आईपीएल 2023 के
एलिमिनेटर में मुंबई इंडियंस ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 81 रनों से हराकर क्वालिफ़ायर 2 में जगह बनाई। मुंबई के लिए इस जीत के हीरो उनके तेज़ गेंदबाज़
आकाश मधवाल रहें, जिन्होंने पांच रन देकर पंजा खोला। वह आईपीएल में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ी हैं। बल्लेबाज़ी में कैमरन ग्रीन, सूर्यकुमार यादव और नेहाल वढेरा मुंबई के लिए हीरो बनकर उभरे। अब शुक्रवार को मुंबई का मुक़ाबला गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ अहमदाबाद में होगा, वहीं लखनऊ की टीम अब बाहर हो गई। एक नज़र मैच के रिपोर्ट कार्ड पर।
मुंबई (A) : मुंबई की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उनके दोनों ओपनर धीमी शुरुआत देने के बाद पवेलियन में थे। लेकिन इसके बाद शानदार फ़ॉर्म में चल रहे कैमरन ग्रीन और सूर्यकुमार यादव ने मुंबई की पारी को संभाला और मैदान के चारों ओर रन बनाए। 11वें ओवर में जब यह जोड़ी आउट हुई तो मुंबई का स्कोर 104 था। उस समय मुंबई आराम से 200 के स्कोर के पार जाती दिख रही थी। लेकिन चेपॉक की धीमी पिच पर तिलक वर्मा और टिम डेविड तेज़ी से रन नहीं बना पाए। इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर नेहाल वढेरा 18वें ओवर में जब तक आए, तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। उन्होंने कुछ अच्छे शॉट ज़रूर लगाए लेकिन टीम का स्कोर 200 क्या 190 तक भी नहीं पहुंच सका। हालांकि इस धीमी पिच पर यह मैच-जिताऊ स्कोर कहा जा सकता था। इसलिए मुंबई के बल्लेबाज़ी के लिए A ग्रेड दिए जाते हैं।
लखनऊ (B+) : मुंबई की तरह लखनऊ के सलामी बल्लेबाज़ पावरप्ले के भीतर ही पवेलियन में थे। जहां एक तरफ़ स्टॉयनिस एक जीवनदान मिलने के बाद एक छोर पर टिककर रन बनाते रहें, दूसरी ओर दूसरे छोर से लखनऊ के कप्तान क्रुणाल पंड्या सहित बाक़ी बल्लेबाज़ पवेलियन लौटते रहे। ख़राब फ़ॉर्म के बाद टीम से बाहर जाने के बाद वापसी कर रहे दीपक हुड्डा ने स्टॉयनिस का साथ देने की कोशिश तो की लेकिन आपसी ग़लतफ़हमी के कारण स्टॉयनिस अब पवेलियन में थे। इसके बाद मैच में महज़ औपचारिकता बाक़ी थी, जिसे मुंबई के गेंदबाज़ों ने आसानी से पूरा किया।
मुंबई (A+) : मुंबई की गेंदबाज़ी की इस मैच में जितनी भी दाद दी जाए, वह कम है। जिस तरह से इस आईपीएल में लगातार 200 से अधिक रन बन रहे थे, उस हिसाब से चेन्नई की धीमी पिच पर भी 182 का स्कोर सुरक्षित नहीं था। लेकिन इसे सुरक्षित बनाया, मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनर पीयूष चावला ने। शुरुआत आकाश मधवाल ने की, जो पिछले कुछ मैचों से मुंबई के मुख्य गेंदबाज़ बनकर उभरे हैं। उनकी स्किड होकर तेज़ आती गेंदों का लखनऊ के बल्लेबाज़ों के पास कोई जवाब नहीं था। दूसरे छोर से पहले क्रिस जॉर्डन और फिर चावला ने उनका भरपूर साथ दिया। 10वें ओवर में मधवाल ने जब लगातार गेंदों पर आयुष बदोनी और इन-फ़ॉर्म निकोलस पूरन को आउट किया, उसके बाद तो मैच मुंबई के ही हाथ में था।
लखनऊ (A) : लखनऊ के तेज़ गेंदबाज़ों यश ठाकुर और नवीन उल हक़ ने तो बेहतरीन शुरुआत दी थी, लेकिन बीच में उन्हें अन्य गेंदबाज़ों से सही साथ नहीं मिला। 11वें ओवर में जब नवीन ने अपनी धीमी रहती कटर गेंदों से सूर्यकुमार यादव और कैमरन ग्रीन जैसे बल्लेबाज़ों को आउट किया तो लगा कि मैच में लखनऊ वापस आ गई। बाद में यश ठाकुर ने भी डेथ ओवरों में अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन वढेरा ने तब तक दूसरे छोर से अपना काम कर दिया था।
मुंबई (A+) : अगर किसी पारी में तीन रनआउट और पांच कैच लपके गए हों तो कैसे आप उस टीम को पूरे अंक नहीं देंगे। हालांकि तीनों हुए रन आउट में मुंबई के फ़ील्डर्स से अधिक योगदान लखनऊ के बल्लेबाज़ों की ग़लतफ़हमी की थी। हालांकि जब स्टॉयनिस सिर्फ़ पांच रन पर थे, जब डीप प्वाइंट से आगे आते हुए नेहाल वढेरा ने उनका एक डाइविंग कैच छोड़ा। इसके बाद स्टॉयनिस ने कुछ बड़े शॉट्स तो ज़रूर लगाए, लेकिन मुंबई के क्षेत्ररक्षकों ने इसके बाद कोई ग़लती नहीं की।
लखनऊ (A) : दीपक हुड्डा फ़ील्ड में हमेशा की तरह शानदार रहे। उन्होंने डीप में लांग ऑन और लांग ऑफ़ पर फ़ील्डिंग में तीन कैच लपके। कृष्णप्पा गौतम ने बाउंड्री पर एक कैच टपकाया ज़रूर था, लेकिन वह एक कठिन कैच था। बाद में उन्होंने लांग ऑफ़ से आगे आते हुए सूर्यकुमार यादव का एक बेहतरीन डाइविंग कैच लपका।
मुंबई (A) : एक समय मुंबई की रणनीति काम करती हुई नहीं दिखी थी, जब बल्लेबाज़ों के जल्दी विकेट गिरने के बाद एक बल्लेबाज़ नेहाल वढेरा को मुंबई को इंपैक्ट प्लेयर के तौर पर उतारना पड़ा। वहीं जब ऋतिक शौकीन ने एक ही ओवर में 18 रन दिए तो लगा कि मुंबई को पांचवें गेंदबाज़ की कमी खलेगी। लेकिन जब ग्रीन ने तीन ओवर में सिर्फ़ 15 रन दिए तो फिर लगा कि मुंबई की यह रणनीति भी काम कर गई।
लखनऊ (A-) : लखनऊ द्वारा चेन्नई की धीमी पिच पर अमित मिश्रा को ना खिलाया जाना और फिर क्विंटन डिकॉक को भी दरकिनार करना समझ से परे था।