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रिपोर्ट

मैं आलोचनाओं से ख़ुश होता हूं, मुझे लगता है कि इसी वजह से मैं यहां हूं- रहाणे

भारत के उप-कप्तान इंग्लैंड में अपने बल्लेबाज़ी आंकड़ों या साउथैम्प्टन में भारत के टेस्ट रिकॉर्ड पर दबाव महसूस नहीं कर रहे हैं।

Ajinkya Rahane got to a half-century soon after tea, India vs England, 2nd Test, Chennai, 1st day, February 13, 2021

अजिंक्य रहाणे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की तरफ़ से सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं  •  BCCI

भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले कहा है कि वह अपनी बल्लेबाजी के फ़ॉर्म को लेकर हो रही आलोचना से हैरान नहीं हैं। रहाणे ने इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में 43.80 की औसत के साथ 1095 रन बनाए हैं। इसके साथ ही वो इस चैंपियनशिप में भारत के सर्वोच्च स्कोरर हैं और उन्हें टीम प्रबंधन का अटूट समर्थन मिला है।
फ़रवरी में जब विराट कोहली से रहाणे के फ़ॉर्म के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि चेतेश्वर पुजारा और रहाणे टीम के सबसे "सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाज़" हैं। रहाणे ने अपनी पिछली 18 पारियों में एक शतक और एक अर्धशतक बनाया है लेकिन उससे उन्हें कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि वह डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल से पहले के अतीत में नहीं जी रहे हैं।
रहाणे ने कहा कि "अग्रणी रन-स्कोरर बनने पर काफी अच्छा फ़ील होता है। मुझे आलोचना लेने में ख़ुशी होती है। मुझे लगता है कि आलोचना के कारण, मैं यहां हूं। मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं, चाहे लोग मेरी आलोचना करें या नहीं। मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि मैं अपनी टीम, अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना और हर बार योगदान देना। चाहे वह बल्लेबाज़ के रूप में हो या क्षेत्ररक्षक के रूप में। मैं वास्तव में आलोचना के बारे में नहीं सोचता। अगर लोग मेरी आलोचना करते हैं तो यह उनकी अपनी बात है और यही उनका काम है। मैं इन चीज़ों को नियंत्रित नहीं कर सकता। मैं हमेशा अपने नियंत्रणों पर ध्यान केंद्रित करता हूं, अपना सर्वश्रेष्ठ पैर आगे रखता हूं और अपनी प्रक्रिया का पालन करता हूं। जिसका परिणाम आप सभी के सामने है। "
रहाणे अपने दशक के लंबे करियर के दौरान भारत के उन बल्लेबाज़ो में से हैं जिन्होंने विदेशी धरती पर बढ़िया प्रदर्शन किया है,लेकिन इंग्लैंड वह देश है जहां उन्हें सबसे कम सफलता मिली है। इंग्लैंड में खेले गए 10 टेस्ट में, रहाणे का औसत 29.26 है जिसमें चार अर्धशतक और एक शतक है। हालांकि, इनमें से तीन अर्धशतक साउथैम्प्टन में खेले गए दो टेस्ट के दौरान आए हैं, जहां फ़ाइनल होगा।
रहाणे ने कहा, 'मैं वर्तमान में रहना पसंद करता हूं। "मैं अब तक कई बार एक खिलाड़ी के तौर पर यहां रहा हूं। हैम्पशायर के लिए भी खेला है। हां, मैं परिस्थितियों को जानता हूं लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि वर्तमान में और फ़ाइनल वाले दिन की परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाना महत्वपूर्ण है। सर्वोच्च रन-स्कोरर होना अब मायने नहीं रखता। जो कुछ भी हुआ, वह बीत चुका है।"
"मैं अपना स्वाभाविक खेल खेलूंगा। जब तक मैं अपनी टीम में योगदान दे रहा हूं तब तक मुझे यह ज़्यादा परेशान नहीं करता है कि तब तक इंग्लैंड में मेरा रिकॉर्ड क्या है। मेरे लिए जीत अधिक महत्वपूर्ण है। चाहे मैं शतक बनाऊं या कम स्कोर करूं मैं उससे ज़्यादा परेशान नहीं होता। अगर मैं 30-40 रन भी बना लेता हूं और अगर वे 30-40 रन मूल्यवान हैं तो मुझे ख़ुशी है। यह सब टीम के बारे में है, यह सब योगदान के बारे में है, इसलिए मैं खुद पर ज़्यादा दबाव नहीं डालना चाहता। "
साउथैम्प्टन में भारतीय टीम का पिछला दो पर्दशन अच्छा नहीं रहा है। भारतीय टीम 2014 में 266 रन से और 2018 में अपनी 60 रन से मैच हार गई थी। हालांकि रहाणे चुनौतीपूर्ण स्थान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में सक्षम थे।
टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल के बारे में रहाणे ने कहा कि " इस बार विपक्षी टीम अलग है। इसलिए हमारी योजना और रणनीति पूरी तरह से अलग होगी। यहां साउथैम्प्टन में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेलना अलग था। हम इसे सिर्फ़ एक और खेल के रूप में लेना चाहते हैं। हम ख़ुद को दबाव में नहीं रखना चाहते हैं। ख़ासकर इसलिए कि हम लंबे समय के बाद टेस्ट खेल रहे हैं। मुझे लगता है कि इस टेस्ट में जो महत्वपूर्ण है वह है पूरी स्वतंत्रता के साथ खेलना, एक टीम के रूप में खेलना और एक-दूसरे का समर्थन करना।"

वरूण शेट्टी Espncricinfo के सब एडिटर हैं। अनुवाद Espncricinfo हिंदी के सब एडिटर राजन राज ने किया है।