कुलदीप यादव: टी20 के इस बदलते दौर में गेंदबाज़ों को और जिगरा दिखाना होगा
'गेंदबाज़ अपनी ताक़त पर टिके रहने की बजाय बल्लेबाज़ के दिमाग़ को पढ़ने की कोशिश अधिक कर रहे हैं'
दया सागर
06-May-2024
IPL में इम्पैक्ट प्लेयर के नियम ने टी20 क्रिकेट में बल्लेबाज़ी की परिभाषा ही बदलकर रख दी है। एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ के कुशन के कारण सभी टीमें हर जोखिम लेते हुए अब बस अधिक से अधिक रन बनाने के लिए जा रही हैं। 2023 से इस नियम के लागू होने के बाद IPL में कुल 66 बार 200 का स्कोर पार हो चुका है। 2023 में 37 बार 200 का आंकड़ा पार हुआ था, जो कि किसी एक सीज़न के IPL इतिहास में सर्वाधिक था। 2024 में अभी तक कुल 54 मैच हुए हैं, जिसमें 32 बार टीमों ने 200 रन के आंकड़े को पार किया है। इस सीज़न अभी तक 9.58 रन प्रति ओवर के स्कोर रेट से रन बने हैं, जो IPL इतिहास में सर्वाधिक है।
पिछले दिनों रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (RCB) और कोलकाता में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मैच से पहले तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने कहा था, "यह इम्पैक्ट प्लेयर रूल हटाओ सर, हर कोई सिर पर कफ़न बांधकर मार रहा है।" सिराज के अलावा अक्षर पटेल और मुकेश कुमार जैसे अंतर्राष्ट्रीय गेंदबाज़ भी इस नियम की आलोचना कर चुके हैं, वहीं भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी नियम के पक्ष में नहीं दिखते हैं।
हालांकि इन सबके बीच भी कई गेंदबाज़ों ने इस 'मार' से ख़ुद को बचाए रखा है और वे विकेट भी ले रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स (DC) के स्पिनर कुलदीप यादव का मानना है कि इस मार से बचने के लिए गेंदबाज़ों को और अधिक दिलेर बनना होगा।
एक मीडिया राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कुलदीप ने कहा, "हर टीम अब पावरप्ले से ही अटैक करने को देख रही है और वहां पर जितना हो सके रन बनाने के लिए जा रही है। फ़ील्ड खुल जाने के कारण बीच के ओवरों में गेम थोड़ा स्लो हो ही जाता है इसलिए बल्लेबाज़ पावरप्ले में एकदम फ़्री होकर खेल रहे हैं और अधिक ले अधिक रन बनाने की सोच रहे। वह जमाना गया जब टीमें, पावरप्ले में 45-50 रनों का टारगेट करती थीं। लेकिन मुझे लगता है कि गेंदबाज़ों को और जिगरा दिखाना होगा। अगर बल्लेबाज़ अटैक के लिए जाता है तो एक गेंदबाज़ भी हमेशा खेल में बना रहता है। भले ही आप रन खाते हो, लेकिन आपके विकेट लेने के भी मौक़े अधिक होते हैं।"
कुलदीप ने आगे कहा कि गेंदबाज़ों को अपने आप पर विश्वास रखना होगा और बल्लेबाज़ की कमज़ोरी पर आक्रमण करने की बजाय अपनी ताक़त पर ज़ोर देना होगा।
उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा लगता है कि गेंदबाज़ अपनी ताक़त पर टिके रहने की बजाय बल्लेबाज़ के दिमाग़ को पढ़ने की कोशिश अधिक कर रहे हैं। वे अपनी स्ट्रेंथ पर गेंद डालने की बजाय वहां गेंद डाल रहे हैं, जहां बल्लेबाज़ थोड़ा कमज़ोर दिखता है। लेकिन मुझे लगता है कि गेंदबाज़ को अपनी ताक़त समझनी चाहिए और अपनी स्ट्रेंथ को बैक करना चाहिए। जसप्रीत बुमराह को आप देख सकते हैं, जो अपनी स्ट्रेंथ को बैक करते हैं। वह जैसी गेंदबाज़ी करते हैं, कोई भी बल्लेबाज़ बैकफ़ुट पर होता है। वह मानसिक रूप से बल्लेबाज़ों पर हावी होते हैं। टी20 में ये सब चीज़ें बहुत ज़रूरी हो जाती हैं।"
बुमराह ने इस IPL में सिर्फ़ 6.25 की इकॉनमी से रन देते हुए 11 मैचों में सर्वाधिक 17 विकेट लिए हैं। कम से कम 10 ओवर करने वाले गेंदबाज़ों में वह सबसे क़िफ़ायती गेंदबाज़ हैं और उन्हें गुच्छे के भाव में विकेट भी मिले हैं। कुलदीप ने भी इस IPL सीज़न के आठ मैचों में 21.83 की औसत और 15.50 के स्ट्राइक रेट से 12 विकेट लिया है। उनके अधिकतर विकेट ऑफ़ स्टंप और उसकी बाहर की लाइन व गुड और गुड लेंथ से आगे की गेंदों पर आए हैं, जिससे पता चलता है कि उन्होंने अधिकतर गेंदों पर बल्लेबाज़ को खेलने का न्यौता दिया है।
कुलदीप का मानना है कि अगर किसी गेंदबाज़ का ख़ुद पर विश्वास रहता है तो वह इस अति आक्रामक होते खेल में भी अपने आपको बचाए रख सकता है।
उन्होंने कहा, "अगर आप कॉन्फिडेंट नहीं हो तो फिर आप अपने आपको बस बचाने के लिए देखते हो। वहीं अगर आप कॉन्फ़िडेंट हो तो आप पावरप्ले में भी गेंदबाज़ी के लिए तैयार रहते हो। मैं अब चुनौतियों के लिए तैयार रहता हूं और हमेशा विकेट लेने के लिए देखते हूं। मेरा ख़ुद पर विश्वास बढ़ा है और मैं अपने स्किल्स पर बहुत भरोसा रखता हूं। मैं देखता हू कि बल्लेबाज़ कैसी बल्लेबाज़ी कर रहा और मुझे उस पर किस तरह से गेंदबाज़ी करनी है। मैं सोचता हूं कि मैं उसको कहां गेंदबाज़ी करूं, जिससे उसे मारने में थोड़ी कठिनाई हो।
"कई बार आपको अच्छी गेंदों पर भी मार मिल सकती हैं, जैसे मेरे साथ सनराइज़र्स हैदराबाद (SRH) के ख़िलाफ़ मैच के दौरान हुआ और (हाइनरिक) क्लासन और अभिषेक (शर्मा) ने अच्छी गेंदों पर छक्के मारे। मैंने जितना भी टी20 क्रिकेट खेला है, ऐसी गेंदों पर छक्के मारना कठिन है। लेकिन मैंने अपनी स्किल्स पर भरोसा रखा और मुझे विकेट भी मिले। मैं अब अपनी गेंदबाज़ी का लुत्फ़ उठाता हूं और अपने हिसाब से गेंदबाज़ी करता हूं। यह सब मैंने अनुभव से सीखा है।"
कुलदीप ने SRH के ख़िलाफ़ इस मैच में 55 रन दिए थे, जो कि उनके करियर का सबसे महंगा टी20 स्पेल था। हालांकि इस दौरान उन्होंने चार विकेट भी चटकाए और रिकॉर्ड 300 रनों की तरफ़ बढ़ रही SRH की पारी को 266 पर रोक दिया था।
कुलदीप ने हालिया कुछ समय में अपनी बल्लेबाज़ी में बहुत सुधार किया है। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने तीन उपयोगी पारियां खेली थी। सोमवार को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के ख़िलाफ़ मैच में जब उन्हें बल्लेबाज़ी का मौक़ा मिला तो उन्होंने 5 चौकों और एक छक्के की मदद से 26 गेंदों में 35 रन बना डाले। कुलदीप ने अपनी बल्लेबाज़ी में सुधार का यह श्रेय भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को दिया।
उन्होंने बताया, "रोहित भाई अब गेंदबाज़ी की बात मुझसे अधिक नहीं करते क्योंकि उनको मेरी गेंदबाज़ी से जो चाहिए, वह मैं कर रहा हूं। हां, वह मेरी बल्लेबाज़ी के पीछे ज़रूर पड़े थे। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं अपनी बल्लेबाज़ी पर काम करूं। मैंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ के दौरान उस पर काम भी किया और वह बल्लेबाज़ी पर किए गए मेरी मेहनत से प्रभावित भी हुए। वह नेट्स में मेरे साथ रहते थे और मुझे कई बातें बताते थे। इससे मुझे बहुत मदद मिली है और मैं अपनी बल्लेबाज़ी का भी लुत्फ़ उठा रहा हूं।"
दया सागर ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं.