एडुल्जी हाल ऑफ़ फ़ेम में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी हैं। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि पर कहा, "मैं आईसीसी और ज्यूरी को धन्यवाद करना चाहूंगी, जिन्होंने आईसीसी हॉल ऑफ़ फ़ेम 2023 के लिए मेरा नाम चयनित किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनना निश्चित रूप से मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। यह ना सिर्फ़ मेरे, मेरे परिवार, दोस्तों बल्कि बीसीसीआई और भारतीय महिला क्रिकेट के लिए भी गर्व की बात है।"
बाएं हाथ की गेंदबाज़ एडुल्जी ने भारत के लिए 20 टेस्ट और 30 वनडे खेले हैं और उनके नाम 107 अंतर्राष्ट्रीय विकेट हैं। इसके बाद वह एक सफल क्रिकेट प्रशासक भी बनीं और वह वर्तमान में रिटायर्ड भारतीय महिला क्रिकेटरों के रोजगार अवसरों को बढ़ाने के मुद्दे पर काम करती हैं।
आईसीसी ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "एडुल्जी का योगदान मैदान के अंदर से अधिक मैदान से बाहर है और उन्होंने दशकों से भारत में महिला क्रिकेट को बढ़ाने में अपना योगदान दिया है।"
विस्फ़ोटक भारतीय सलामी बल्लेबाज़ सहवाग ने भारत के लिए 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20आई खेले हैं। वह 2007 टी20 विश्व कप और 2011 वनडे विश्व विजेता भारतीय टीम के अहम सदस्य भी थे।
सहवाग ने कहा, "मैं आईसीसी और ज्यूरी को इस सम्मान के लिए धन्यवाद देता हूं। मुझे ख़ुशी है और मैं आभारी हूं कि मैंने अपने जीवन के अधिकतर हिस्से में वह काम किया, जो मुझे सबसे अधिक पसंद है- 'क्रिकेट बॉल को हिट करना।' "
उनके नाम 23 टेस्ट शतकों सहित कुल 8586 टेस्ट रन हैं। वह टेस्ट मैचों में तिहरा शतक लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़ थे। उन्होंने यह कारनामा दो बार किया, जिसमें अगले कुछ नाम
डॉन ब्रैडमेन,
ब्रायन लारा और
क्रिस गेल के हैं। उनका टेस्ट स्ट्राइक रेट 82.23 का था, जो उनकी विस्फ़ोटक क्षमता को बताता है।
सहवाग के नाम वनडे में 104.33 के स्ट्राइक रेट और 15 शतकों के साथ 8273 रन है। उन्होंने
वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ 219 रनों की पारी खेली थी।
1996 विश्व कप फ़ाइनल में शतक लगाकर अपनी टीम को विश्व विजेता बनाने वाले डीसिल्वा इस सूची में शामिल होने वाले तीसरे नए नाम हैं। वह भी अपनी आतिशी बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। उनके नाम 93 टेस्ट मैचों में 6361 और 308 वनडे में 9284 रन हैं।
उन्होंने कहा, "आईसीसी हॉल ऑफ़ फ़ेम का सबसे बड़ा सम्मान हासिल करना मेरे लिए गर्व की बात है और मैं इसके लिए आभारी हूं। यह मेरे क्रिकेटिंग यात्रा के त्याग और समर्पण का ईनाम है। मैं इसके लिए अपने परिवार, माता-पिता, बहन, पत्नी, बच्चों, दोस्तों, कप्तान, कोच, एंकर, टीममेट्स, विपक्षी टीम के खिलाड़ियों और फ़ैस को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने लगातार मुझे इस यात्रा के लिए प्रेरित किया और मेरे सुख-दुःख में हमेशा मेरी ताकत बने रहें। मैं इस सम्मान, पहचान और प्रशंसा के लिए आईसीसी और वोटिंग कमेटी का भी धन्यवाद देता हूं।"