रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने कभी IPL क्यों नहीं जीता? सारे RCB कप्तान, मुख्य कोच और टीम निदेशक को इस सवाल से जूझना पड़ा है, जिसमें फ़्रैंचाइज़ी के वर्तमान नेतृत्व समूह में टीम निदेशक मो बोबाट, मुख्य कोच
एंडी फ़्लॉवर, मेंटॉर
दिनेश कार्तिक और पूर्व कप्तान व प्रमुख बल्लेबाज़
विराट कोहली शामिल हैं। सितंबर 2023 में इस पद पर आने वाले बोबाट ने बताते हैं कि IPL जीतना उनका प्राथमिक लक्ष्य है और वह चाहते हैं कि RCB के खिलाड़ी अपने आप में आक्रामक तरीके़ से खेलने की संस्कृति विकसित करें। साक्षात्कार का प्रमुख अंश:
आप और एंडी दोनों अब अपने दूसरे सीज़न में हैं। 2024 में जो हुआ, जहां पहले हाफ़ में ख़राब प्रदर्शन के बाद आप प्लेऑफ़ तक पहुंचे। वे कौन से क्षेत्र थे जिन पर आप ध्यान देना चाहते थे, जिसके तहत आप रिटेन और नीलामी प्रक्रिया में गए?
हम IPL जीतना चाहते हैं, इसलिए हम यहां पर हैं। RCB का एक अनोखा बैकग्राउंड रहा है, एक ऐसी टीम जिसका बड़ा रूतबा है। हां हम टूर्नामेंट नहीं जीते हैं और यह एक कथा बन गई है। RCB में आने का मेरा एक कारण यह था कि मैं इस चुनौती को लेकर उत्साहित था। यही बात एंडी पर भी लागू होती है। चुनौती को लेकर उत्साहित होने में और इसको जुनून नहीं बनाने में एक महीन अंतर होता है। मुझे लगता है कि अगर हम इसको लेकर जुनूनी हो जाएंगे तो इससे अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा।
मैं चाहता हूं कि हम इस बात को लेकर जुनूनी रहें कि हम अपना क्रिकेट कैसे खेलेंगे। हम अपनी टीम में एक मज़बूत भारतीय कोर विकसित करना चाहते थे।
यदि आप केवल हमारे भारतीय खिलाड़ियों को देखें, तो हमारे IPL कैप का एक बड़ा हिस्सा दो खिलाड़ियों विराट और डीके [दिनेश कार्तिक] के पास था। इस स्तर के अनुभव वाले लोगों का होना शानदार है, लेकिन हम इसे थोड़ा और बढ़ाना चाहते थे। इस मूल को मज़बूत करने के लिए हम अनुभव और नेतृत्व वाले अधिक भारतीय खिलाड़ियों को शामिल करना चाहते थे।
हमने तीन भारतीय खिलाड़ियों को रिटेन करने के साथ शुरुआत की, जो मुझे नहीं लगता कि RCB ने पहले कभी किया है। कुछ टीमों का स्पष्ट रूप से यह मंत्र था कि अपने शुरुआती खिलाड़ियों [प्लेइंग इलेवन] पर पैसा ख़र्च करने की कोशिश करना और यह सुनिश्चित करने की कोशिश करना कि आपके पास मैदान पर उच्च गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हों। इसका मतलब थोड़ा छोटा दल हो सकता है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि बेंच पर उतना अनुभव नहीं होगा। इसलिए अगर हमने शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ों पर बड़ा पैसा ख़र्च किया जैसा कि RCB ने अतीत में किया होगा, तो हम उस भारतीय कोर को हासिल नहीं कर पाएंगे। हम संतुलन और विविधता हासिल नहीं कर पाएंगे और हम अपने गेंदबाज़ी आक्रमण को पर्याप्त रूप से मज़बूत नहीं कर पाएंगे। नीलामी से पहले यह सब हमारे दिमाग़ में था।
आपके बल्लेबाज़ी चयन में आम बात ताक़तवर बल्लेबाज़ हैं। क्या ऐसा पूरी पारी के दौरान आक्रामक इरादे को बरक़रार रखने की इच्छा के कारण है?
बिना किसी संशय के हां। हमने पिछले साल पाया कि हमने अपनी आक्रामकता में जो बड़े सुधार किए हैं, वे वास्तव में उस मध्य चरण के दौरान हुए थे। उदाहरण के लिए विल जैक्स और रजत पाटीदार का एकादश में एक साथ होना। इसलिए ऐसा करना हमारा इरादा है। और देखिए, ऐसी अन्य टीमें भी थीं जिन्होंने पिछले साल भी ऐसा किया था। KKR और SRH उनमें से एक थी। और जब हमने अच्छा खेला तो हमने वैसा ही किया।
जब मैं अब T20 क्रिकेट को देखता हूं, तो यह इसी तरह चल रहा है। आख़िर में बल्लेबाज़ जो गति और रन रेट हासिल करते हैं, अब आप उसे पूरी पारी के दौरान बनाए रखना चाहते हैं। वास्तव में मध्य ओवरों (7-16 ओवर) में ऐसा करना भी होगा जब तक परिस्थिति आपके अनुरुप ना हो या आपने शुरुआती विकेट जल्दी गिरा दिए हों।
साथ ही, आप किसी एक व्यक्ति पर निर्भर नहीं हैं। जैसे, पावर-हिटर या फ़िनिशर की भूमिका निभाना केवल लियम लिविंगस्टन पर निर्भर नहीं है, क्योंकि अब आपके आसपास अन्य लोग हैं जो उस ज़िम्मेदारी को साझा कर सकते हैं।
इसका मतलब यह है कि हमने जो बताया है उसे हासिल करने की आपकी अधिक संभावना है और वह भी किसी एक व्यक्ति पर दबाव डाले बिना। मुझे लगता है कि वे शायद जोखिम के साथ प्रदर्शन करेंगे क्योंकि उन्हें आउट होने के परिणामों के बारे में चिंता नहीं होगी, क्योंकि उन्हें पता रहेगा कि आने वाला खिलाड़ी और भी ताक़तवर है। हम अपने बल्लेबाज़ी क्रम में गहराई चाहते थे, जिसमें रजत, लिविंगस्टन, जितेश [शर्मा], टिम डेविड, क्रुणाल [पंड्या], यहां तक कि जैकब बेथेल जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।
पिछले साल कोहली ने अपनी पहचान यानी गहराई तक बल्लेबाज़ी करने की क्षमता को छोड़ा था और उन्होंने पावरप्ले से ही टैंपो बनाया था। अब जिस तरह के पावर हिटर्स आपके पास हैं तो क्या कोहली दोबारा से एंकर की भूमिका निभा सकते हैं या आप उनको पिछले सीज़न की ही तरह खेलते देखना पसंद करेंगे?
सबसे पहले, विराट के पास बड़ा अनुभव और अविश्वसनीय रूप से उच्च कौशल है। मुझे उन पर भरोसा है कि वह बीच में ही चीज़ों का पता लगा लेगा और जान लेगा कि क्या करना है। आप सही हैं, पिछले साल विराट और फ़ाफ़ [डुप्लेसी] ने शानदार ढंग से उस इंटेंट की भूमिका निभाई, जिसकी आवश्यकता थी। विराट ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान रन बनाए, यहां तक कि उस शुरुआती दौर में भी जब हमें नतीजे़ नहीं मिल रहे थे। लेकिन फिर भी उन्होंने बीच में ही कहा, "ठीक है, मैं यहां नेतृत्व करने जा रहा हूं, हम सभी और अधिक आक्रामक हो सकते हैं।" उन्हें बल्लेबाज़ी समूह के बाक़ी सदस्यों के साथ बात करते और अपने शब्दों को प्रवाहित करते देखना शानदार था। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह इसे आगे भी जारी रखना चाहेंगे। मैं निश्चित रूप से ऐसा नहीं करूंगा, और एंडी भी निश्चित रूप से नहीं करेंगे कि टीम को किसी ऐसे व्यक्ति के साथ उतार रहा हूं जिसका इरादा एंकर के रोल को गिराने का हो। हम हर गेंद का अधिक से अधिक फ़ायदा उठाना चाहते हैं। खिलाड़ियों पर स्थिति, परिस्थितियों का आकलन करने के लिए भरोसा किया जा सकता है और विराट किसी और से अलग नहीं होंगे।
2024 सीज़न के लिए आपने जो तेज़ गेंदबाज़ चुने थे, वे लंबे थे और 140 से अधिक गेंदबाज़ी कर ख़ासकर चिन्नास्वामी में अंतर पैदा कर सकते थे।इस नीलामी में आप भुवनेश्वर कुमार और जॉश हेज़लवुड के साथ गए हैं। क्या अनुभव की ओर कोई स्पष्ट बदलाव है?
पिछले साल के हमारे विचारों के बारे में मैंने जो कहा उसे देखते हुए, हम विकेट लेने में सक्षम होना चाहते हैं। विशेष रूप से मैच में आगे बढ़ने के लिए सभी चरणों में अत्यधिक कुशल गेंदबाज़ों का होना वास्तव में महत्वपूर्ण है। चिन्नास्वामी में गेंदबाज़ी के दौरान आने वाले दबाव से निपटने का अनुभव और लचीलापन भी अहम है। भुवी और हेज़लवुड दोनों ही नई गेंद से काफ़ी ख़तरनाक हैं। लेकिन वे सभी चरणों में गेंदबाज़ी कर सकते हैं और दोनों का डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाज़ी करने का ट्रैक रिकॉर्ड है।
बीच के ओवरों के बारे में क्या? ऐसा लगता है कि वहां एक कमी है। हां, आपके पास क्रुणाल हैं, और संभवतः दो अनकैप्ड स्पिनरों में से एक स्वप्निल सिंह और सुयश शर्मा खेलेंगे। उस चरण में मुख्य भूमिका कौन निभाएगा?
क्रुणाल एक बेहद अनुभवी गेंदबाज़ हैं। उन्होंने चिन्नास्वामी में कई मैच खेले हैं। कई वर्षों में उनका बहुत किफ़ायती रहने का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है और उन्होंने विकेट भी लिए हैं। बाएं हाथ का स्पिन कोण रखना हमेशा अच्छा होता है। स्वप्निल से भी खु़श हूं, जिसने पिछले साल हमारे लिए वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था।
कलाई के स्पिनर के साथ, हमने युज़ी (युज़वेंद्र) चहल को पाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्य से हम उस बोली प्रक्रिया में काफ़ी गहराई तक तो गए लेकिन उतनी नहीं, जितने में उन्हें पाया जा सके। लेकिन अगर हम युज़ी को पाने में सक्षम नहीं होते तो हम अपने बैकअप के रूप में सुयश शर्मा के साथ हमेशा बहुत खु़श रह सकते थे। वह आक्रामक लेग स्पिनर है, अच्छी गति से गेंदबाज़ी करता है और स्टंप्स पर आक्रमण करता है। हमारे पास लिविंगस्टन भी है, जो ऑफ़ स्पिन और लेग स्पिन दोनों तरह से गेंदबाज़ी करता है। यह इस पर निर्भर करता है कि वह बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को गेंदबाजी कर रहा है या दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों को। तो ये सभी अच्छी चुनौती पेश करेंगे।
चहल पहले भी RCB सहित अन्य टीमों के साथ IPL में लगातार मैच विजेता रहे हैं। क्या आप हमें उसके लिए अपनी बोली के बारे में कुछ और जानकारी दे सकते हैं? क्या आपको भी लगता है कि चहल का एक चीज़ में ही कुशल होना यह निर्धारित करने में एक कारक था कि आपने उन पर कितना ख़र्च किया?
हां, देखिए, हम युज़ी के लिए बहुत उत्सुक थे और यह इस तथ्य से परिभाषित होता है कि वह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण लक्ष्य था और हम उसके लिए काफ़ी आगे बढ़ गए थे। हम वास्तव में किसी एक व्यक्ति पर अधिक ख़र्च नहीं करना चाहते थे। उसके मामले में, बेशक, जैसा कि आप बता रहे हैं, वह एक अकेले कौशल वाला खिलाड़ी है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण कौशल है। अधिकांश टीमों की तरह आप किसी भूमिका के लिए एक बजट निर्धारित करते हैं और हमने अपनी बोली में उस बजट को काफ़ी हद तक पार कर लिया, लेकिन हम केवल इतनी ही आगे तक जा सके।
शायद आपको एक नया घरेलू मैदान ढूंढने की ज़रूरत है!
क्यों? मुझे चिन्नास्वामी में खेलना पसंद है। मेरे लिए यह रोमांचक है।