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कुलदीप: थोड़ा नर्वस था लेकिन कभी ऐसा नहीं लगा कि दो साल बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं

बाएं हाथ के रिस्ट स्पिनर ने चंटगांव टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट लिए

Kuldeep Yadav got a five-for on Test return, Bangladesh vs India, 1st Test, Chattogram, 3rd day, December 16, 2022

पंजा खोलने के बाद पवेलियन वापस लौटते कुलदीप  •  Associated Press

लगभग दो साल बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहे कुलदीप यादव ने चंटगाव टेस्ट के तीसरे दिन पांच विकेट लेने के बाद कहा कि इस टेस्ट में उतरने से पहले वह थोड़ा सा 'नर्वस' ज़रूर थे, लेकिन उन्हें कभी नहीं लगा कि वह इतने लंबे समय बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कहने के लिए तो दो साल हैं पर मुझे कभी फ़ील नहीं हुआ। अगर मैं चोट के बाद क्रिकेट नहीं खेल पाता तो संघर्ष होता। लेकिन पिछले एक साल से लगातार सफ़ेद गेंद की क्रिकेट खेल रहा हूं। इसके अलावा मैंने हाल ही में बेंगलुरु में न्यूज़ीलैंड ए के ख़िलाफ़ इंडिया ए के लिए लाल गेंद क्रिकेट भी खेला था। उस दौरान मैंने लंबे स्पेल डाले थे और ख़ुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार किया था। अगर आप राष्ट्रीय टीम के साथ लगातार बने रहते हो तो आपको दबाव महसूस नहीं होता है।"
आईपीएल 2021 के दूसरे चरण की शुरुआत से पहले कुलदीप के घुटने की सर्जरी हुई थी और वह यूएई में हुए आईपीएल लेग का हिस्सा नहीं बन पाए थे। इसके बाद वह लंबे समय तक भारतीय टीम से भी बाहर थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के तीनों फ़ॉर्मेट में वापसी की है।
टेस्ट क्रिकेट में वापसी के सवाल पर उन्होंने कहा, "अपनी गेंदबाज़ी शैली के कारण मुझे सफ़ेद गेंद से लाल गेंद में स्विच करने में अधिक दिक्कत नहीं हुई। हां, जब आप टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज़ी करते हैं तो आपको अधिक नियंत्रण की ज़रूरत होती है। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में आपको विकेट हासिल करने होते हैं क्योंकि बल्लेबाज़ के पास पर्याप्त समय होता है। वहीं सीमित ओवर क्रिकेट की तुलना में टेस्ट क्रिकेट में फ़ील्ड पोज़िशन भी बहुत अलग होता है और आपको लंबे समय तक एक टप्पे पर गेंदबाज़ी करना होता है। मुझे ख़ुशी है कि मैं ऐसा कर सका।"
चंटगांव की पिच के बारे में बात करते हुए कुलदीप ने कहा, "यह एक बैटिंग विकेट है, जिस पर मैं भी 20 ओवर के क़रीब टिका रहा। स्पिनरों के ख़िलाफ़ भी बल्लेबाज़ी करने में यहां अधिक दिक्कत नहीं हो रही है। हां, कुछ गेंदें ज़रूर नीची रहकर टर्न हो रही हैं। पहली पारी में मैं और ऐश भाई (आर अश्विन) 360 के स्कोर का टारगेट किए हुए थे, लेकिन बल्लेबाज़ी इतनी आसान थी कि 400 से ऊपर का स्कोर बना। मुझे यहां पर उनके और अक्षर पटेल के साथ गेंदबाज़ी करने में मज़ा आ रहा है क्योंकि दूसरे छोर से भी बल्लेबाज़ों पर दबाव बना हुआ है।"
कुलदीप का मानना है कि मैच में अभी दो दिन बाक़ी है और भारतीय टीम आसानी से यह मैच जीत जाएगी। उन्होंने चौथे दिन पिच से अधिक टर्न मिलने की भी उम्मीद जताई।