मैच (12)
IPL (2)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
QUAD T20 Series (MAL) (2)
फ़ीचर्स

चैंपियंस ट्रॉफ़ी में दुबई की पिच से भारत क्या उम्मीद कर सकता है?

उनकी टीम में पांच स्पिनर शामिल हैं, जहां वे तीन स्पिनरों प्‍लेयिंग XI में रखकर शुरुआत कर सकते हैं

Kuldeep Yadav had a well set Tom Banton caught behind, India vs England, 3rd ODI, Ahmedabad, February 12, 2025

Kuldeep Yadav समेत अन्‍य भारतीय स्पिनर यहां दुबई में कमाल कर सकते हैं  •  AFP/Getty Images

भारत चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 के अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा। वहां की पिचों का उपयोग ILT20 में किया गया था, जो भारत के टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच से केवल 11 दिन पहले 9 फ़रवरी को ख़त्‍म हुआ था। क्या इसका मतलब यह है कि सतह मुख्य रूप से धीमी होंगी? और क्या टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ-साथ वे और धीमी हो जाएंगी?
दुबई अंतर्राष्‍ट्रीय स्टेडियम के मुख्य क्यूरेटर मैथ्यू सैंडरी बाद वाले प्रश्न के बारे में कुछ भी नहीं कहते हैं। लेकिन उन्हें विश्वास है कि उनकी टीम के पास ILT20 के पूरा होने के बाद से उस स्थान पर "सर्वश्रेष्ठ सतह" तैयार करने के लिए पर्याप्त समय है जहां भारत अपने ग्रुप मैच खेलेगा और अगर वे क्वालीफ़ाई करते हैं तो नॉकआउट में भी।
सैंडरी ने ESPNcricinfo को बताया, "चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए हम जिन विकेटों का उपयोग करेंगे, उनमें ILT20 के उनके आखिरी मैच से कम से कम दो सप्ताह की रिकवरी का समय होगा।" उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य दुबई और इसकी परिस्थितियों के लिए सर्वोत्तम संभव पिच प्रदान करना होगा। मुझे विश्वास है कि पिचें दुनिया भर में उम्मीद के मुताबिक वनडे आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त होंगी।"
अगर पिचें धीमी हैं तो भारत को शायद ही कोई आपत्ति हो। वे अपने प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति के बावजूद टूर्नामेंट फ़ेवरेट के रूप में जाते हैं। बुमराह पीठ की समस्या के कारण इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं।
उनकी टीम में पांच स्पिनर शामिल हैं, जिनमें से तीन उंगली की स्पिन ऑलराउंडर हैं। रवींद्र जाडेजा, अक्षर पटेल, वाॅशिंगटन सुंदर बल्लेबाज़ी को गहराई प्रदान करते हैं और दो कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती एक्स-फै़क्टर हैं। गेंदबाज़ों का यह ग़जब का ग्रुप अधिकांश पिचों पर दबाव बना सकता है, लेकिन धीमी पिचों पर उनसे निपटना और भी कठिन होने की संभावना है। उनके हालिया लाइन-अप को देखते हुए, यह संभावना है कि भारत टूर्नामेंट की शुरुआत तीन तेज़ गेंदबाज़ और तीन स्पिनर संयोजन के साथ करेगा।
ILT20 के दौरान, फ़ाइनल सहित कुल 15 मैच दुबई में खेले गए, जिनमें से 14 दिन-रात के मैच थे। मैदान पर परिस्थितियां सही संतुलन प्रदान करती थीं, जिससे बल्लेबाज़ों और दोनों प्रकार के गेंदबाज़ों को काम करने का मौक़ा मिलता था। तेज़ गेंदबाज़ों ने यहां पर 8.08 की इकॉनमी रेट के साथ 25.06 का औसत बनाया, जबकि स्पिनरों ने 29.16 की औसत और 7.46 की इकॉनमी के समान आंकड़े हासिल किए।
हालांकि, दुबई ने जून 2019 से पूर्ण सदस्य टीमों की वनडे मैचों की मेज़बानी नहीं की है। इससे आयोजन स्थल से हाल के 50 ओवरों के आंकड़ों को पढ़ना मुश्किल हो जाता है। इसके लायक क्या है, यदि आप 2018 से वनडे मैचों पर विचार करें, तो ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने आयोजन स्थल पर 35 मैचों में केवल दो बार 300 से अधिक का स्कोर बनाया है, और दोनों एक ही मैच में आए थे। 2018 के बाद से, दुबई में वनडे मैचों में पहली पारी का औसत कुल स्‍कोर 213 रहा है, जबकि औसत जीत का कुल स्‍कोर 252 रहा है। पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीमों ने 14 बार जीत हासिल की है और 19 बार हारी है, जिसमें एक टाई और एक का कोई नतीज़ा नहीं निकला है।
सैंडरी को ओस के एक प्रमुख कारक होने की उम्मीद नहीं है, ख़ासकर दुबई में दिन और रात के तापमान के बीच अंतर कम होने की उम्मीद है। उन्‍होंने कहा, "ओस एक मज़ेदार चीज़ है, हमने पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात में एक बहुत ही प्रतिस्पर्धी ILT20 सीज़न 3 खेला है और मुझे लगता है कि यह ज़्यादा चलन में नहीं आया।"
चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2021 टी20 विश्व कप के बाद दुबई में खेला जाने वाला पहला प्रमुख पुरुष आयोजन है, जहां भारत सेमीफ़ाइनल में जगह बनाने में असफल रहा। वे रविवार से ICC अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे हैं और 20 फ़रवरी को बांग्लादेश के ख़‍िलाफ़ अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।

नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo में न्‍यूज़ एडिटर हैं।