ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ खेले जा रहे टी20 सीरीज़ में
शुभमन गिल को पहली बार भारतीय टीम की कमान सौंपी गई है। हालांकि उनकी कप्तानी का पहला दिन बिल्कुल भी उनकी योजना के अनुसार नहीं चला। पहले फ़ील्डिंग करने का फ़ैसला करने का बाद भारतीय गेंदबाज़ भले ही मेज़बान टीम को सिर्फ़ 115 के स्कोर पर समेटने में सफल रहें लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ निराशजनक प्रदर्शन करते हुए सिर्फ़102 के स्कोर पर
ऑलआउट हो गए।
इस दौरे से पहले कई भारतीय खिलाड़ियों को हालिया समय में ज़्यादा क्रिकेट खेलने का मौक़ा नहीं मिला है और गिल ने मैच के बाद माना कि इसी वजह ने उनकी टीम की हार में बड़ी भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमने काफ़ी अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन हमने फ़ील्डिंग में खु़द को निराश किया। हम अपने लक्ष्य पर खरे नहीं उतरे और मुझे लगता है कि हर कोई मैदान पर थोड़ा ढीला-ढाला दिख रहा था। इसकी एक वजह यहां कि परिस्थितियां भी हो सकती हैं। यहां नई गेंद स्विंग हो रही थी। साथ ही बाद में ऐसा लगा कि कुछ गेंदें काफ़ी ज़्यादा रूक कर आ रही हैं। बल्लेबाज़ जिस तरह का शॉट IPL में खेलते हैं, वह यहां खेलना कतई आसान नहीं था।"
भारत के शीर्ष छह में से पांच बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच पाए और उनमें से चार बल्लेबाज़ों ने तेज़ी से रन बनाने के चक्कर में अपना विकेट गंवाया। गिल ने इस मैच में 29 गेंदों में 31 रन बनाए।
उन्होंने कहा कि बल्लेबाज़ों को यह निर्देश दिया गया था कि वह सामान्य बल्लेबाज़ी करें। उन्होंने इस संदर्भ में कहा, "ईमानदारी से कहूं तो बल्लेबाज़ों को यह कहा गया था कि वह बस अपना समय लें और बल्लेबाजी का आनंद लें। बोर्ड पर ज़्यादा रन नहीं थे तो ज्यादा दबाव भी नहीं था। लेकिन मैच उलटी तरफ चला गया। 10 ओवर से पहले ही हमने पांच विकेट गंवा दिए थे। अगर मैं अंत तक टिक कर बल्लेबाज़ी करता तो यह हमारी टीम के लिए काफ़ी अच्छा होता, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। जिस तरह से मैं आउट हुआ और जिस तरह से यह पूरा मैच निकला, उससे मैं बहुत निराश हूं।"
अवेश ख़ान और वॉशिंगटन सुंदर ने कुछ बाउंड्री लगाकर भारत को मैच में बनाए रखा था, जिससे अंत में समीकरण 12 गेंदों में 18 रन तक पहुंच गया था। लेकिन उस समय सिर्फ़ दो विकेट ही हचे थे और गिल जानते थे कि मैच जीतने की संभावना बहुत कम है। उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से हमारे लिए थोड़ी उम्मीद बनी थी। लेकिन जब आप 115 रनों का पीछा कर रहे हों और आप चाहते हैं कि आपका नंबर 10 बल्लेबाज़ कुछ करे, तो इसमें कुछ गड़बड़ है।"
पांच मैचों की सीरीज़ में भारत अभी 0-1 से पीछे है। हालांकि रविवार को ही उनके पास इस सीरीज़ को बराबरी पर लाने का बेहतरीन मौक़ा होगा।