शनिवार को चेपॉक में खेले गए पहले मुक़ाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को एकतरफ़ा मुक़ाबले में पटखनी दे दी। इस जीत के साथ चेन्नई के प्लेऑफ़ में पहुंचिने का रास्ता थोड़ा और आसान हो गया लेकिन मुंबई के लिए अभी भी उम्मीदें बरक़रार हैं। हालांकि एक नज़र इस मुक़ाबले में विभिन्न क्षेत्रों में दोनों टीमों के प्रदर्शन पर डालते हैं और इस सवाल का जवाब तलाशते हैं कि आख़िर कैसे एक ऐसा मुक़ाबला जिसमें कांटे की टक्कर होने की उम्मीद की जा रही थी वह एकतरफ़ा मुक़ाबले में तब्दील हो गया।
बल्लेबाज़ी
चेन्नई (A+) - चेन्नई एक छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी थी लेकिन ऋतुराज गायकवाड़ और डेवन कॉन्वे की सलामी जोड़ी ने उन्हें एक अच्छी शुरुआत दी और पावरप्ले में ही चेन्नई को ड्राइविंग सीट पर ला दिया। गायकवाड़ के आउट होने के बाद अजिंक्य रहाणे और कॉन्वे ने पारी की रफ़्तार को धीमा नहीं पड़ने दिया जिस वजह से मुंबई चेन्नई पर दबाव बनाने में सफल नहीं हो पाई। इसके बाद अंबाती रायुडू और शिवम दुबे ने भी आक्रामक रुख़ अपनाए रखा और दूसरे छोर पर कॉन्वे डटे रहे और 17वें ओवर में जब वह आकाश मधवाल की गेंद पर आउट हुए तब तक चेन्नई जीत की दहलीज़ पर पहुंच चुकी थी।
मुंबई (C) - मुंबई की शुरुआत उतनी ख़राब रही जितनी की अपेक्षा धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने के निर्णय के समय की होगी। दूसरे ओवर में ही कैमरन ग्रीन पवेलियन लौट गए। इसके बाद अगले ही ओवर में इशान किशन और फिर रोहित शर्मा भी आउट हो गए। महज़ 14 रनों के स्कोर पर मुंबई ने तीन विकेट गंवा दिए थे। हालांकि इसके बाद सूर्यकुमार यादव और नेहाल वढ़ेरा के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई लेकिन 11वें ओवर में रवींद्र जाडेजा ने क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद मिडिल ओवर्स में इस पारी को संभालने की ज़िम्मेदारी नेहाल और इस सीज़न पहली बार मुंबई खेल रहे ट्रिस्टन स्टब्स के ऊपर आ गई। इसके बाद दोनों ही बल्लेबाज़ों ने 18वें ओवर तक साथ तक बल्लेबाज़ी की लेकिन मथीशा पथिराना की गेंद पर पहले नेहाल बोल्ड हुए और उसके बाद तुषार की गेंद पर टिम डेविड भी शॉट को मिस टाइम कर गए।
गेंदबाज़ी
चेन्नई (A+) - चेन्नई के तेज़ गेंदबाज़ों ने टीम को एक अच्छा आग़ाज़ दिया। तुषार देशपांडे ने ग्रीन को अपनी लेंथ और पेस से बीट किया। जबकि दीपक चाहर ने भी अपने दूसरे और पारी के तीसरे ओवर में पहले इशान को कैच आउट करवाया और फिर चालाकी दिखाते हुए रोहित को एक ख़राब शॉट खेलने पर मजबूर किया। इसके बाद जब सूर्यकुमार और नेहाल के बीच साझेदारी पनपी तब जाडेजा ने सूर्यकुमार को बोल्ड कर चेन्नई को ब्रेकथ्रू दिलाया। हालांकि नेहाल और स्टब्स की जोड़ी को तोड़ने में चेन्नई के गेंदबाज़ों को पसीने बहाने पड़ गए लेकिन डेथ में चेन्नई ने अच्छी वापसी करते हुए मुंबई को 150 से कम के स्कोर पर रोक दिया।
मुंबई (C)- मुंबई ने पहले तीन ओवरों में तीन अलग-अलग गेंदबाज़ इस्तेमाल किए लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला। ऐसा लगा जैसे गायकवाड़ और कॉन्वे बाहर से ही सेट होकर आए थे और चेन्नई एक्सप्रेस की रफ़्तार के आगे मुंबई के गेंदबाज़ लोकल ट्रेन की तरह ही प्रतीत हुए। चौथे ओवर में चावला ने गायकवाड़ और बाद में रहाणे का विकेट झटक कर ज़रूर दिया लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। स्टब्स ने जब रायुडू का विकेट झटका तब तक चेन्नई को जीत की दहलीज़ पर पहुंच गई थी और उसे जीत के लिए महज़ 35 रनों की दरकार थी।
क्षेत्ररक्षण
चेन्नई (A-) - चेन्नई के फ़ील्डरों ने आज शुरुआत में अच्छी फ़ील्डिंग की लेकिन कुलमिलाकर उनका इस क्षेत्र में प्रदर्शन मिलजुला ही रहा। शुरुआत में हाथ में आए कैच भी नहीं टपकाए और डीप में बहुत अच्छे प्रयास किए जिस वजह से चेन्नई के गेंदबाज़ मुंबई पर दबाव बनाकर रखने में क़ामयाब हुए। हालांकि आज विकेटों के पीछे कप्तान धोनी ने निराश किया। जाडेजा की पहली गेंद लेग स्टंप के बाहर उनके पैड्स से लगकर शॉर्ट फ़ाइन लेग पर चली गई और एक अतिरिक्त चुराने का मौक़ा मिल गया। 15वें ओवर में भी धोनी बायीं तरफ़ पूरी तरह डाइव नहीं लगा पाए। जबकि 16वें ओवर में स्टब्स की रिवर्स स्वीप धोनी के दस्तानों के बगल से निकल गई। वहीं 19वें ओवर में भी ऋतुराज ने अरशद का एक आसान सा कैच टपका दिया। हालांकि अगले ही ओवर में ऋतुराज ने पथिराना की गेंद पर डीप कवर पर अरशद का कैच लपक लिया। वहीं अंतिम ओवर में ही जाडेजा ने भी स्टब्स का बेहतरीन कैच पकड़ा
मुंबई (B) - बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी की तुलना में मुंबई ने अच्छा प्रदर्शन किया। इशान ने गायकवाड़ का कैच छोड़ने की भूल नहीं की। फ़ील्ड में भी मुंबई के फ़ील्डरों ने अच्छे डाइव लगाए और चावला की गेंद पर रहाणे के अपिश ड्राइव पर कवर पर खड़े रोहित ने अपनी दायीं तरफ़ बेहतरीन प्रयास किया। अपना पहला मैच खेल रहे वैभव गोयल ने शॉर्ट थर्ड मैन पर अंबाती रायुडू का अच्छा कैच लपका।
रणनीति
चेन्नई (A+) - चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया जोकि गेंदबाज़ों ने सही साबित कर दिखाया। हालांकि धोनी के इस फ़ैसले के पीछे दो वजह प्रमुख तौर पर शामिल थीं। पहली यह कि चेपॉक के आसमान पर बादल मंडरा रहे थे और दूसरी यह कि मुंबई लगातार दो मुक़ाबलों में बड़े रन चेज़ कर जीत हासिल कर के आ रही थी। ओवरकास्ट कंडीशन का चेन्नई के तेज़ गेंदबाज़ों ने फ़ायदा उठाया और तीन ओवर के भीतर ही मुंबई के तीन बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेज दिया।
मुंबई (C) - मुंबई ने पारी की शुरुआत के लिए ग्रीन और इशान को भेजकर कप्तान रोहित ने ज़रूर चौंकाया लेकिन दूसरे ही ओवर में रोहित को मैदान में आना भी पड़ गया। ऐसे में ग्रीन को ऊपर भेजने की रणनीति मुंबई के काम नहीं आई। गेंदबाज़ी में कप्तान रोहित ने स्पिनर्स को लाने में देरी की। चावला ने अपने पहले ही ओवर में गायकवाड़ का विकेट लेकर दिया। वहीं रहाणे और कॉन्वे के बीच पनपी अहम साझेदारी को भी तोड़ा। स्पिनर स्टब्स ने भी रायुडू का विकेट लेकर दिया। ऐसे में चेपॉक पर रोहित एक अतिरिक्त स्पिनर के साथ उतर सकते थे। वहीं चेन्नई की पारी पर ब्रेक लगाने के लिए रोहित की कप्तानी में भी आक्रामकता की कमी साफ़ तौर पर नज़र आई।