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मैक्सवेल ने ही मांगा था RCB से आराम, ब्रेक लेकर ख़ुद को करेंगे तरोताज़ा

मानसिक और शारीरिक ब्रेक के लिए मैक्सवेल ने की थी SRH के ख़िलाफ़ ख़ुद को निकाले जाने की मांग

सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के ख़िलाफ़ मैच के लिए ग्लेन मैक्सवेल ने ख़ुद ही उनकी जगह किसी और को चुनने की मांग की थी क्योंकि वह शारीरिक और मानसिक तौर पर ख़ुद को तरोताज़ा करने के लिए ब्रेक ले रहे हैं। IPL 2024 में मैक्सवेल के बल्ले से रन नहीं निकल रहे हैं। सोमवार को हुए मैच से पहले मैक्सवेल ने छह पारियों में केवल 5.33 की औसत से केवल 32 रन बनाए थे। आशंका थी कि वह अंगूठे की चोट के कारण बाहर बैठ सकते हैं, लेकिन जो हुआ वह इसके विपरीत था।
RCB के सात मैचों में छठी हार के बाद मैक्सवेल ने कहा, "निज़ी तौर पर मेरे लिए यह काफ़ी आसान निर्णय था। पिछले मैच के बाद मैं फ़ाफ़ और कोच के पास गया और कहा कि शायद अब समय आ गया है कि मेरी जगह किसी और को आजमाया जाए। मैं ऐसी परिस्थितियों में पहले भी रहा हूं जहां लगातार खेलते हुए ख़ुद को और बुरी परिस्थिति में पाया है। मेरे हिसाब से यह उचित समय है कि मैं ब्रेक लूं और ख़ुद को मानसिक तथा शारीरिक रूप से आराम दूं। टूर्नामेंट के दौरान यदि मेरी ज़रूरत पड़ती है तो शायद मैं अच्छे से योगदान दे पाऊंगा।"
"पावरप्ले के बाद हमारे खेल में बड़ा अंतर आता है और यही पिछले कुछ सीज़न से मेरी सबसे बड़ी ताक़त रही है। मुझे लगा कि मैं बल्ले से सकारात्मक तरीके से योगदान नहीं दे पा रहा था और हम जिस स्थिति में है उसे देखते हुए मुझे यही सही लगा कि मेरी जगह किसी और को मौक़ा दिया जाए।"
IPL 2024 में आते हुए मैक्सवेल शानदार फ़ॉर्म में थे। नवंबर की शुरुआत से मैक्सवेल ने 17 टी20 मैचों में 42.46 की औसत और लगभग 186 की स्ट्राइक-रेट से 552 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने दो शतक भी लगाए थे। हालांकि, उन्होंने IPL की शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ पहली गेंद पर शून्य पर आउट होते हुए की थी। इसके बाद भी वह दो बार खाता खोले बिना आउट हुए और केवल एक ही बार उन्होंने पांच से अधिक गेंद खेली।
मैक्सवेल ने कहा, "'टी20 क्रिकेट कई बार ऐसा हो सकता है। यदि आप पहले मैच को ही देखें तो मैंने बल्ले के बीच वाले हिस्से से कीपर को कैच थमाया। मैंने लेंथ अच्छे से पकड़ ली थी और रन बनाने का मौक़ा देख लिया था, लेकिन बल्ले का चेहरा अधिक खोल दिया। जब आप अच्छी लय में होते हैं तो यह कीपर से दूर जाती है और आपको बाउंड्री मिलती है।"
"शायद मैं अब तक लय ही नहीं पकड़ पाया। पहले कुछ मैचों में मुझे लगता है कि मैंने सही निर्णय लिए, लेकिन फिर भी मैं आउट हो रहा था। टी20 क्रिकेट में ऐसा हो सकता है और जब ऐसा होता है तो आप अधिक कोशिश करने लगते हैं और क्रिकेट के बेसिक को भूल जाते हैं।"
2020 में भी मैक्सवेल के लिए IPL सीज़न कुछ ऐसा ही गया था। किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलते हुए उन्होंने 11 पारियों में केवल 15.42 की औसत और 101.88 की स्ट्राइक-रेट से 108 रन बनाए थे। उस साल उनके बल्ले से एक भी छक्का नहीं आया था।
मैक्सवेल ने बताया, "वह एकदम अलग बात थी। उस समय मुझे सबसे अधिक दुख इस बात का था कि मैं अच्छी गेंदबाज़ी कर रहा था। मैं एक स्पिनर के तौर पर खेल रहा था जिसका अंत में बल्ले के साथ उपयोग किया जा रहा था। हमारे पास केएल और मयंक थे, जो सीज़न के सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में से एक थे। ऐसे में अंत में अधिक गेंदें नहीं बच रही थी। उस समय भी मैंने पंजाब प्रबंधन से यही कहा था कि मेरी जगह किसी विदेशी गेंदबाज़ को शामिल किया जाए। हालांकि, टीम में कोई ऑफ़ स्पिनर नहीं था।"

हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब-एडिटर हैं