डि ग्रैंडहोम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
न्यूज़ीलैंड के ऑलराउंडर ने घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखने की इच्छा व्यक्त की
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ़
31-Aug-2022
"मुझे अपने करियर पर गर्व है लेकिन यह इसे ख़त्म करने का सही समय है" • Getty Images
न्यूज़ीलैंड के ऑलराउंडर कॉलिन डि ग्रैंडहोम ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि चोटों और तीनों प्रारूपों में राष्ट्रीय टीम में बढ़ती प्रतिस्पर्धा जैसे कारकों ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया।
न्यूज़ीलैंड क्रिकेट द्वारा जारी एक बयान में उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि मेरी उम्र कम नहीं हो रही है और ख़ासकर चोटों के कारण प्रशिक्षण कठिन होता जा रहा है। मेरा एक युवा परिवार है और मैं यह समझने का प्रयास कर रहा हूं कि क्रिकेट के बाद मेरा भविष्य कैसा होगा। पिछले कुछ हफ़्तों से यह मेरे दिमाग़ में चल रहा है।"
डि ग्रैंडहोम ने आगे कहा, "मैं भाग्यशाली रहा हूं कि 2012 में डेब्यू करने के बाद से मुझे ब्लैक कैप्स के लिए खेलने का मौक़ा मिला है, और मुझे अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर पर गर्व है। मुझे लगता है कि यह इसे ख़त्म करने का सही समय है।"
इससे पहले 36 वर्षीय डि ग्रैंडहोम ने न्यूज़ीलैंड बोर्ड को आश्चर्यचकित किया जब वह बिग बैश लीग (बीबीएल) के विदेशी खिलाड़ियों के ड्राफ़्ट में एडिलेड स्ट्राइकर्स द्वारा चुने गए। बोर्ड के एक प्रवक्ता ने कहा था कि वह इस विषय पर डि ग्रैंडहोम के साथ बातचीत करेंगे।
10 साल से अधिक के अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में डि ग्रैंडहोम ने 115 मैचों में न्यूज़ीलैंड का प्रतिनिधित्व किया। वह इन वर्षों में अपनी अनुशासित मध्यम गति की गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी क्रम में हार्ड-हिटिंग क्षमताओं के कारण काफ़ी नियमित सदस्य थे। वह उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2021 में पहली विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल में भारत को हराया था और वह टीम का जो 2019 के ऐतिहासिक विश्व कप फ़ाइनल में हार गई थी।
डि ग्रैंडहोम ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2012 में ऑकलैंड में ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच से की थी। लॉर्ड्स पर जून में इंग्लैंड के विरुद्ध टेस्ट उनका आख़िरी अंतर्राष्ट्रीय मैच था। 29 टेस्ट मैचों में उन्होंने दो शतक और आठ अर्धशतक जड़ने के अलावा 49 विकेट भी लिए। 45 वनडे मैचों में उन्होंने 30 विकेट लिए और 106.15 के स्ट्राइक रेट से 742 रन भी बनाए।
अपने करियर में उन्होंने 41 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेले जिसमें 138.25 के स्ट्राइक रेट से 505 रन बनाने के साथ-साथ उन्होंने गेंद के साथ 12 शिकार किए।
डि ग्रैंडहोम ने कहा, "मैंने पिछले एक दशक में इस टीम का हिस्सा बनने का आनंद लिया है और उन अनुभवों के लिए आभारी हूं जो हमने एक साथ साझा किए हैं। मैंने टीम के साथियों, कोचिंग स्टाफ़ और विरोधियों के साथ कई स्थायी दोस्ती की है और अपने जीवन के बाक़ी हिस्सों के लिए मैं इन यादों को संजोए रखूंगा।"
डि ग्रैंडहोम का जन्म 1986 में हरारे में हुआ था और उन्होंने ज़िम्बाब्वे में प्रथम श्रेणी और लिस्ट ए में डेब्यू किया था। उन्होंने 2006 में ऑकलैंड जाने से पहले 2003-04 के अंडर-19 विश्व कप में ज़िम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अगले वर्ष ऑकलैंड के लिए टी20 करियर की शुरुआत की और अपनी हरफ़नमौला क्षमताओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में अपना रास्ता खोज लिया।
डि ग्रैंडहोम ने न्यूज़ीलैंड में घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है और अपने भविष्य को लेकर नॉर्दन डिस्ट्रिक्ट्स के साथ चर्चा करेंगे।