न्यूज़ीलैंड के कप्तान
केन विलियमसन अभ्यास सत्र में ज़्यादा बल्लेबाज़ी नहीं कर रहे, और मैच के लिए ख़ुद को तैयार रखने में लगे हैं। असल में वॉर्म-अप मैचों के दौरान विलियमसन की कोहनी की चोट वापस उबर गई थी, लेकिन अभी तक टीम मैनेजमेंट ने उनकी चोट का पूरा ख़्याल रखा है और ख़ुद भी विलियमसन इस पर ख़ासा ध्यान दे रहे हैं।
नीदरलैंड के ख़िलाफ़ पहले वॉर्म-अप मैच से विलियमसन बाहर रहे थे, हालांकि तब उनको हल्की सी हैमस्ट्रिंग इंजरी थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच में उन्होंने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 30 गेंदों पर 37 रन की पारी खेली और उसी दौरान उनकी कोहनी की चोट वापस उबर गई थी।
विलियमसन की कोहनी की चोट उन्हें लंबे समय से परेशान कर रही है, इसी की वजह से वह बांग्लादेश के ख़िलाफ़ घरेलू वनडे सीरीज़ में बाहर रहे थे। साथ ही साथ विलियमसन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 के पहले चरण में टीम के साथ नहीं थे, और फिर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ एजबैस्टन टेस्ट और द हंड्रेड में भी वह नहीं खेल पाए थे। सुपर-12 के दौरान न्यूज़ीलैंड को पांच दिनों के अंदर तीन मैच खेलने पड़े थे जिसके बाद विलियमसन की कोहनी फिर परेशान करने लगी है।
विलियमसन ने इस चोट को लेकर कहा कि ज़ाहिर तौर पर ये किसी चुनौती से कम नहीं।
"ये सच है कि व्यक्तिगत तौर पर ये मेरे लिए एक चुनौती से कम नहीं, लेकिन फिर भी मुझे इसका कोई उपाय तो निकालना ही होगा। इसलिए मैं कोशिश करता हूं कि मैच से पहले तरोताज़ा रह सकूं, इसको लेकर फ़िलहाल मेरे पास सोचने का ज़्यादा वक़्त भी नहीं। हालांकि ये एक चिंता का विषय तो सभी के लिए बन गया है और मैं फ़िज़ियो से लगातार बात कर रहा हूं ताकि ख़ुद को फ़िट रख सकूं। ये ज़्यादा न बढ़े इसके लिए मैं अभ्यास सत्र में कम से कम ही बल्लेबाज़ी करता हूं।"
केन विलियमसन, कप्तान, न्यूज़ीलैंड
न्यूज़ीलैंड के प्रमुख कोच गैरी स्टीड ने भी माना कि विलियमसन का नेट्स में अभी कम ही बल्लेबाज़ी करना टीम के लिए फ़ायदेमंद है।
"केन अभी फ़ॉर्म में हैं, हालांकि वह उतना अभ्यास नहीं कर पा रहे जितना वह करना चाहते थे। लेकिन ऐसा सिर्फ़ इसलिए ताकि वह टीम के लिए मैच के दौरान ज़्यादा से ज़्यादा बल्लेबाज़ी कर पाएं और हमारे लिए जीत की नींव तैयार करें। अगर वह नेट्स में ज़्यादा देर तक बल्लेबाज़ी करेंगे तो फिर उनकी चोट और भी बढ़ सकती है और इस समय हम जोखिम नहीं ले सकते।"
गैरी स्टीड, प्रमुख कोच, न्यूज़ीलैंड
टी20 विश्वकप के फ़ाइनल के तीन दिन बाद ही न्यूज़ीलैंड का भारत दौरा शुरू होने जा रहा है, जहां 17 नवंबर से तीन मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ का पहला मैच खेला जाएगा। इसके बाद न्यूज़ीलैंड विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के ख़िताब को डिफ़ेंड करने की शुरुआत भारत के ख़िलाफ़ कानपुर और मुंबई में दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ भी खेलेगी।
भारत के ख़िलाफ़ टी20 सीरीज़ के लिए न्यूज़ीलैंड का वही दल भारत का दौरा करेगा जो इस समय टी20 विश्वकप में मौजूद है, इसका मतलब ये हुआ कि विलियमसन को अपनी कोहनी की चोट पर और भी ध्यान देना होगा।