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स्पिन सुपरस्टार्स को मज़बूत बल्लेबाज़ी का सहारा देने की कोशिश में अफ़ग़ानिस्तान

नए कोच जॉनथन ट्रॉट पूरी टीम को बड़े मौक़ों पर दबाव संभालने के गुण बता रहे हैं

राशिद ख़ान जैसे खिलाड़ी के कारण स्पिन को अफ़ग़ानिस्तान की पारंपरिक शक्ति माना जाता है। हालांकि नए कोच जॉनथन ट्रॉट की अगुआई में अब टीम का ध्यान धीरे-धीरे एक मज़बूत बल्लेबाज़ी क्रम बनाने की तरफ़ जाने लगा है।
ट्रॉट ख़ुद इंग्लैंड की टीम में एक बढ़िया बल्लेबाज़ थे और इस भूमिका से पहले इंग्लैंड के अंडर-19 और लायंस के कोच के रूप में अनुभव हासिल कर चुके हैं। हालांकि अफ़ग़ानिस्तान में उन्हें एक अनोखी चुनौती इस तरह मिलेगी कि अक्सर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आने वाले खिलाड़ियों को वह घरेलू क्रिकेट में ज़्यादा नहीं देख पाएंगे।
शनिवार को एशिया कप के उद्घाटन मैच में अफ़ग़ानिस्तान का मुक़ाबला श्रीलंका से होगा। अफ़ग़ानिस्तान ने इस टूर्नामेंट की तैयारी में पहले ज़िम्बाब्वे को उनके घर में 3-0 से हराया था और फिर ट्रॉट की देखरेख में पहली सीरीज़ 3-2 से आयरलैंड में हारे थे। हालांकि हार में भी टीम के लिए कई आशावादी प्रदर्शन दिखे और ख़ासकर बल्लेबाज़ों ने प्रभावित किया।
अफ़ग़ानिस्तान एशिया कप के लिए संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक सप्ताह पहले आए थे और दुबई आने से पहले का समय उन्होंने अबू धाबी में गुज़ारा। इस टीम को पता है कि वह ज़्यादा कठिन ग्रुप में है और श्रीलंका या बांग्लादेश के विरुद्ध कोई भी ग़लती उन्हें सुपर 4 में जाने से रोक देगी। ऐसे में बल्लेबाज़ों को निरंतरता दिखाना ही होगा।
उपकप्तान नजीबउल्लाह ज़दरान टी20 में ज़रूरत के हिसाब से खेल की शैली को बदलने का महत्व जानते हैं। जब वह 2012 में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आए थे तो तकनीकी रूप से सटीक और धैर्यपूर्ण बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते थे। उसके मुक़ाबले आज का नजीब काफ़ी अलग बल्लेबाज़ है। अफ़ग़ानिस्तान के सभी बल्लेबाज़ों की तरह वह भी रेंज-हिटिंग (छक्के मारने की कला) का उतना ही अभ्यास करते हैं जितना तकनीक पर या डिफ़ेंस पर। अभ्यास के दौरान क़दमों का इस्तेमाल, लेंथ को जल्दी से पढ़ना और एक ही तरह की गेंद पर कई अलग शॉट का उपयोग करना, इन सब बातों पर ध्यान दिया जाता है।
आयरलैंड के ख़िलाफ़ तीसरे टी20 में नजीब 14वें ओवर में खेलने उतरे और उन्होंने 18 गेंदों पर 42 रन ठोके। अगले मैच में चौथे ओवर में शुरू करते हुए उनके बल्ले से 24 गेंदों पर 50 रन बने। हज़रतउल्लाह ज़ज़ई और रहमानउल्लाह गुरबाज़ के साथ नजीब इस युवा बल्लेबाज़ी क्रम के अपनी पहचान स्थापित करने के प्रयास में सबसे अहम कड़ी हैं।
नजीब ने कहा, "हम लगातार जॉनथन से बात करते हैं। वह बड़े अनुभवी व्यक्ति हैं और हमें अलग परिस्थितियों में सही मानसिकता और दबाव को संभालने के बारे में बताते हैं। बल्लेबाज़ी में हमारा ख़ास ध्यान ऊपरी क्रम पर है। हमारे पास बल्लेबाज़ी में निचले क्रम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो डेथ ओवर में बड़े शॉट लगा सकते हैं। हमारी स्पिन गेंदबाज़ी की गिनती दुनिया के सर्वश्रेष्ठ क्रमों में होती है और हमारे पास कारगर सीम गेंदबाज़ भी मौजूद हैं। ऐसे में शीर्ष क्रम की बल्लेबाज़ी पर अधिक ध्यान है।"
नजीब के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान का शीर्ष क्रम अब अधिक निरंतरता दिखाने के लिए पर्याप्त मेहनत करता आया है। नेट्स में उनके सामने राशिद और मुजीब उर रहमान जैसे उच्च श्रेणी के स्पिनरों को नियमित खेलने का अवसर मिलता है। नजीब ने कहा, "राशिद के पास ग़ज़ब की विविधता है। वह गति, लंबाई और दिशा में निरंतर सूक्ष्म बदलाव करते हैं। मैंने उनका सामना अब छह-सात सालों से किया है और आप जितना उन्हें खेलते हैं उतना आपके लिए वह आसान हो जाता है। हमें स्पिन विभाग के बारे में वैसे भी अधिक कहने की ज़रूरत नहीं। लेकिन तेज़ गेंदबाज़ी में भी फ़ज़लहक़ फ़ारूक़ी और नवीन उल हक़ ने अच्छा किया है।"
अंत में उन्होंने कहा, "हमने यही चर्चा की है कि मैच के बड़े मौक़ों पर हम दबाव को कैसे संभालेंगे। ट्रॉट ने भी लड़कों से इसी बात पर ज़्यादा ज़ोर दिया है। मुझे लगता है हम एक अच्छी टीम के साथ यहां आए हैं और अच्छा खेलने को उत्सुक हैं।"

शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के असिस्टेंट एडिटर और स्थानीय भाषा प्रमुख देबायन सेन ने किया है।