बांग्लादेश ऑलराउंडर नासिर हुसैन पर भ्रष्टाचार का आरोप
आईसीसी के एसीयू ने अबू धाबी टी10 की टीम पुणे डेविल्स से जुड़े सात अन्य सदस्यों पर गंभीर आरोप लगाएं हैं
नासिर हुसैन पर अप्रोच ना रिपोर्ट करने और एसीयू संहिता के तहत एक सीमा से ज़्यादा की राशि का तोहफ़ा लेने के आरोप लगे हैं • AFP
नासिर के अलावा डेविल्स टीम के सह-मालिक कृष्ण कुमार चौधरी, पराग सांघवी का नाम आगे आया है। अन्य पांच सदस्य हैं यूएई के घरेलू क्रिकेटर रिज़वान जावेद, श्रीलंका के सालिया समन, बल्लेबाज़ी कोच अशर ज़ैदी, सहायक कोच सनी ढिल्ल्न और टीम मैनेजर शादाब अहमद। 2021 के बाद डेविल्स की टीम इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बनी है। उन्होंने उस साल सुपर लीग में छह मैचों में एक जीत हासिल करते हुए आख़िरी स्थान पर फ़िनिश किया था।
एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड ने इस टूर्नामेंट को साफ़-सुथरा रखने के उद्देश्य से एसीयू को इस टूर्नामेंट पर निगरानी रखने की ज़िम्मेदारी दी थी। आठों आरोपियों को मंगलवार की घोषणा के बाद दो हफ़्ते में अपनी सफ़ाई पेश करने को कहा गया है।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को यह पता चला है कि एसीयू की सूची पर काफ़ी ऊंचे स्थान पर नामी-गिनामी भ्रष्टाचारी डेविल्स की टीम को उनके मैचों के नतीजों पर प्रभाव डालने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि आईसीसी ने एक मीडिया रिलीज़ में बताया कि उन्होंने इन प्रयासों को "विफल" कर दिया था।
आठों पर अप्रोच ना रिपोर्ट करना, छानबीन में सहायता ना देना या उसमें देरी करना, जैसे आरोप तो लगे हैं ही, साथ में कई और आरोप भी लगाए गए हैं। सांघवी पर "मैच के नतीजे या उसकी प्रगति पर जुआ" खेलने का आरोप लगा है, तो वहीं ज़ैदी, जावेद, समन और ढिल्ल्न पर "मैच को फ़िक्स, नतीजे पर प्रभाव डालना या खेल को किसी तरह से बदलने का प्रयास" करने का दोषी पाया गया। इसके अलावा जावेद और समन पर "खिलाड़ी को भ्रस्टाचार करने पर प्रलोभन" देने के आरोप भी लगे हैं। इन सब में हुसैन सबसे बड़े नाम हैं और बांग्लादेश के लिए तीनों प्रारूप खेल चुके हैं। उन पर 750 डॉलर (क़रीब 62,000 रुपये) से अधिक मूल्य का तोहफ़ा ना रिपोर्ट करने का आरोप लगा है, जो एसीयू संहिता के अनुसार अनिवार्य होता है।
नागराज गोलापुड़ी ESPNcricinfo के न्यूज़ एडिटर हैं, अनुवाद सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा लीड देबायन सेन ने किया है