नॉर्थैंप्टनशायर के लिए काउंटी चैंपियनशिप खेलेंगे पृथ्वी शॉ
भारतीय बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ ने नॉर्थैंप्टनशायर के साथ क़रार किया है जहां वह काउंटी चैंपियनशिप और रॉयल लंदन कप में खेलते नज़र आएंगे
ESPNcricinfo स्टाफ़
02-Jul-2023

अक्तूबर 2018 में भारत के लिए डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने अब तक 12 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं • BCCI
भारतीय बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ ने नॉर्थैंप्टनशायर के साथ क़रार किया है जहां वह इस सीज़न के बचे हुए काउंटी चैंपियनशिप का हिस्सा होंगे। साथ ही साथ अगस्त में शुरू होने वाले रॉयल लंदन वनडे कप में भी शॉ खेलते हुए दिखाई देंगे। 23 वर्षीय शॉ दलीप ट्रॉफ़ी के बाद इंग्लैंड रवाना हो जाएंगे।
शॉ इस समय वेस्ट ज़ोन का हिस्सा हैं जो दलीप ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में जगह बना चुकी है, ये मुक़ाबला 12 से 16 जुलाई के बीच खेला जाएगा। शॉ का हालिया फ़ॉर्म कुछ ख़ास नहीं रहा है, जिस वजह से वह लगातार टीम इंडिया से अंदर बाहर होते रहे हैं। हालांकि मुंबई के लिए वह लगातार रन बनाने वाली फ़ेहरिस्त में शामिल हैं। शॉ ने अपना आख़िरी प्रथम श्रेणी मैच छह महीने पहले खेला था, उसी सीज़न उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी में असम के ख़िलाफ़ 383 गेंदों पर 379 रन की पारी खेली थी।
शॉ की ख़ायिसत है किसी भी फ़ॉर्मैट में आक्रामक बल्लेबाज़ी करना और इसी चीज़ ने उन्हें सफलता दिलाई है। 2017 में हुए अंडर-19 विश्व कप में भी शॉ का यही अंदाज़ भारत को चैंपियन बनाने में मददगार साबित हुआ था। टेस्ट क्रिकेट में भी शॉ ने धमाकेदार आग़ाज़ किया था, जब डेब्यू मैच में ही उन्होंने शतक जड़ दिया था। लेकिन उसके बाद लाल गेंद में ख़ास तौर से शॉ को काफ़ी संघर्ष करना पड़ा और आख़िरकार उन्होंने टीम से अपना स्थान भी खो दिया।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पिछले सीज़न में शॉ दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा थे। जहां शुरुआती छह मुक़ाबले में उनका सर्वाधिक स्कोर 15 रन ही था जिसकी वजह से उन्हें एकादश से बाहर कर दिया गया। हालांकि बाद में फिर उन्होंने वापसी की और अर्धशतक भी लगाया।
नॉर्थैंप्टनशायर इंग्लिश काउंटी की प्रथम डिविज़न टीम है, इस सीज़न उन्होंने सात में से सिर्फ़ एक मुक़ाबला जीता है। हालांकि अभी उन्हें सात और मुक़ाबले खेलने हैं, जहां उनकी उम्मीद वापसी करने पर होगी।
ये पहला मौक़ा होगा जब शॉ इंग्लिश काउंटी खेल रहे होंगे, ऐसा करने वाले वह इस सीज़न यानी 2022-23 में पांचवें भारतीय होंगे। उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा (ससेक्स), अजिंक्य रहाणे (लेस्टरशायर), अर्शदीप सिंह (केंट) और नवदीप सैनी (वूस्टरशायर) ने भी अलग-अलग काउंटी टीम के साथ क़रार किया है।
सफ़ेद गेंद में शॉ का जवाब नहीं है, जहां वह बड़ी ही आसानी से तेज़ रन बनाने के लिए जाने जाते हैं। लिस्ट ए क्रिकेट में वह 3000 रन बनाने के क़रीब हैं और इस दौरान उनकी औसत 52.54 और स्ट्राइक रेट 123.27 का है। इतना ही नहीं इसमें आठ शतक शामिल है जिसमें से एक दोहरा शतक भी है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने तो 2022 में कहा था कि वह भविष्य में भारतीय टीम के कप्तान भी हो सकते हैं।