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अगले चार सालों में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होगी दो टेस्ट सीरीज़

आईसीसी के 12 पूर्ण सदस्य 2023-27 के बीच कुल मिलाकर 777 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लेंगे

Shubman gill ducks a Pat Cummins bouncer, Australia vs India, 4th Test, Brisbane, 2nd day, January 16, 2021

2023-25 चक्र में पांच टेस्ट मैचों के लिए भारत की मेज़बानी करेगा ऑस्ट्रेलिया  •  Patrick Hamilton/AFP/Getty Images

विश्व भर में टी20 लीगों की संख्या में हो रही तेज़ वृद्धि के बावजूद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अगले भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफ़टीपी) में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बढ़ोतरी होने जा रही है। इसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के लिए दो टेस्ट सीरीज़ शामिल हैं जो 30 वर्षों में पहली बार पांच टेस्ट मैचों की होगी।
आईसीसी ने बुधवार को 2023-2027 के बीच चलने वाला एफ़टीपी जारी किया जिसमें बोर्ड के 12 पूर्ण सदस्य कुल मिलाकर 777 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलेंगे। इसमें 173 टेस्ट, 281 वनडे और 323 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले होंगे। वर्तमान चक्र में 694 अंतर्राष्ट्रीय मैचों का समावेश था और मैचों की संख्या में बढ़ोतरी टी20 लीगों की बढ़ती संख्या के बावजूद हुई है।
नई एफ़टीपी में 2023-27 के बीच बांग्लादेश सर्वाधिक 150 द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लेने वाली टीम होगी। वहीं वेस्टइंडीज़ 147, इंग्लैंड 142, भारत 141, न्यूज़ीलैंड 135, ऑस्ट्रेलिया 132, श्रीलंका 131, पाकिस्तान 130, अफ़ग़ानिस्तान 123, साउथ अफ़्रीका 113 और आयरलैंड 110 मैच खेंलेगे। पूर्ण सदस्यों में सबसे कम 109 द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय मैच ज़िम्बाब्वे की टीम खेलेगी।
टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की बात की जाए तो वेस्टइंडीज़ सर्वाधिक 73 द्विपक्षीय मैच खेलेगा। भारत 61 जबकि अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश और न्यूज़ीलैंड 57 मैचों में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा पाकिस्तान 56, श्रीलंका 54, इंग्लैंड 51, ऑस्ट्रेलिया 49, आयरलैंड 47, साउथ अफ़्रीका 46 और ज़िम्बाब्वे 45 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भाग लेंगे।
सर्वाधिक 59 द्विपक्षीय वनडे मुक़ाबले भी बांग्लादेशी टीम खेलेगी। इस अवधि में श्रीलंका को 52, आयरलैंड को 51, वेस्टइंडीज़ और इंग्लैंड को 48, पाकिस्तान को 47, न्यूज़ीलैंड को 46, अफ़ग़ानिस्तान को 45, ज़िम्बाब्वे को 44, ऑस्ट्रेलिया को 43 और भारत को 42 वनडे मुक़ाबले खेलने हैं। टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की तरह साउथ अफ़्रीका सबसे कम (39) वनडे मुक़ाबले खेलेगा।
टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो इंग्लैंड सर्वाधिक 43 टेस्ट मैच खेलेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया 40 जबकि भारत 38 टेस्ट मैचों में हिस्सा लेगा। इसके अलावा बांग्लादेश 34, न्यूज़ीलैंड 32, साउथ अफ़्रीका 28, पाकिस्तान 27, वेस्टइंडीज़ 26, श्रीलंका 25, अफ़ग़ानिस्तान 21, ज़िम्बाब्वे 20 और आयरलैंड 12 टेस्ट मैचों में हिस्सा लेंगे।
पांच मैचों की पहली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी सीरीज़ 2023-25 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) चक्र में खेली जाएगी। इस सीरीज़ में ऑस्ट्रेलिया, भारत की मेज़बानी करेगा। इसके बाद 2025-27 डब्ल्यूटीसी चक्र के अंतर्गत ऑस्ट्रेलिया जनवरी-फ़रवरी 2027 में भारत का दौरा करेगा। इसके अलावा भारत को इंग्लैंड के विरुद्ध भी पांच टेस्ट मैचों की दो सीरीज़ खेलनी हैं - 2024 में घर पर और 2025 में इंग्लैंड जाकर। एफ़टीपी में भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं है।
वनडे सुपर लीग के हटने के बाद पूर्ण सदस्यों के बीच त्रिकोणीय सीरीज़ की भी वापसी होगी। फ़रवरी 2025 में पाकिस्तान त्रिकोणीय सीरीज़ के लिए न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ़्रीका की मेज़बानी करेगा। इसके कुछ महीनों बाद जून-जुलाई में साउथ अफ़्रीका और न्यूज़ीलैंड एक टी20 अंतर्राष्ट्रीय त्रिकोणीय सीरीज़ के लिए ज़िम्बाब्वे की यात्रा करेंगे। साथ ही अक्तूबर-नवंबर 2026 में पाकिस्तान घर पर श्रीलंका और इंग्लैंड के साथ वनडे त्रिकोणीय सीरीज़ खेलेगा।
एफ़टीपी में आईपीएल के लिए भी एक विस्तारित विंडो है, जिसके दौरान 2023-27 एफ़टीपी चक्र में हर साल अप्रैल और मई में बहुत कम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट निर्धारित किया गया है। वहीं जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में क्रमशः द हंड्रेड और बिग बैश लीग (बीबीएल) होगा तब दोनों टीमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलेंगी।
पाकिस्तान के लंबे अंतर्राष्ट्रीय शेड्यूल के कारण 2025 में पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल), आईपीएल के साथ-साथ खेली जाएगी। नवंबर 2024 से पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया, ज़िम्बाब्वे, साउथ अफ़्रीका और न्यूज़ीलैंड का दौरा करना है। इसके बाद फ़रवरी 2025 में घर पर टीम को एक त्रिकोणीय वनडे सीरीज़ में हिस्सा लेना है, जिसके तुरंत बाद पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफ़ी का आयोजन होगा। चैंपियंस ट्रॉफ़ी समाप्त होने के बाद ही पीएसएल शुरू होगा, जिससे आईपीएल के साथ इसका टकराव होगा।