विराट कोहली : 'मेरे बुरे वक़्त में एम एस धोनी ने सामने से आकर मुझसे बात की'
पूर्व भारतीय कप्तान कोहली ने अपने करियर के मुश्किल दौर में आई चुनौतियों को याद किया
अफ़्ज़ल जिवानी
25-Feb-2023
विराट कोहली और एम एस धोनी की जोड़ी 11 सालों तक भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा थी • ICC via Getty
23 नवंबर 2019।
यह वह दिन था जब विराट कोहली ने कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डंस पर बांग्लादेश के विरुद्ध पिंक बॉल टेस्ट में शतक जड़ा था। इस मैच के बाद बहुत कुछ बदल गया। दुनिया ने कोरोना महामारी का सामना किया तथा लॉकडाउन, मास्क, सोशल डिस्टंसिंग और क्वारंटीन जैसे शब्द सभी की ज़ुबान पर थे। एक और चीज़ भी हुई थी - इस मैच के बाद 1020 दिनों तक चलने वाले उस सिलसिले की शुरुआत हुई जहां विराट कोहली के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला।
ऐसा नहीं था कि कोहली के तकनीक में कोई ख़राबी थी या वह अचानक से क्रिकेट खेलना भूल गए थे। उन्होंने एडिलेड 2020, चेन्नई 2021, केपटाउन 2022 में कुछ महत्वपूर्ण पारियां खेली लेकिन शतक से वंचित रह गए। आईपीएल में भी क़िस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह रन बनाने के लिए संघर्ष करते नज़र आए। और तो और उनकी कप्तानी भी विवादों के घेरे में आ गई।
अपनी आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पॉडकास्ट के दूसरे सीज़न में कोहली ने उस दौर को याद किया और कहा, "मैंने हाल ही में अपने करियर में एक बहुत अलग दौर का अनुभव किया। इतने वर्षों तक सभी स्तर पर क्रिकेट खेलने के दौरान मैंने इतनी आज़ादी महसूस नहीं की थी जो मैं अब कर रहा हूं।"
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कई पूर्व खिलाड़ी, विशेषज्ञ तथा क्रिकेट प्रेमी कोहली के खेल के सूक्ष्म परीक्षण में लग गए। किसी ने उनकी तकनीक में ख़राबी की बात की, किसी ने कहा कि उन्हें किसी एक प्रारूप को त्याग देना चाहिए तो किसी ने उन्हें ब्रेक लेने की सलाह दी। हालांकि कोहली के अनुसार बहुत कम लोगों ने उनसे सामने से बात की।
कोहली ने कहा, "दिलचस्प बात यह है कि इस पूरे दौर में अनुष्का के अलावा, जो मेरे लिए सबसे बड़ी ताक़त रही हैं क्योंकि वह इस पूरे समय में मेरे साथ रही हैं और उन्होंने बहुत क़रीब से देखा है कि मैंने कैसा महसूस किया है। जिस तरह की चीज़ें हुई हैं, मेरे बचपन के कोच और परिवार के अलावा... एकमात्र व्यक्ति जिन्होंने मेरा संपर्क किया, वह एम एस धोनी हैं।"
भारतीय मध्य क्रम के बल्लेबाज़ कोहली ने आगे कहा, "उन्होंने मुझसे बात की और आप उनसे बहुत कम संपर्क कर सकते हैं। अगर मैं किसी दिन उन्हें फ़ोन करूंगा तो 99 प्रतिशत बार वह (फ़ोन) नहीं उठाएंगे क्योंकि वह फ़ोन की तरफ़ देखते ही नहीं हैं। इस वजह से उनका मुझसे बात करना.. दो बार ऐसा हो चुका है और संदेश में उनके द्वारा कही एक बात यह थी : 'जब आपसे मज़बूत होने की उम्मीद की जाती है और आपको एक मज़बूत व्यक्ति के रूप में देखा जाता है तो लोग यह पूछना भूल जाते हैं कि आप कैसे हैं?'"
धोनी और कोहली की जोड़ी 2008 से 2019 के बीच 11 सालों तक भारतीय ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रही थी।
कोहली ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "इसलिए, वह (धोनी के शब्द) मेरे दिल को छू गए क्योंकि हमेशा मुझे एक आत्मविश्वासी, मानसिक तौर पर बहुत मज़बूत व्यक्ति के तौर पर देखा गया है जो किसी भी चुनौती का सामना करते हुए राह दिखा सकता है। कभी-कभी आपको यह एहसास होता है कि आपको पीछे हटकर यह समझने की ज़रूरत है कि आप क्या कर रहे हैं और आपका हाल-चाल कैसा है।"
पूर्व भारतीय कप्तान कोहली को लगता है कि लंबे समय तक उच्च स्तर पर क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी बहुत कम लोगों के साथ अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं। धोनी के साथ यह घटना का उल्लेख भी वह इसी वजह से करते हैं क्योंकि इतने वर्षों तक भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके धोनी को पता है कि क्या हो रहा है और वह इस बात को समझते हैं।
जीवन और करियर में समान चरणों से गुज़रने की बात पर ज़ोर देते हुए कोहली ने धोनी के उनसे संपर्क करने का कारण बताया।
कोहली ने कहा, "मैंने अभी जो अनुभव किया है वह उससे गुज़र चुके हैं। तो यह अनुभव की बात है। उस पल में इन सभी भावनाओं से गुज़रने के बाद ही आप दूसरों के प्रति दयालु होकर उनकी बात समझ सकते हैं।"
अफ़्ज़ल जिवानी (@jiwani_afzal) ESPNcricinfo हिंदी में सब एडिटर हैं।