शास्त्री: रोहित नंबर-6 पर भी बेहद ख़तरनाक साबित हो सकते हैं
रोहित शर्मा ने पिछली 13 टेस्ट पारियों में 11.69 की औसत से बनाए हैं महज़ 152 रन
सैयद हुसैन
23-Dec-2024
रोहित शर्मा और रवि शास्त्री अभ्यास के दौरान (जब शास्त्री भारतीय टीम के कोच थे) • Getty Images
रोहित शर्मा के लिए पिछले कुछ महीनों से टेस्ट क्रिकेट उनका कड़ा इम्तिहान ले रहा है। पहले उनकी कप्तानी में भारत को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ घर में ही व्हाइटवॉश झेलना पड़ा जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। इसके बाद अब तक पिछले पांच मैचों में रोहित की कप्तानी में भारत को जीत नहीं मिली है (चार हार, एक ड्रॉ)। बतौर बल्लेबाज़ तो उनका आंकड़ा और भी निराशाजनक दिख रहा है। रोहित ने पिछली 13 पारियों में सिर्फ़ 152 रन बनाए हैं और वह भी 11.69 की औसत के साथ जिसमें सिर्फ़ एक अर्धशतक शामिल है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह फ़िलहाल नंबर-6 पर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं लेकिन अब तक तीन पारियों में उनका स्कोर 3,6 और 10 रहा है। हालांकि पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने द ICC रिव्यू के ताज़ा एपिसोड में कहा कि रोहित नंबर-6 पर भी ख़तरनाक हो सकते हैं बस उन्हें अपनी रणनीति में थोड़ा बदलाव करना है।
"मैं चाहूंगा कि रोहित अपनी रणनीति में थोड़ा सा बदलाव करें क्योंकि वह नंबर-6 पर भी बेहद ख़तरनाक साबित हो सकते हैं। मुझे लगता है उन्हें मानसिक तौर पर बिल्कुल तैयार रहना होगा कि वह जाएं और विपक्षी टीम पर टूट पड़ें, इसके अलावा उन्हें और कुछ नहीं चिंता करनी चाहिए। आप उनसे ये नहीं चाहते कि वह इस सोच में पड़े रहें कि डिफ़ेंड करना है या आक्रमण। यहां पर मैं कहूंगा कि आक्रमण ही करना चाहिए।"रवि शास्त्री, पूर्व भारतीय कोच
पर्थ टेस्ट में रोहित शर्मा उपलब्ध नहीं थे लिहाज़ा पारी का आग़ाज़ यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने किया था। राहुल और जायसवाल ने पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में 201 रन जोड़ते हुए भारत को बड़ी जीत दिलाने में अहम योगदान निभाया था। इसलिए जब एडिलेड टेस्ट में रोहित टीम के साथ जुड़े तो उन्होंने इस सलामी जोड़ी को तोड़ने के बजाए ख़ुद नंबर-6 पर आने का फ़ैसला किया।
शास्त्री ने कहा, "मुझे लगता है उस नंबर पर भी रोहित विपक्षी टीम के लिए काल बन सकते हैं क्योंकि वह अब तक 15-20 मिनट से ज़्यादा क्रीज़ पर नहीं बिता पाए हैं। ऐसे में अगर वह अपना स्वाभाविक आक्रामक रवैया अपनाते हैं और काउंटर अटैक करते हैं तो इसमें क्या हर्ज है? मुझे लगता है कि फ़ॉर्म में लौटने के लिए ये सबसे कारगर तरीक़ा होगा। आप देखिए दुनिया में जितने भी नंबर-6 के बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं, वे सभी काउंटर अटैक में माहिर हैं। ख़ास तौर से रोहित ऑस्ट्रेलिया की परिस्थितियों से वाक़िफ़ हैं और उनके पास हर तरीक़े के शॉट्स हैं। तो ऐसे में वह नंबर-6 पर कायापलट कर सकते हैं।"
हालांकि पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ संजय मांजरेकर की राय रोहित को लेकर शास्त्री से बिल्कुल अलग है। मांजरेकर ने ESPNcricinfo के कार्यक्रम 'स्ट्रेट टॉक' में कहा कि उनके डिफ़ेंस में ही कमज़ोरी है।
"अगर आप देखें तो रोहित को अपने डिफ़ेंस के ऊपर भरोसा नहीं रह गया है। एक समय था जब इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू सीरीज़ में वह काफ़ी रक्षात्मक खेल रहे थे क्योंकि मौक़े की नज़ाकत थी। लेकिन ऐसा लगता है कि अब वही डिफ़ेंस उनसे नहीं हो रहा। ऐसा भी नहीं है कि आप जाएं और बड़े शॉट्स लगाने लगें, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ अच्छी लय में हैं और उनके ख़िलाफ़ बड़े शॉट्स खेलना जोखिम से कम नहीं होगा।"संजय मांजरेकर, पूर्व भारतीय बल्लेबाज़
वैसे एक बात पर ग़ौर करें तो रोहित इस सीरीज़ में अब तक तीनों ही पारियों में ज़रूरत से ज़्यादा धीमा खेलते दिखे हैं। एडिलेड में पहली पारी में 3 रन के लिए उन्होंने 23 गेंदों का सामना किया तो दूसरी पारी में 6 रन के लिए उन्होंने 15 गेंदें खेलीं। ब्रिसबेन में भी रोहित ने 10 रन के लिए 27 गेंदों का सामना किया।
सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में एंकर कम प्रोड्यूसर हैं।@imsyedhussain