यशस्वी और शुभमन ने रिकॉर्ड साझेदारी की • AFP via Getty Images
वेस्टइंडीज़ के विरूद्ध चौथे टी20आई में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव भारत के 9 विकेट की बड़ी जीत के हीरो रहे।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी वेस्टइंडीज़ की टीम ने शिमरॉन हेटमायर के तेज़ अर्धशतक और टी20 क्रिकेट में वापसी कर रहे शे होप की 45 रन की पारी की बदौलत 178 रन का एक चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। भारत की ओर से अर्शदीप सिंह (3 विकेट) और कुलदीप यादव (2 विकेट) गेंदबाज़ी के हीरो रहे।
जवाब में भारतीय युवा सलामी बल्लेबाज़ों यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों को कोई मौक़ा ना देते हुए अपने-अपने अर्धशतक लगाए और अपनी टीम को 9 विकेट की जीत दिला दी।
क्या सही, क्या ग़लत?
वैसे तो इस टी20 में भारत के लिए बहुत कुछ अच्छा ही हुआ। अर्शदीप ने शुरुआती विकेट दिलाए, कुलदीप का कैरेबियन कैलिप्सो जारी रहा, मुकेश कुमार ने अंतिम ओवरों में कुछ बेहतरीन यॉर्कर फेंके और बाद में भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों ने पाटा पिच पर भारत को एक आसान जीत दिला दी।
अगर गड़बड़ी की बात की जाए तो युज़वेंद्र चहल आज साधारण साबित हुए। उनकी गेंदों पर मैदान के चारों तरफ़ रन बने और उन्हें अपने एकमात्र विकेट के लिए संघर्ष करना पड़ा। वहीं अंतिम ओवर में अर्शदीप भी महंगे साबित हुए, जो कि अपनी डेथ और यॉर्कर गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। कप्तान हार्दिक पंड्या की रणनीति भी कई जगह समझ से परे दिखी, जब उन्होंने अक्षर पटेल से पावरप्ले में तीन ओवर करा दिए, चहल को भी पावरप्ले में गेंदबाज़ी के लिए लाया और फिर मुकेश कुमार को बहुत आख़िरी में (14वें ओवर में) गेंदबाज़ी दी।
रेटिंग्स:
यशस्वी जायसवाल, 10 : अपने पहले टी20 में यशस्वी जायसवाल एक रन बनाकर निराशाजनक तरीक़े से आउट हुए थे, लेकिन इस मैच में वह उसी रंग में दिखे, जैसा वह टेस्ट सीरीज़ में दिखे थे। उन्होंने मैदान के चारों ओर कुछ क्लासिकल शॉट लगाए और जब अर्धशतक बन गया तो स्कूप और लैप शॉट खेलते हुए भी दिखे। मैदान पर उनकी फ़ील्डिंग भी लाजवाब रही। सबसे अच्छी बात यह रही कि टीम को वह जीत तक ले गए। हालांकि शतक से चूकने की कसक उनको ज़रूर रहेगी।
शुभमन गिल, 9.5 : तीसरे वनडे को छोड़ दिया जाए तो शुभमन का बल्ला इस कैरेबियाई दौरे पर शांत ही रहा है। लेकिन चूंकि वह एक विशेष प्रतिभा हैं, इसलिए भारतीय टीम प्रबंधन उन्हें लगातार मौक़ा देता रहा और वह राहुल द्रविड़ के इस विश्वास पर खरे भी उतरे। उनकी तेज़ अर्धशतकीय पारी में वह सब कुछ था, जो एक क्लासिक सलामी बल्लेबाज़ में होना चाहिए। 67 के स्कोर पर उनका एक कैच भी छूटा और वह यशस्वी की तरह टीम को जीत तक नहीं ले गए, इसके लिए उनके आधे अंक काटे जाते हैं।
तिलक वर्मा, 8.5 : पिछले तीन मैचों के हीरो रहे तिलक के पास भी इस मैच में एक कैच लपकने के अलावा कुछ ज़्यादा नहीं था। तीन नंबर पर सूर्यकुमार यादव की जगह जब वह बल्लेबाज़ी करने आए तो भारत की जीत महज़ एक औपचारिकता रह गई थी, जिसे उन्होंने बड़ी बख़ूबी से निभाया।
सूर्यकुमार यादव, कोई अंक नहीं : पिछले मैच में 83 रन की प्लेयर ऑफ़ द मैच पारी खेलने वाले सूर्यकुमार के लिए इस मैच में करने को कुछ नहीं था। हालांकि उन्होंने फ़ील्डिंग के दौरान एक बेहतरीन कैच लपका।
संजू सैमसन, कोई अंक नहीं : सूर्यकुमार की तरह संजू के लिए भी इस मैच में कैच लपकने के अलावा कुछ नहीं था। हालांकि उन्होंने एक नहीं बल्कि दो कैच लपके।
हार्दिक पंड्या, 6 : कप्तान हार्दिक पंड्या ने आज सिर्फ़ एक ओवर किया और वह 14 रन देकर साधारण साबित हुए। बल्लेबाज़ी का उन्हें मौक़ा नहीं मिला, लेकिन कप्तानी में उनकी कई रणनीति समझ से परे थी, जिसका ज़िक्र हम ऊपर कर चुके हैं।
अक्षर पटेल, 6.5 : अक्षर ने पावरप्ले में सर्वाधिक तीन ओवर गेंदबाज़ी की, इसलिए वह थोड़े महंगे भी साबित हुए। उन्हें एक विकेट 14वें ओवर में मिला, जब बल्लेबाज़ ने एक हवाई शॉट मिसटाइम किया।
कुलदीप यादव, 9.5 : कुलदीप यादव के लिए तो यह वेस्टइंडीज़ दौरा तो सपने सरीखा गुज़र रहा है। जहां भारत के दो स्पिनर इस मुक़ाबले में निष्प्रभावी नज़र आए और महंगे भी साबित हुए, वहीं कुलदीप ने एक ही ओवर में दो विकेट लेकर वेस्टइंडीज़ की मध्यक्रम को तोड़कर रख दिया। उन्हें स्पिन, टर्न, बाउंस, ड्रिफ़्ट सब मिल रहा था और उनके दोनों विकेट गूगली और लेग ब्रेक जैसे दो अलग-अलग तरह की गेंदों पर मिले।
युज़वेंद्र चहल, 7 : चहल को आज हार्दिक ने पावरप्ले में इस्तेमाल किया, लेकिन पहले ही ओवर में उनको दो बड़े शॉट लगे। यह सिलसिला चहल के सभी ओवरों में लगभग जारी रहा और उन्हें एक विकेट पाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा। चहल जिस स्तर के गेंदबाज़ हैं, उनसे और बेहतर गेंदबाज़ी की अपेक्षा की जा रही थी।
अर्शदीप सिंह, 8.5 : अर्शदीप ने शुरुआत में अच्छी गेंदबाज़ी की और अपने पहले ही ओवर में तीखे बाउंसर से ख़तरनाक दिख रहे काइल मेयर्स को चलता किया। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक करके तीन विकेट लिए और भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ रहे। हालांकि 20वें ओवर में जिस तरह से उन पर तीन बाउंड्री के साथ 17 रन बने, उससे वह बहुत निराश होंगे। इसलिए उनके आधे अंक काटे जाते हैं।
मुकेश कुमार, 8.5 : मुकेश कुमार के ख़ाते में सिर्फ़ एक विकेट हैं, लेकिन जिस तरह से लगातार सटीक यॉर्कर डालकर उन्होंने डेथ ओवरो में वेस्टइंडीज़ के बल्लेबाज़ों को बांधे रखा, वह क़ाबिल-ए-तारीफ़ है।