रणनीति : पावरप्ले में रोहित और कोहली के ख़िलाफ़ मोईन का इस्तेमाल कर सकते हैं बटलर
आर्चर के ख़िलाफ़ सूर्यकुमार और हार्दिक का भी रिकॉर्ड अच्छा नहीं है
नागराज गोलापुड़ी
27-Jun-2024
T20 वर्ल्ड कप 2024 का दूसरा सेमीफ़ाइनल गयाना में भारत और इंग्लैंड के बीच खेला जाना है। इस मैच को जीतने वाली टीम फ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका से भिड़ेगी। गयाना का मैदान एक लो स्कोरिंग वेन्यू रहा है। ऐसे में हम दोनों टीमों की संभावित रणनीति का रुख़ करते हैं।
रोहित-कोहली बनाम आर्चर एंड कंपनी
रोहित शर्मा ने टी20 में जोफ़्रा आर्चर की 20 गेंदों का सामना किया और इस दौरान वह सिर्फ़ 17 रन ही बना पाए हैं। जबकि आर्चर ने उन्हें तीन बार अपना शिकार भी बनाया है। मोईन अली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली को 10 बार आउट कर चुके हैं। जिसमें छह बार उन्होंने टेस्ट, तीन बार वनडे और एक बार टी20 प्रारूप में कोहली का शिकार किया है। ओवरऑल टी20 क्रिकेट में मोईन ने कोहली को दो बार आउट किया है और कोहली उनके ख़िलाफ़ 18 गेंदों पर 26 रन बनाकर दो बार आउट हुए हैं। टी20 में मोईन रोहित को भी दो बार आउट कर चुके हैं और इस दौरान रोहित ने उनकी 13 गेंदों पर 21 रन बनाए हैं।
हालांकि इस टूर्नामेंट में अब तक पावरप्ले में मोईन के आंकड़े संतोषजनक नहीं हैं। उन्होंने 24 गेंदों पर 40 रन दिए हैं। हालांकि शुरुआत में रोहित और कोहली पर दबाव बनाने के लिए जॉस बटलर मोईन पर दांव खेल सकते हैं। दिन के मैच में वैसी भी स्पिन को मदद मिलने की उम्मीद है।
क्या दुबे को नंबर तीन पर भेजा जा सकता है?
अगर रोहित जल्दी आउट हो जाते हैं तब ऋषभ पंत और कोहली के ख़िलाफ़ इंग्लैंड दोनों छोर से स्पिन से आक्रमण कर सकता है। स्पिन के ख़िलाफ़ पंत और कोहली दोनों का ही स्ट्राइक रेट संतोषजनक नहीं है। 2021 की शुरुआत से लेकर अब तक टी20 में स्पिन के ख़िलाफ़ कोहली ने 116.98 और पंत ने 125 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं।
क्या भारतीय टीम ऐसी स्थिति में शिवम दुबे को ऊपर बल्लेबाज़ी के लिए भेजने का साहसिक निर्णय लेगी? दुबे की प्राथमिक भूमिका स्पिन के ख़िलाफ़ आक्रमण करने की है। हालांकि टूर्नामेंट के इस स्टेज में भारतीय टीम द्वारा बल्लेबाज़ी क्रम के साथ छेड़छाड़ करने का जोखिम लेने की संभवाना कम है।
आर्चर बनाम सूर्यकुमार और हार्दिक
इंग्लैंड के दल में गेंदबाज़ी ऑलराउंडर की भरमार है, ऐसे में उनके पास इस बात की सुचिधा है कि वह डेथ में आर्चर के ओवर बचा कर रख सकें। आर्चर ने इस टूर्नामेंट में सिर्फ़ एक बार साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ डेथ में दो ओवर की गेंदबाज़ी की थी और उन्होंने डेविड मिलर और मार्को यानसन को अपना शिकार बनाया था। इस दौरान उन्होंने सिर्फ़ 16 रन ही दिए थे और विपक्षी टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोका था।
अगर भारत के ख़िलाफ़ भी आर्चर डेथ में दो ओवर गेंदबाज़ी करते हैं तब हो सकता है कि उनका सामना सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या से हो, जिनके आंकड़े आर्चर के ख़िलाफ़ अच्छे नहीं हैं। टी20 में आर्चर ने हार्दिक को तीन बार जबकि सूर्यकुमार को एक बार अपना शिकार बनाया है। हार्दिक ने आर्चर के ख़िलाफ़ 46 गेंदों पर 110.86 के स्ट्राइक रेट से 51 रन बनाए हैं जबकि सूर्यकुमार ने आर्चर के ख़िलाफ़ 23 गेंदों पर 121.73 के स्ट्राइक रेट से 28 रन बनाए हैं।
बुमराह के ख़िलाफ़ आक्रमण या बचाव? इंग्लैंड के लिए क्या सही होगा?
इंग्लैंड के लिए फ़िल सॉल्ट ने पावरप्ले में आक्रामक बल्लेबाज़ी की है। हालांकि बटलर का जसप्रीत बुमराह के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। टी20 में बटलर ने बुमराह की 82 गेंदों पर 71 रन बनाए हैं और 12 में से चार पारियों में वह बुमराह का शिकार हुए हैं। अगर बटलर संभलकर बल्लेबाज़ी करते हैं तो मैच के नतीजे पर उनके प्रदर्शन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में बटलर बुमराह के ख़िलाफ़ संभलकर खेल सकते हैं जबकि सॉल्ट आक्रमण की रणनीति अपना सकते हैं।
बटलर और कुलदीप की भिड़ंत हो सकती है रोचक
अगर बटलर काफ़ी देर बल्लेबाज़ी करते हैं तब उनका सामना कुलदीप यादव से होगा, जिनके ख़िलाफ़ बटलर खुलकर नहीं खेल पाते। बटलर ने कुलदीप के ख़िलाफ़ 63 गेंदों पर 87 रन तो बनाए हैं लेकिन वह तीन बार कुलदीप का शिकार भी हुए हैं। बीते IPL में ही बटलर कुलदीप के ख़िलाफ़ रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में पगबाधा हुए थे।
इंग्लैंड के बल्लेबाज़ बाएं हाथ के स्पिनर के ख़िलाफ़ अधिक परेशानी में नहीं दिखते ऐसे में इसकी संभावना कम ही है कि रवींद्र जाडेजा और अक्षर पटेल उनके सामने कोई खास चुनौती पेश कर सकें।
हालांकि कुलदीप ने 2022 से लेकर अब तक मिडिल ओवर्स में पूर्ण सदस्य देशों के ख़िलाफ़ 6.02 की इकॉनमी से गेंदबाज़ी की है। जो कि इस अवधि में कम से कम 300 गेंद करने वाले 70 गेंदबाज़ों में राशिद ख़ान (6.00) के बाद सबसे बढ़िया इकॉनमी है।