चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारतीय टीम के चयन का पेंच इन सवालों में फंसा है
शनिवार को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी के टीम का चयन होगा
नागराज गोलापुड़ी
17-Jan-2025
भारत के लिए चैंपियंस ट्रॉफ़ी में बुमराह का शामिल होना काफ़ी अहम है • Getty Images
इंग्लैंड के ख़िलाफ़ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ और चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए भारतीय टीम का चयन शनिवार को होगा। ESPNcricinfo ने उन महत्वपूर्ण सवालों पर नज़र डाली है, जिन पर अजीत अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति चर्चा कर सकती है।
क्या बुमराह चैंपियंस ट्रॉफ़ी खेलेंगे?
जसप्रीत बुमराह की फ़िटनेस पर कोई नया अपडेट नहीं आया है। भारत के प्रमुख तेज़ गेंदबाज़ ने सात जनवरी को सिडनी टेस्ट के आख़िरी दिन संदिग्ध पीठ दर्द के कारण गेंदबाज़ी नहीं की थी। तब से यह भी स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) का दौरा किया है या नहीं। NCA में ही BCCI का मेडिकल विंग है।
भारत का चैंपियंस ट्रॉफ़ी में पहला मैच 20 फ़रवरी को बांग्लादेश के ख़िलाफ़ है। इसके बाद पाकिस्तान (23 फ़रवरी) और न्यूज़ीलैंड (2 मार्च) के ख़िलाफ़ मुक़ाबले हैं। चयनकर्ता यह जानना चाहेंगे कि अगर चोट गंभीर नहीं है, तो बुमराह को मैच फ़िट होने के लिए कितना समय चाहिए। यदि चोट चिंताजनक है, तो चयनकर्ता उन्हें जोखिम में डालने से बच सकते हैं। संभावना है कि उन्हें इंग्लैंड सीरीज़ के दौरान फ़िटनेस परीक्षण के लिए टीम में शामिल किया जाए।
क्या शमी वनडे के लिए तैयार हैं?
पिछले सप्ताह मोहम्मद शमी को इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 22 फ़रवरी से शुरू हो रही 5 मैचों की T20 सीरीज़ के लिए चुना गया था। शमी ने 14 महीने बाद भारतीय टीम में वापसी की है। नवंबर 2023 में वर्ल्ड कप फ़ाइनल के बाद उनके टखने की सर्जरी हुई थी। हालांकि दाहिने घुटने में सूजन के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
शमी को हाल ही में NCA ने फ़िट घोषित किया। उन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में बंगाल के लिए खेलते हुए तीन मैचों में 26 ओवर गेंदबाज़ी की। इससे पहले उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफ़ी में भी भाग लिया था। इंग्लैंड सीरीज़ में शमी को चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले अपनी मैच फ़िटनेस साबित करने का मौक़ा मिलेगा।
क्या कुलदीप वापसी के लिए तैयार हैं?
बुमराह और शमी के साथ कुलदीप यादव ने लीग चरण के दौरान में प्रभावशाली भूमिका निभाई थी। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में कुलदीप ने एक बार फिर प्रभावित किया, जहां वह सबसे तेज़ 50 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय बने थे हालांकि पिछले साल T20 विश्व कप के बाद हर्निया की सर्जरी के बाद उनकी प्रगति रुक गई है। इसी सर्जरी के कारण वह ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर हो गए थे। हालांकि यह समझा जाता है कि NCA में कुलदीप का रिहैब सुचारू रूप से चल रहा है, लेकिन इस पर स्पष्टता नहीं है कि वह इंग्लैंड के ख़िलाफ़ वनडे में खेलने के लिए फ़िट होंगे।
क्या यशस्वी जायसवाल को जगह मिलेगी?
2024 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यशस्वी जायसवाल का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने 37 पारियों (23 मैचों) में 52.08 की औसत से कुल 1771 रन बनाए, जिसमें तीन शतक शामिल थे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के पहले टेस्ट में उन्होंने लगभग दोहरा शतक जड़ दिया था, जिसने भारत की उस सीरीज़ की एकमात्र जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जायसवाल ने अपनी साहसिक और चतुर बल्लेबाज़ी से सभी प्रारूपों में नई गेंद के गेंदबाज़ों पर दबाव बनाया है।
हालांकि अब तक उन्होंने वनडे में डेब्यू नहीं किया है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल की बेहद सफल ओपनिंग जोड़ी ने उन्हें वनडे क्रिकेट में सर्वकालिक श्रेष्ठ सलामी जोड़ियों में शामिल कर दिया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत को 15 सदस्यीय टीम में एक तीसरे विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज़ की आवश्यकता है?
चूंकि शीर्ष क्रम में बल्लेबाज़ी करना एक विशिष्ट भूमिका है, जायसवाल को एक बैकअप विकल्प के रूप में देखा जा सकता है। यह भी उल्लेखनीय है कि जायसवाल ने 2019 में झारखंड के ख़िलाफ़ लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम उम्र में दोहरा शतक बनाकर एक ख़ास रिकॉर्ड बनाया था।
कौन होंगे दो विकेटकीपर?
2023 वर्ल्ड कप में अपने प्रदर्शन और प्रभाव के आधार पर के एल राहुल को प्राथमिक विकेटकीपर माना जाना चाहिए। राहुल ने मिडिल-ऑर्डर में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, ख़ासकर ऐसी पिचों पर जहां स्पिनरों का दबदबा रहा।
राहुल के विकल्पों में ऋषभ पंत, संजू सैमसन और ध्रुव जुरेल शामिल हैं। इनमें से जुरेल ने अभी तक डेब्यू नहीं किया है। 2019 वर्ल्ड कप के बाद से पंत भारत के नियमित विकेटकीपर रहे थे, लेकिन दिसंबर 2022 में एक कार दुर्घटना के कारण उनका करियर रुक गया। उनकी अनुपस्थिति ने राहुल के लिए यह अवसर पैदा किया।
हालांकि भारत ने जो आख़िरी वनडे सीरीज़ अगस्त में श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेली थी, उसमें पंत ने एक मैच में विकेटकीपिंग की, लेकिन राहुल फिर भी मुख्य पसंद बने रहे। पंत के पक्ष में यह बात जाती है कि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं और किसी भी स्थिति में मैच का रुख़ पलटने की क्षमता रखते हैं। यह ऐसी विशेषता है जिसे चयनकर्ता और भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर एक विकल्प के रूप में देख सकते हैं।
सीम या स्पिन ऑलराउंडर?
चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए अब तक घोषित किए गए स्क्वॉड में कई टीमों ने ऑलराउंडर्स को प्राथमिकता दी है। भारत भी इस रणनीति को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकता है ताकि बल्लेबाज़ी में गहराई लाई जा सके। उम्मीद है कि हार्दिक पंड्या, रवींद्र जाडेजा और अक्षर पटेल में से कम से कम दो, अगर नहीं तो तीनों ही टीम में शामिल किए जाएंगे।
इसके अलावा कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो आंशिक गेंदबाज़ी का योगदान दे सकते हैं और बैटिंग ऑर्डर में कहीं भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। इन विकल्पों में नीतीश कुमार रेड्डी, रियान पराग, तिलक वर्मा और शिवम दुबे शामिल हैं, जिन्होंने 2023 वर्ल्ड कप के बाद भारत की पिछली दो वनडे सीरीज़ में हिस्सा लिया है। रेड्डी और वर्मा इंग्लैंड के ख़िलाफ़ T20 सीरीज़ का हिस्सा हैं, जबकि पराग कंधे की सर्जरी के बाद रिहैब कर रहे हैं।
हालांकि इन खिलाड़ियों के मामले में एक कमी यह है कि उनके प्रदर्शन का रिकॉर्ड अभी तक सीमित है। ऐसे में चयनकर्ता किसी बड़े ICC टूर्नामेंट से पहले सतर्क रह सकते हैं।