वानखेड़े में सिक्स, लॉर्ड्स में हार और जीत का आभास : विश्व कप फ़ाइनल में भारत की कहानी
रविवार को भारत वनडे विश्व कप में अपना छठा फ़ाइनल खेलेगा, जानिए अब तक की दास्तां

2011 के विश्व कप फ़ाइनल में जीत भारत की रही • Michael Steele/Getty Images
यक़ीन कीजिए, हमने गिनने में कोई ग़लती नहीं की है। वैसे पुरुष टीम के तीन फ़ाइनल याद हैं हमें, लेकिन ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो हिंदी में आपने देखा ही होगा कि हम टीम के नाम में भी पुरुष और महिला क्रिकेट में भेदभाव नहीं करते।
तो आईए इस रविवार के महामुक़ाबले से पहले हुई पांच वनडे फ़ाइनल्स को रैंक करके देखते हैं।
5. जब मिताली की टीम पहुंची ख़िताब के क़रीब (2005)
हालांकि सेंचूरियन में खेले गए फ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने कैरन रॉलटन के शतक की बदौलत भारत को 98 रनों से हराया। भारत के लिए नीतू डेविड (20), अमीता शर्मा (14) और झूलन गोस्वामी (13) विकेट लेने के मामले में शीर्ष की तीन गेंदबाज़ रहीं।
4. वॉन्डरर्स की वह भुलाने लायक शाम (2003)
3. 'धोनी फ़िनिशेज़ ऑफ़ इन स्टाइल...' (2011)
दरअसल वह विश्व कप पूरी तरह भारतीय टीम की एक अच्छी परफ़ॉर्मेंस रही थी। अगर तेंदुलकर, सहवाग और विराट कोहली बड़ी पारियां नहीं खेलते तो प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट रहे युवराज सिंह और बाद में सुरेश रैना मिडिल ऑर्डर में रन जोड़ने में असमर्थ रहते। ज़हीर की गेंदबाज़ी पैनी थी तो मुनाफ़ पटेल और हरभजन सिंह ने भी अपना रोल बढ़िया निभाया।
आख़िरकार फ़ाइनल में भारत महिला जयवर्दना की एक उच्च कोटी की शतकीय पारी पर भी भारी रही।
2. जब मिताली का दिल दोबारा टूटा (2017)
जवाब में पूनम राउत (86) और हरमनप्रीत कौर (51) ने चेज़ को नियंत्रित रखा और सात ओवर रहते भारत के पास सात विकेट बचे थे और केवल 38 रनों की ज़रूरत थी।
ऐसे में स्मृति मांधना का विकेट ले चुकीं मध्यम तेज़ गेंदबाज़ आन्या श्रबसोल को गेंद थमाई गई। उन्होंने पूनम और वेद कृष्णामूर्ती के विकेट निकाले। भारतीय टीम पैनिक मोड में आई और आख़िर के तीन विकेट केवल एक रन जोड़ते हुए निकल गए। श्रबसोल ने 6/46 के विश्लेषण के साथ अहम भूमिका निभाई और भारत अब तक विश्व ख़िताब से वंचित रहा है।
1. लॉर्ड्स में दूसरे प्रकार का चमत्कार (1983)
यह केवल एक विश्व कप फ़ाइनल ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के खेल में नए एशियाई दौर का पूर्वावलोकन साबित हुआ। जिसमें पाकिस्तान और श्रीलंका ने भी अगले दो दशकों में ख़ुद को व्यापक दावेदार के रूप में खड़ा कर दिखाया।
देबायन सेन ESPNcricinfo में सीनियर सहायक एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख हैं @debayansen