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अरेस्ट वॉरंट जारी होने से हताश व अस्वस्थ हैं संदीप लामिछाने

नेपाल के लेग स्पिनर ने कहा कि वे स्वस्थ होने के बाद स्वदेश लौटेंगे और मामले में अपना बचाव करेंगे

Sandeep Lamichhane reacts in the field, Guyana Amazon Warriors v Barbados Tridents, CPL 2019, Providence, September 8, 2019

संदीप सीपीएल में खेलने वाले थे (फ़ाइल फ़ोटो)  •  CPL T20/ Getty Images

नेपाल पुलिस द्वारा अरेस्ट वॉरंट जारी किए जाने के दो हफ्तों के बाद संदीप लामिछाने का पहली बार बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले ने उनके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित किया है और उन्हें मानसिक व शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है। क्रिकेटर ने यह भी कहा है कि वे स्वस्थ होते ही स्वदेश लौटने पर विचार कर रहे हैं।
जब बीते 8 सितंबर को लामिछाने के विरुद्ध नाबालिग से ज़बरदस्ती करने के आरोप में गिरफ़्तारी वॉरंट जारी किया गया तब वे वेस्टइंडीज़ में आयोजित कैरिबियन प्रीमियर लीग में हिस्सा ले रहे थे। उस दौरान उन्होंने कहा था कि वे सीपीएल को बीच में ही छोड़ अपने ऊपर लगाए गए निराधार आरोपों का सामना करने के लिए स्वदेश लौटेंगे। हालांकि उनका ताज़ा बयान यह बताता है कि वे अभी तक नेपाल नहीं लौटे हैं।
लामिछाने ने 26 सितंबर को नेपाली में लिखी अपनी एक फेसबुक पोस्ट के ज़रिए कहा, " मेरे विरुद्ध जारी किए गए अरेस्ट वॉरंट की ख़बर और लगाए गए आरोपों ने मुझे हताश और बीमार कर दिया है। मैं यह सोच पाने में सक्षम नहीं था कि मुझे क्या करना या नहीं करना है। एक तरफ़ इस घटनाक्रम ने मुझे मानसिक तौर पर तो परेशान किया ही लेकिन दूसरी तरफ़ मैं बीमार भी पड़ गया। बीमार पड़ने और मानसिक तौर पर प्रभावित होने के कारण मैंने ख़ुद को एकांत में रख लिया। मुझे शारीरिक और मानसिक यातनाओं से गुज़रना पड़ रहा है और मैं असंतुलन की स्थिति में पहुंच गया हूं। मैं डॉक्टरों के परामर्श से ख़ुद को सामान्य करने का प्रयास कर रहा हूं। मेरे स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है और मैं जल्द ही मेरे ऊपर दर्ज किए गए झूठे मुक़दमे के ख़िलाफ़ ख़ुद का बचाव करने के लिए नेपाल आने की योजना बना रहा हूं।"
लामिछाने ने एक बार फिर अपने ऊपर दर्ज किए गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इससे उनके चरित्र का हनन हुआ है। उन्होंने कहा, "मैं अपने ऊपर लगे झूठे आरोपों के विरुद्ध कानूनी लड़ाई लडूंगा। जहां तक मैं समझता हूं, नेपाल के संविधान के मुताबिक़ मैं जब तक गुनाहगार साबित नहीं हो जाता तब तक मैं बेगुनाह हूं। मैं यह भी जानता हूं कि संविधान से मुझे सम्मान के साथ जीने, निजता का अधिकार, प्रताड़ना के ख़िलाफ़ खड़ा होने के अधिकार के साथ-साथ कानूनी परामर्श लेने का भी अधिकार हासिल है।"
22 वर्षीय लामिछाने नेपाल के सबसे हाई प्रोफ़ाइल क्रिकेटर हैं। वह विश्व भर की टी20 लीग में खेलने वाले नेपाल के इकलौते क्रिकेटर भी हैं। वह आईपीएल सहित बिग बैश लीग, बांग्लादेश प्रीमियर लीग, लंका प्रीमियर लीग और सीपीएल का भी हिस्सा रह चुके हैं। वह वनडे में 50 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे सबसे तेज़ गेंदबाज़ हैं, जबकि टी20 में वह सबसे तेज़ 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में वह तीसरे नंबर पर हैं। उन्होंने अगस्त 2022 में केन्या के ख़िलाफ़ खेली गई टी20 श्रृंखला में अंतिम बार प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेली थी। इसके बाद वह सीपीएल में खेलने वाले थे, लेकिन वह मैदान में नहीं उतर सके।
अरेस्ट वॉरंट जारी होने के समय लामिछाने नेपाल के कप्तान थे लेकिन इसके बाद बोर्ड ने उन्हें निलंबित कर दिया। उस दौरान नेपाल क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यवाहक अध्यक्ष प्रशांत विक्रम मल्ला ने कहा था कि जांच पूरी हो जाने तक लामिछाने पर निलंबन लागू रहेगा।