साउथ अफ़्रीका के विरुद्ध 2-1 से एक रोमांचक टेस्ट सीरीज़ गंवाने के बाद भारतीय कप्तान
विराट कोहली ने कहा है कि इस बात में "कोई दो राय नहीं है" कि भारत को अपने बल्लेबाज़ी पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
भारत ने
सेंचूरियन में पहला टेस्ट जीतकर सीरीज़ में बढ़त ली थी लेकिन साउथ अफ़्रीका ने पहले
जोहैनेसबर्ग और फिर
केपटाउन में 200 से अधिक रनों का पीछा कर जीत अपने नाम की। तीसरे टेस्ट के चौथे दिन साउथ अफ़्रीका ने सात विकेट से भारत को हराया और ट्रॉफ़ी अपने नाम की।
पोस्ट मैच प्रेज़ेंटेशन में कोहली ने कहा, "मुझे नहीं लगता है कि बल्लेबाज़ी के अलावा मैं किसी और चीज़ पर उंगली उठा सकता हूं। हमें अपनी बल्लेबाज़ी पर ध्यान देना होगा। इसमें कोई दो राय नहीं है। इस तरह लगातार अंतराल पर विकेट गंवाना अच्छी बात नहीं है। हमें भविष्य में बेहतर होने के लिए इस पर काम करने की आवश्यकता है।"
इस सीरीज़ में तीनों टेस्ट मैच खेलने के बावजूद मयंक अग्रवाल,
चेतेश्वर पुजारा और
अजिंक्य रहाणे की औसत 30 से भी कम रही है। इस सीरीज़ में भी भारतीय मध्यक्रम के दो स्तंभ - पुजारा और रहाणे - का ख़राब फ़ॉर्म जारी रहा। साल 2020 की शुरुआत से 20 टेस्ट मैचों में पुजारा ने 26.29 की औसत से रन बनाए हैं वहीं 19 मैचों में रहाणे की औसत 24.08 की रही है। भले ही भारत ने इन दो वर्षों में तेज़ गेंदबाज़ी के लिए अनुकूल पिचों पर विश्व स्तरीय गेंदबाज़ी आक्रमणों का सामना किया है, इस दौरान शीर्ष क्रम (नंबर एक से नंबर छह) में कम से कम 10 पारियों में बल्लेबाज़ी करने वाले सभी खिलाड़ियों की तुलना में उनकी औसत
सबसे कम है।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ़्रेंस में भी कप्तान कोहली से पुजारा और रहाणे के तत्काल टेस्ट भविष्य के बारे में सवाल किया गया और उन्होंने विस्तार से इसका उत्तर दिया।
उन्होंने कहा, "सच कहूं तो मैं यहां बैठकर भविष्य के बारे में बात नहीं कर सकता हूं। आपको चयनकर्ताओं से बात करनी होगी कि उनके मन में क्या चल रहा है क्योंकि यह मेरा काम नहीं है। जैसा कि मैंने पहले कहा था और मैं फिर कहूंगा, हमने चेतेश्वर और अजिंक्य का समर्थन किया क्योंकि हम जानते हैं कि उन्होंने इस टेस्ट टीम के लिए क्या किया है और दूसरे टेस्ट में भी उन्होंने अहम पारियां खेली।"
"आपने देखा कि दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने एक अहम साझेदारी निभाई जिसके चलते हम एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाए। एक टीम के रूप में हम इस तरह के प्रदर्शन की सराहना करते हैं। चयनकर्ताओं के मन में क्या चल रहा है और वह क्या निर्णय लेते हैं, मैं यहां बैठकर इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं।"
कोहली ने इशारा किया कि लगातार अंतराल पर गुच्छे में विकेट गंवाना इस सीरीज़ में भारतीय टीम पर भारी पड़ा। "एकाग्रता में हमसे चूक हुई है और इसकी क़ीमत हमें पूरे मैच से चुकानी पड़ी है," उन्होंने कहा। "आधा घंटा या 45 मिनट... आप इसे अमल करने में हुई भूल कह सकते हैं। हमने गुणवत्तापूर्ण गेंदबाज़ी का सामना भी किया है। लेकिन बात इसी पर आ जाती है। हमने कई बार गुच्छों में विकेट गंवाए हैं जिस वजह से हम महत्वपूर्ण क्षणों और उसके कारण टेस्ट मैचों को जीत नहीं पाए हैं।"
हार पर अधिक व्यापक रूप से विचार करते हुए, कोहली ने कहा कि टीम को साउथ अफ़्रीका में टेस्ट सीरीज़ जीतने वाली पहली भारतीय टीम बनने के लिए बेहतर तरीक़े से वापसी करने की ज़रूरत है।
कोहली ने कहा, "ज़ाहिर तौर पर मैं निराश हूं। हम जानते हैं कि एक टीम के रूप में हम कितने बेहतर हुए हैं। साउथ अफ़्रीका आकर अगर लोग हमसे साउथ अफ़्रीका को उनकी परिस्थितियों में हराने की उम्मीद करते हैं, यह इस बात का प्रमाण है कि हमने अतीत में क्या कर दिखाया है। लेकिन यह आपको परिणाम की गारंटी नहीं देता है। हमें मैदान पर आकर अच्छा क्रिकेट खेलना होगा जो हम इस बार नहीं कर पाए। मैं यहां खड़ा होकर यह नहीं कहूंगा कि हम ऑस्ट्रेलिया में जीते और इंग्लैंड में भी। आपको हर सीरीज़ को जीतने की कोशिश करनी होगी और वास्तविकता यह है कि हम साउथ अफ़्रीका में सीरीज़ नहीं जीत पाए हैं। हमें इसे स्वीकार करने, बेहतर होने, आगे बढ़ने और बेहतर क्रिकेटरों के रूप में वापस आने की ज़रूरत है। आपको विपक्षी टीम को भी श्रेय देना होगा क्योंकि पिछली बार की तरह (2018 में साउथ अफ़्रीका ने 2-1 के सीरीज़ अपने नाम की थी) इस बार भी वह अपनी परिस्थितियों में बेहतर टीम साबित हुई।"
इस सीरीज़ के सकारात्मक पहलुओं पर बात करते हुए कोहली ने गेंदबाज़ों के साथ-साथ सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल के प्रदर्शन और विकेटकीपर ऋषभ पंत के शानदार शतक की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा, "जिस प्रकार से केएल ने पारी की शुरुआत में बल्लेबाज़ी की वह सराहनीय थी। कई मौक़ों पर मयंक ने भी उनका साथ दिया। गेंदबाज़ी कमाल की रही। मध्य ओवरों में कुछ अहम पारियां हमने देखी और इस मैच की दूसरी पारी में ऋषभ का शतक महत्वपूर्ण था। सेंचूरियन की जीत भी बहुत ख़ास थी। तो आप इस सीरीज़ से सकारात्मक पहलू निकाल सकते हैं और जैसा कि मैंने पहले कहा, आगे बढ़ो, बेहतर क्रिकेटर के रूप में वापस आओ और इस कार्य को दोबारा पूरा करने की कोशिश करो।"