादा से ज़्यादा गेंद खेलने का मौक़ा मिलता है।"
2023 में शानदार आईपीएल के दो महीने बाद वेंकटेश ने धीरे-धीरे नेट्स में अपना गेंदबाज़ी का कार्यभार बढ़ाया है और उन्हें देवधर ट्रॉफ़ी के लिए सेंट्रल ज़ोन का कप्तान नामित किया गया था। पुडुचेरी की भीषण गर्मी और उमस में वह लंबे इंतज़ार के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में गेंदबाज़ी करने के लिए लौटे थे और अपने गेंदबाज़ी कार्यभार को प्रबंधित करने के लिए उन्होंने कप्तान होने का फ़ायदा उठाया। अक्तूबर में उन्होंने सभी पांच SMAT मैचों में गेंदबाजी की और उसके बाद 50 ओवर की विज़य हजारे ट्रॉफी में भी वह लगभग 10 ओवर की गेंदबाज़ी कर रहे थे। वेंकटेश को लगता है कि वह अब 5 जनवरी से शुरू होने वाली रणजी ट्रॉफ़ी में भी लंबे स्पैल में गेंदबाज़ी करने के लिए तैयार हैं।
.वह कहते हैं, ''मुझे लगता है कि मैं एक दिन में लगभग 15-20 ओवर गेंदबाज़ी कर सकता हूं। मेरे कार्यभार प्रबंधन में एनसीए की बहुत बड़ी भूमिका थी। मैंने अपनी गेंदबाज़ी पर ट्रॉय कूली के साथ काम किया, इसके अलावा साईराज बहुतुले सर भी वहां थे। उन्होंने और प्रशिक्षकों ने मेरे कार्यभार पर बहुत ध्यान दिया। उन्होंने इसे बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया। मैं अभी जिस तरह से गेंदबाज़ी कर रहा हूं, उससे मैं बेहद खु़श हूं। मैं अब सिर्फ़ गेंदबाज़ी करने के बारे में नहीं बल्कि विकेट चटकाने के बारे में भी सोच रहा हूं। साथ ही इस पर विचार कर रहा हूं कि अपनी गेंदबाजी से मैं दबदबा कैसे बनाऊं।
" मेरे जैसे गेंदबाज़ के लिए सटीक होना बहुत महत्वपूर्ण है, भले ही मेरे पास दो या तीन विविधताएं हों। हालांकि मैं कई और विविधताओं पर काम कर रहा हूं। मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि मैं वहीं गेंदबाज़ी करूं, जहां मैं करना चाहता हूं। मैं वास्तव में ख़ुश हूं कि अब लाल गेंद का सीज़न आ रहा है। लाल गेंद से गेंदबाज़ी करने से काफ़ी निरंतरता मिलती है। लाल गेंद से गेंदबाज़ी करने के लिए आपको काफ़ी अनुशासन की आवश्यकता होती है।
"इस रेड-बॉल सीज़न में मैं अपने खेल का आनंद लेना चाहता हूं। मैं लंबे समय तक बल्लेबाज़ी करना चाहता हूं। कुल मिला कर इस सीज़न में मैं बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और क्षेत्ररक्षण के मामले में योगदान देना चाहता हूं। ऐसा भी हो सकता है कि इस सीज़न में मुझे ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी करने के बारे में कहा जाए। चंदू सर आपको कभी भी, कोई भी भूमिका दे सकते हैं। वह अचानक आपको शाम को फोन करेंगे और कहेंगे, 'वेंकटेश, आप कल ओपनिंग कर रहे हैं।' वह जानते हैं कि यदि आपके पास कौशल है, तो आप यह करेंगे। वह हमेशा खिलाड़ियों को चुनौती देना पसंद करते हैं और मुझे लगता है कि जब आपको चुनौती दी जाती है, तो आप मैं हमेशा बेहतर होते जाते हैं।"
आख़िरी बार अय्यर ने 2019-20 में पूरा रणजी सीज़न खेला था। इसके बाद ही उन्होंने आईपीएल में डेब्यू किया था। अभी उनके सामने सात लीग मैच हैं और अय्यर को उम्मीद होगी कि वह अच्छा प्रदर्शन करें और भारतीय टीम से जल्दी ही उनको बुलावा आए।

विशाल दीक्षित ESPNcricinfo के असिस्टेंट एडिटर हैं