कोच द्रविड़ के कार्यकाल में भारत ने पहली सीरीज़ अपने नाम की • Getty Images
भारत 184/7 (रोहित 56, इशान 29, चाहर 21*, सैंटनर 3-27) ने न्यूज़ीलैंड 111 (गप्टिल 51, अक्षर 3-9, हर्षल 2-23) को 73 रन से हराया
भारत ने टॉस जीता, पहले बल्लेबाज़ी करते हुए स्कोर खड़ा किया, ओस की परिस्थितियों में दूसरी पारी में गेंदबाज़ी की और बड़ी आसानी से लक्ष्य का बचाव किया। ऐसा करते हुए वह कई चुनौतियों पर खरे उतरे।
बैकअप सलामी बल्लेबाज़ इशान किशन ने अच्छा प्रदर्शन किया और निचले क्रम ने 20 अतिरिक्त रन जोड़े। वेंकटेश अय्यर ने छठे गेंदबाज़ के रूप में तीन अहम ओवर डाले। अक्षर पटेल ने आक्रामक स्पिन गेंदबाज़ी की। वापसी कर रहे युज़वेंद्र चहल ने शुरुआती महंगे ओवरों के बाद सेट बल्लेबाज़ मार्टिन गप्टिल का बड़ा विकेट झटका। हर्षल पटेल ने फिर एक बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी और विकेटों के पीछे ऋषभ पंत ने बढ़िया प्रदर्शन किया।
भारत ने 3-0 से सीरीज़ अपने नाम की और न्यूज़ीलैंड ने किसी भी पड़ाव पर कड़ी टक्कर नहीं दी, तब भी नहीं जब गप्टिल एक छोर पर अर्धशतक बना रहे थे।
मुंबई इंडियंस का एक्शन रिप्ले
आम तौर पर एक साथ योजना बनाने वाले खिलाड़ी एक दूसरे के ख़िलाफ़ थे। रोहित शर्मा के साथ सलामी जोड़ी में केएल राहुल की जगह ली इशान किशन ने। ट्रेंट बोल्ट और ऐडम मिल्न ने नई गेंद से गेंदबाज़ी की। मुंबई इंडियंस के बीच इस लड़ाई में पहले दो ओवरों में दो-दो चौके जड़कर भारत ने पहली बाज़ी मारी। उनके अंदाज़ से यह साफ़ था कि भारत ओस को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा स्कोर खड़ा करना चाहता था। टिम साउदी की जगह टीम में आए लॉकी फ़र्ग्युसन लय प्राप्त नहीं कर पाए और पहले दो ओवरों में 30 रन ख़र्च कर बैठे। इसके चलते पावरप्ले में भारत ने 69 रन जोड़े।
सटीक सैंटनर
पावरप्ले के बाद इस मैच में कप्तानी कर रहे मिचेल सैंटनर गेंदबाज़ी पर आए और मात्र दो गेंदों में उन्होंने सलामी साझेदारी को तोड़ा। कट लगाने के प्रयास में किशन कीपर को कैच थमा बैठे। उनकी जगह बल्लेबाज़ी करने आए मुंबई इंडियंस के सूर्यकुमार यादव कवर की दिशा में बड़ा शॉट खेलते हुए कैच आउट होकर पवेलियन लौट गए। ईश सोढ़ी के एक किफ़ायती ओवर के बाद अगले ओवर में सैंटनर ने पंत को फंसाया जब वह स्लॉग स्वीप लगाने चले गए। छह से 10 ओवरों के बीच एक भी बाउंड्री न देते हुए न्यूज़ीलैंड ने मैच में वापसी की।
मध्य क्रम का हल्ला बोल
28 गेंदों पर 55 रन बनाकर रोहित, सोढ़ी के लाजवाब कैच के चलते आउट हुए। हालांकि दूसरे छोर पर श्रेयस अय्यर और वेंकटेश ने स्कोरबोर्ड को चलाया। 12वें ओवर में वेंकटेश ने एक स्लॉग स्वीप के साथ अपने हाथ खोले। उन्होंने कदमों का बढ़िया इस्तेमाल किया और छोटी सीधी बाउंड्री को टारगेट किया जबकि श्रेयस ने कट के साथ अपने ज़्यादातर रन बनाए। 36 रन जोड़ने के बाद तीन गेंदों के भीतर इन दोनों ने अपने विकेट गंवाए। इस समय ईएसपीएन फ़ोरकास्टर के अनुसार भारत का संभावित स्कोर 172 रन था।
लेकिन उन्होंने अंत में 12 अतिरिक्त रन बनाए। वह निचले क्रम की गहराई के कारण संभव हो पाया। हरियाणा के लिए ओपन करने वाले हर्षल और दीपक चाहर ने कुल मिलाकर 39 रन जोड़े और पारी का शानदार अंत किया। अंतिम ओवर में फ़र्ग्युसन के ख़िलाफ़ दीपक ने 19 रन बनाए।
अक्षर ने किया कमाल
पारी के अंतराल में मशीनें ओस के प्रभाव को कम करने का प्रयास कर रही थी लेकिन यह बस चंद मिनटों की बात थी जब ओस दोबारा अपने दर्शन देती। इस बात को ध्यान में रखते हुए रोहित ने तीसरे ही ओवर में अक्षर को गेंद थमाई और वह चाल कमाल कर गई। पहली गेंद पर डैरिल मिचेल को एक्स्ट्रा कवर पर कैच और अंतिम गेंद पर मार्क चैपमैन को स्टंप आउट किया। दूसरे छोर से गेंदबाज़ी करने आए चहल को गप्टिल ने आड़े हाथों लिया। वह लगातार उनके पाले में गेंद देते रहे और गप्टिल उन्हें डीप मिडविकेट और लांग ऑन की दिशा में बाउंड्री के बाहर भेजते चले गए। ग्लेन फ़िलिप्स अक्षर के तीसरे शिकार बने जब रिवर्स स्वीप लगाने के प्रयास में वह क्लीन बोल्ड हो गए। उस समय पांच ओवरों की समाप्ति के बाद न्यूज़ीलैंड का स्कोर था तीन विकेट के नुक़सान पर 30 रन।
वेंकटेश और हर्षल ने जीत सुनिश्चित की
शीर्ष क्रम के धराशाई होने के बाद रोहित ने चतुराई से वेंकटेश के कुछ ओवर निकाल लिए। मध्यम गति के इस गेंदबाज़ ने अपनी ऊंचाई का फ़ायदा उठाते हुए विविधता के साथ गेंदबाज़ी की। हर्षल द्वारा डाली जा रही कटर गेंदों पर भी न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ संघर्ष कर रहे थे। दो महंगे ओवरों के बाद चहल अलग रणनीति के साथ आए। मिडिल और लेग की लाइन से रन लुटाने के बाद अब वह बल्लेबाज़ों को टर्न के ख़िलाफ़ मारने पर मजबूर कर रहे थे। इसका उन्हें तुरंत फ़ायदा मिला जब अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद गप्टिल लांग ऑन पर कैच थमाकर चलते बने। 11वें ओवर में 70 रनों पर चार विकेट गंवाने के बाद से न्यूज़ीलैंड की पारी डगमगाई। एक के बाद एक बल्लेबाज़ क्रीज़ पर आए और जल्दी वापस लौट गए। भारतीय गेंदबाज़ों ने उनका शिकार किया और जीत अपने नाम की।