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राहुल द्रविड़ बने भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच

टी20 विश्व कप के बाद न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ से संभालेंगे पदभार

Rahul Dravid and Shikhar Dhawan, India's coach and captain for the T20I series, chat during training, Colombo, July 2, 2021

द्रविड़ जुलाई में श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में यह भूमिका निभा चुके हैं  •  Sri Lanka Cricket

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट टीम का प्रमुख कोच नियुक्त किया है। वह टी20 विश्व कप के बाद न्यूज़ीलैंड के भारत दौरे के दौरान पदभार संभालेंगे। बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के अनुशंसा पर यह निर्णय लिया गया, जिसमें सुलक्षणा नायक और आरपी सिंह शामिल थे।
इससे पहले 26 अक्तूबर को बीसीसीआई ने भारत के कोच पद के लिए आवेदन मांगे थे। भारतीय टीम के वर्तमान प्रमुख कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद से ही समाप्त हो रहा है।
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, "बीसीसीआई राहुल द्रविड़ का प्रमुख कोच के रूप में स्वागत करती है। वह एक महान खिलाड़ी हैं और उनका क्रिकेटिंग करियर शानदार रहा है। उन्होंने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख के रूप में भी अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा इंडिया अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोच के रूप में युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में भी उनका प्रयास अतुलनीय है। मैं आशा करता हूं कि वह अपनी नई पारी से टीम को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे।"
राहुल द्रविड़ ने इस नियुक्ति के बाद अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की। उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है और मैं इस नई भूमिका के लिए बहुत उत्साहित हूं। रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है और मुझे उसको आगे बढ़ाना है। अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोचिंग कार्यकाल के दौरान मैं भारतीय टीम से जुड़े अधिकांश खिलाड़ियों के साथ काम कर चुका हूं। मुझे पता है कि ये खिलाड़ी अपने अंदर हर रोज़ कुछ ना कुछ सुधार चाहते हैं। अगले आने वाले दो सालों में कुछ महत्वपूर्ण प्रतियोगिताएं होनी हैं और हम उनको ही लक्ष्य बनाकर चलेंगे।"
बीसीसीआई ने इस अवसर पर वर्तमान प्रमुख कोच शास्त्री, गेंदबाज़ी कोच बी. अरुण, फ़ील्डिंग कोच आर. श्रीधर और बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौर को सफल कार्यकाल के लिए धन्यवाद कहते हुए बधाई दी। शास्त्री के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया ने घर और विदेश दोनों जगहों पर निडरतापूर्वक क्रिकेट खेला। भारतीय टीम टेस्ट में नंबर एक बनी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल तक पहुंची।
इसी कार्यकाल के दौरान भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर लगातार दो टेस्ट सीरीज़ में हराया और वह ऐसा करने वाली पहली एशियाई टीम बनी। वहीं घर में भारत ने सभी सात टेस्ट सीरीज़ जीते।
द्रविड़ के जूनियर कोचिंग कार्यकाल में भारत लगातार दो अंडर-19 विश्व कप के फ़ाइनल में पहुंचा। जहां 2016 में वह उपविजेता रहा, वहीं 2018 में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर ख़िताब जीता था। एनसीए के कार्यकाल के दौरान द्रविड़ ने प्रमुख खिलाड़ियों को चोट से उबरने में मदद की और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए तैयार किया। उन्होंने एनसीए के कार्यकाल के दौरान भारत के पुरुष और महिला क्रिकेट टीमों का रोडमैप भी तैयार किया था।
जुलाई में अंतरिम कोच के रूप में द्रविड़ भारतीय सीनियर टीम के साथ श्रीलंका भी गए थे, जहां पर शिखर धवन की कप्तानी में भारत को वनडे और टी20 सीरीज़ खेलनी थी। उस दौरान भारत की एक और टीम टेस्ट सीरीज़ खेलने के लिए इंग्लैंड गई थी। तभी से यह उम्मीद जताई जा रही थी कि शास्त्री के कार्यकाल की समाप्ति के बाद द्रविड़ को मुख्य कोच बनाया जाएगा।
हालांकि द्रविड़ के सपोर्ट स्टाफ़ का चयन होना अभी बाक़ी है। एनसीए में द्रविड़ के साथी रहे पारस म्हांब्रे गेंदबाज़ी कोच बनने के दौड़ में सबसे आगे हैं, वहीं अभय शर्मा और अजय रात्रा ने फ़ील्डिंग कोच के लिए आवेदन किया है। भारतीय टीम के वर्तमान बल्लेबाज़ी कोच विक्रम राठौर ने फिर से इस पद के लिए आवेदन किया है।
द्रविड़ का यह कार्यकाल बहुत व्यस्त रहने वाला है। नवंबर में भारत को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ तीन टी20 और दो टेस्ट मैच की घरेलू सीरीज़ खेलनी है। इसके बाद दिसंबर में टीम को तीन टेस्ट, तीन वन डे और चार टी20 के लिए साउथ अफ़्रीका जाना है। इसके बाद भारत 2021-22 के घरेलू सीज़न में वेस्टइंडीज़, श्रीलंका और साउथ अफ़्रीका की मेजबानी करेगा।
टी20 विश्व कप के बाद विराट कोहली ने टी20 की कप्तानी छोड़ने का फ़ैसला किया है और टी20 टीम एक बदलाव के दौर से गुज़र रही है। टी20 विश्व कप में भारत के प्रदर्शन के बाद एक बेहतर टी20 टीम तैयार करना भी द्रविड़ के लिए एक चुनौती होगी।