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जाफ़र : सैमसन शानदार खिलाड़ी हैं लेकिन पंत को लेकर धैर्य रखने की ज़रूरत

'श्रेयस अय्यर ने छोटी गेंदों के लिए बैटिंग स्टांस में बदलाव किए हैं, जिसका फ़ायदा वनडे सीरीज़ में देखने को मिल सकता है'

भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड की सरज़मीं पर पिछले आठ टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अपने अविजित रहने के रिकॉर्ड बरक़रार रखते हुए एक और टी20आई सीरीज़ पर क़ब्ज़ा जमा लिया है। इस सीरीज़ में बल्ले से जहां सूर्यकुमार यादव ने सुर्खियों के साथ साथ प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार बटोरा तो गेंद से मोहम्मद सिराज ने बेमिसाल प्रदर्शन किया।
हालांकि कई पॉज़िटिव होने के बावजूद भारत को अभी भी कुछ सवालों का जवाब तलाशना है, मसलन ऋषभ पंत को और मौक़े मिलने चाहिए या फिर संजू सैमसन को अंतिम एकादश में लाने का समय आ गया है ? इसी तरह छोटी गेंदों के ख़िलाफ़ श्रेयस अय्यर की कमज़ोरी भी उन्हें अपना स्थान पक्का करने में रुकावट डाल रही है।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के कार्यक्रम टाईम आउट हिंदी में हमने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफ़र से इन्हीं सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश की। जाफ़र के मुताबिक़ पंत को लेकर जहां धैर्य रखने की ज़रूरत है तो श्रेयस के बारे में उन्होंने कहा कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ ये वनडे सीरीज़ में उनका प्रदर्शन मायने रखेगा।
"टी20 में ऋषभ पंत उस निरंतरता के साथ नहीं खेल पाते जैसा वह टेस्ट या वनडे में कर पाते हैं। लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि वह एक मैच विनर हैं, बस उन्हें इस फ़ॉर्मैट में कैसे खेलना चाहिए वह अब तक नहीं समझ पाए हैं। इसकी वजह ये भी है कि कभी उन्हें नंबर-4 या 5 पर खिलाया गया और अब उनकी नई भूमिका सलामी बल्लेबाज़ की तरह भी देखी जा रही है। और जब बेंच पर संजू सैमसन जैसे बेहतरीन खिलाड़ी बैठे हों जो ख़ुद भी एक मैच विनर हैं तो पंत पर दबाव स्वाभाविक है लेकिन मैं ये कहूंगा कि पंत को लेकर थोड़ा और धैर्य रखना होगा। मैं भी संजू सैमसन जैसे बेहतरीन खिलाड़ी को खेलते देखना चाहता हूं लेकिन साथ ही साथ पंत को थोड़ा और मौक़ा भी देना चाहूंगा।"
वसीम जाफ़र, पूर्व भारतीय क्रिकेटर
पंत ने इस साल 25 टी20 अंतर्राष्ट्रीय की 21 पारियों में 21.41 की साधारण औसत और 132.84 के स्ट्राइक रेट से 364 रन ही बनाए हैं और इस दौरान उनके बल्ले से केवल एक अर्धशतक ही आया है। जबकि संजू सैमसन ने इस साल अब तक मिले छह टी20आई में एक अर्धशतक के साथ 44.75 की औसत और 158.40 के स्ट्राइक रेट से 179 रन बनाए हैं।
पंत के अलावा हाल ही समाप्त हुई टी20आई सीरीज़ में श्रेयस का बल्ला भी दोनों ही मैचों में ख़ामोश रहा। दूसरे टी20 में श्रेयस छोटी गेंदों के लिए इतने पीछे जाकर खेल रहे थे कि हिट विकेट आउट हो गए, तो तीसरे टी20 में ऑफ़ स्टंप के बाहर उछाल भरी गेंद को वह सही से नियंत्रण नहीं कर पाए और स्लिप में कैच थमा बैठे।
"श्रेयस अय्यर ने ख़ासतौर से छोटी गेंदों के लिए अपने स्टांस और सेटअप में कुछ बदलाव किए हैं। जो हमने घर में खेलते हुए साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ देखा भी था, मुझे लगता है हमें थोड़ा और इंतज़ार करना चाहिए। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इस वनडे सीरीज़ में देखना होगा जिसके बाद हमें पता चल जाएगा कि उन्होंने जो अपने ऊपर काम किए हैं उसका फ़ायदा उन्हें मिल रहा है या नहीं। मुझे पूरा यक़ीन है कि न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ उनके ख़िलाफ़ छोटी गेंदों का इस्तेमाल करेंगे और वह कैसे उसका जवाब देते हैं, देखना दिलचस्प होगा। क्योंकि भारतीय उपमहाद्वीप की पिचों पर आपको उछाल भरी गेंदों के ख़िलाफ़ अतिरिक्त समय मिल जाता है जो न्यूज़ीलैंड की पिचों पर शायद नहीं मिले।"
वसीम जाफ़र, पूर्व भारतीय क्रिकेटर
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज़ की शुरुआत 25 नवंबर से ऑकलैंड में होगी। भारतीय टीम की कप्तानी का ज़िम्मा शिखर धवन पर होगा जबकि मेज़बान टीम की कमान केन विलियमसन पर रहेगी।

सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं।@imsyedhussain